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Mahakumbh Stampede: ‘जय-वीरू’ की IAS जोड़ी ने संभाली महाकुंभ की कमान!

नेटवर्क महानगर/प्रयागराज
मौनी अमावस्या के अवसर पर कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ गई। मंगलवार देर रात मची भगदड़ से कई लोगों की जानें चली गईं तो वहीं काफी लोग घायल हो गए। अब महाकुंभ में दूसरे शाही स्नान मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। वीआईपी मूवमेंट पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। सभी व्हीकल पास रद्द कर दिए गए हैं। रास्ते को वन-वे कर दिया गया है। स्नान के बाद श्रद्धालुओं को दूसरे रास्ते से भेजा जा रहा है। बुधवार सुबह प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को बॉर्डर पर रोक दिया गया। शाम 5 बजे के बाद बीच-बीच में एंट्री दी गई। शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मेला क्षेत्र में यह व्यवस्था 4 फरवरी तक लागू रहेगी।

29 जनवरी को हुई भगदड़ में 30 से ज्यादा लोगों की हुई मौत!
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर दूसरे अमृत स्नान के दौरान महाकुंभ मेला क्षेत्र में भगदड़ मच गई थी। अप्रत्याशित भीड़ के दबाव के कारण अखाड़ा मार्ग की बैरिकेडिंग टूट गई, जिसके बाद जमीन पर लेटे और बैठे श्रद्धालुओं पर बाकी श्रद्धालुओं की भीड़ चढ़ गई। इसके बाद लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। इस दर्दनाक घटना में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे। घायलों का इलाज जारी है। यह जानकारी बुधवार देर शाम एक प्रेस कांफ्रेंस में डीआईजी वैभव कृष्ण और मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने दी है।

महाकुंभ मेला की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए 12 फरवरी तक स्पेशल अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसमें पहले के अनुभव वाले अधिकारी भी शामिल हैं। यह दोनों अफसर 12 फरवरी तक प्रयागराज में रहकर महाकुम्भ की व्यवस्था को देखेंगे। महाकुंभ के अगले दो स्नान पर्व की कमान आशीष गोयल और भानुचंद्र गोस्वामी को सौंपी गई है। दोनों ही 2019 के कुम्भ के दौरान सेवाएं दे चुके हैं। आशीष गोयल 2019 के कुंभ में मंडलायुक्त थे जबकि भानुचंद्र गोस्वामी ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहते हुए कुंभ 2019 के सफलता से कराने में उल्लेखनीय योगदान दिया था। बाद में वह प्रयागराज के डीएम भी बनाए गए थे। आज मुख्य सचिव और डीजीपी महाकुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था और बसंत पंचमी पर होने वाले ‘अमृत स्नान’ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे।

भगदड़ के बाद महाकुंभ मेला क्षेत्र में बदलाव
1- पूरे महाकुंभ मेले को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। यानी कोई भी वाहन अंदर नहीं चलेगा। सभी को पैदल चलना होगा।
2- पूरे मेला क्षेत्र को वन-वे कर दिया गया है। यानी जिस रास्ते से लोग आ रहे हैं उसी रास्ते से वापस नहीं जा सकेंगे। वापसी के लिए दूसरा रास्ता होगा।
3- महाकुंभ में सिर्फ संगम के आसपास ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। अब यह दायरा बढ़ाकर पूरे मेला क्षेत्र में कर दिया गया है।
4- पूरे मेला क्षेत्र में सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अब अफसर हेलिकॉप्टर से निगरानी कर रहे हैं।
5- मेला क्षेत्र के लिए पहले से जितने व्हीकल और वीआईपी पास बनाए गए थे वो कैंसिल कर दिए गए हैं। यह सारी व्यवस्थाएं 4 फरवरी तक लागू रहेंगी।

महाकुंभ मेला क्षेत्र में फिर लगी आग
महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर- 22 में गुरूवार को भीषण आग लग गई है, जिसमें कई पंडाल जल गए हैं। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। आग जिस जगह पर लगी है, वहां कोई पब्लिक नहीं थी, इसलिए किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है। कई वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। फिलहाल, आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है।

19 जनवरी को भी लगी थी आग
इससे पहले, 19 जनवरी को महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक और आग लगने की घटना हुई थी। शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में स्थित गीता प्रेस के कैंप में आग लगी, जिससे करीब 180 कॉटेज जलकर राख हो गए। इन कॉटेजों में रखे 13 एलपीजी सिलिंडर भी आग की चपेट में आकर फट गए, जिससे अफरातफरी मच गई। इस हादसे में पांच बाइकें और पांच लाख रुपये की नकदी भी जल गई। मेला प्रशासन के अनुसार, आग की चपेट में आने से 40 झोपड़ियां और 6 टेंट भी जलकर नष्ट हो गए थे।

आखिर कौन हैं वैभव कृष्ण?
कुंभ की जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारियों की खूब चर्चा हो रही है। इन्हीं में से एक हैं वैभव कृष्ण। डीआईजी वैभव कृष्ण मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बागपत के रहने वाले हैं। उनका जन्म 12 दिसंबर 1983 को हुआ था। उन्होंने IIT Roorkee से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वैभव कृष्ण ने 2009 में अपने पहले अटेंप्ट में ही यूपीएससी सीएसई परीक्षा क्रैक कर ली और उन्हें IPS सेवा मिली थी। उन्हें AIR 86वीं के साथ UPSC परीक्षा में सफलता हासिल कर ली थी।
वैभव कृष्ण के करियर में कई उतार चढ़ाव आए हैं। इसी साल 4 जनवरी 2025 को उनकी पोस्टिंग प्रयागराज में बतौर DIG निर्धारित की गई। प्रयागराज से पहले उन्होंने गौतमबुद्ध, आजमगढ़ समेत कई अन्य जिलों में अपनी सेवा दी है। जून 2024 में उन्हें आजमगढ़ का डीआईजी बनाया गया था, जिसके बाद दिसंबर 2024 में उन्हें प्रयागराज महाकुंभ का डीआईजी नियुक्त किया गया।