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Mahapex 2025: डाक टिकट और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक अनोखा उत्सव!

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 22 से 25 तक मनाया जाएगा 4 दिवसीय महोत्सव

राजेश जायसवाल / मुंबई
महाराष्ट्र राज्य स्तरीय प्रदर्शनी ”महापेक्स 2025” (MAHAPEX 2025), 22 से 25 जनवरी तक मुंबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आयोजित किया गया है। यह बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम महाराष्ट्र और गोवा की डाक टिकट और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक भव्य महोत्सव साबित होगा। यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलेगा। महापेक्स-2025 एक भव्य सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रम है, जो कि महाराष्ट्र की विविधता, समृद्ध विरासत, संस्कृति और प्रगति का जश्न मनाने के लिए तैयार है। इस कार्यक्रम में प्रत्येक दिन एक विशेष विषय पर प्रदर्शनी प्रदर्शित किया जाएगा, जो महाराष्ट्र के ऐतिहासिक महत्व, प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक खजाने और वैज्ञानिक नवाचारों से सुसज्जित होगा।

इस तरह होगी कार्यक्रम की रूपरेखा
प्रथम दिन: इतिहास और विरासत (22 जनवरी 2025)
महापेक्स-2025 का उद्घाटन महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री.सी.पी.राधाकृष्णन के हाथों किया जाएगा। यह दिन महाराष्ट्र के समृद्ध और विविध इतिहास को समर्पित होगा। इस दिन राज्य के ऐतिहासिक स्मारकों, इसके सांस्कृतिक विकास और इसके प्रसिद्ध राजाओं, संतों और सुधारकों की विरासत को उजागर करने वाले प्रदर्शन, परिचर्चाएं और प्रस्तुतियां होंगी। यह दिन महाराष्ट्र की प्राचीन परंपराओं, ऐतिहासिक मील के पत्थरों और आधुनिकता की ओर इसकी यात्रा को संरक्षित करने और समझने पर केंद्रित होगा।

इसकी प्रमुख विशेषताएं-
महापेक्स- 2025 लोगो रद्दीकरण काले रंग में
कस्टमाइज्ड माईस्टैम्प- परोपकारी स्वर्गीय श्री मूलचंदजी शाह की शताब्दी
पीसीसी पांडवलेणी, नासिक पोस्टकार्ड के साथ
विशेष कवर- ब्रेल लिपि
विशेष कवर- डाक सेवा ई-साइकिल अभियान
विशेष कवर- वर्ल्डट्रेड सेंटर
फिलाटेलिक ट्रैवलॉग

दूसरे दिन: वनस्पति, प्राणी और जैव विविधता (23 जनवरी 2025)
महापेक्स- 2025 क्षेत्र की अनूठी वनस्पति और प्राणी जगत पर प्रकाश डालेगा, महाराष्ट्र की समृद्ध जैवविविधता का जश्न मनाएगा। यह दिन राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभयारण्यों और लुप्तप्राय प्रजातियों की सुरक्षा के लिए संरक्षण प्रयासों पर केंद्रित होगा। महाराष्ट्र में पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने वाली स्थायी प्रथाओं और पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

इसकी प्रमुख विशेषताएं-
महापेक्स- 2025 लोगो रद्दीकरण हरे रंग में
पीपीसी- डॉ. सलीम अली पक्षी अभयारण्य- चोराओ गोवा- दो पोस्टकार्ड के साथ
पोस्टकार्ड- महाराष्ट्र और गोवा में पक्षी विविधता, श्रृंखलाII- प्रवासी पक्षी
विशेष कवर- गोवा का राज्य पुष्प- लालचमेली
विशेष कवर- महाराष्ट्र की राज्य तितली- ब्लूमॉरमन
स्टैम्प बुकलेट- मदर इंडिया
पोस्टकार्ड- महाराष्ट्र और गोवा में वन्यजीवन
पोस्टकार्ड-2047 में भारत

तीसरे दिन: महाराष्ट्र के सांस्कृतिक खजाने (24 जनवरी 2025)
महापेक्स- 2025 का तीसरा दिन महाराष्ट्र की जीवंत सांस्कृतिक विरासत पर केंद्रित होगा। यह दिन राज्य की कला रूपों, लोक परंपराओं, संगीत, नृत्य, रंगमंच और व्यंजनों को उजागर करेगा। दर्शक महाराष्ट्र की आत्मा का प्रतिनिधित्व करने वाले लाइव प्रदर्शन, कला प्रदर्शनियों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अनुभव करेंगे।

इसकी प्रमुख विशेषताएं-
महापेक्स- 2025 लोगो रद्दीकरण- नीला रंग
पीपीसी- माउंट मैरी चर्च पोस्टकार्ड के साथ
विशेष कवर- भेंडी बाजार घराना
विशेष कवर- जोगेश्वरी मिसल, पुणे
विशेष कवर- सितार, मिरज
विशेष कवर- 1975 की प्रतिष्ठित फिल्म ‘शोले’ का स्वर्ण जयंती समारोह
पोस्टकार्ड- मुंबई के वास्तु कला के चमत्कार

चौथे दिन: विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पुरस्कार समारोह (25 जनवरी 2025)
अंतिम दिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महाराष्ट्र की उल्लेखनीय उपलब्धियों को समर्पित होगा। यह दिन अनुसंधान, नवाचार और तकनीकी प्रगति में राज्य की प्रगति को प्रदर्शित करेगा, जिसमें स्थायी विकास के भविष्य पर विशेष जोर दिया जाएगा। कार्यक्रम का समापन विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने वाले पुरस्कार समारोह के साथ होगा।

इसकी प्रमुख विशेषताएं-
महापेक्स- 2025 लोगो रद्दीकरण- लाल रंग
पीपीसी जायंट मीटर रेडियो टेलीस्कोप, खोडद पुणे विशेष कवर- मोनोरेल कैरीड कवर
विशेष कवर- फेरी कैरीड कवर
विशेष कवर- पार्कर सोलर प्रोब
विशेष कवर- माथेरान टॉयट्रेन कैरीड कवर

पुरस्कार समारोह
विशेष कवर- शास्त्रीय भाषा, मराठी

सोमवार को मुंबई जीपीओ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते सीपीएमजी महाराष्ट्र सर्कल के अमिताभ सिंह ने बताया कि 4 दिवसीय ”महापेक्स-2025” प्रदर्शनी मुंबई के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 22 से 25 जनवरी तक आयोजित किया गया है। इस मौके पर रामचंद्र जयभाये (पीएमजी पुणे क्षेत्र), सुचिता जोशी (पीएमजी नवी मुंबई क्षेत्र) भी मौजूद रहीं।