ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर Mumbai: घाटकोपर पुलिस ने 12 बांग्लादेशी नागरिकों को किया गिरफ्तार 30th January 2025 networkmahanagar 🔊 Listen to this नेटवर्क महानगर/मुंबई घाटकोपर पुलिस ने शहर में अवैध रूप से रहने वाले १२ बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त विजयकांत सागर के मार्गदर्शन में पिछले कुछ दिनों से शहर में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने छापेमारी के दौरान १२ बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में ले लिया, जिसमें कई नाबालिग बच्चे भी शामिल हैं। जांच के बाद पता चला कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं और उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। उनके दस्तावेजों की जांच करने पर पुलिस को पता चला कि वे बिना किसी उचित अनुमति के लंबे समय से मुंबई में रह रहे थे। इसके अलावा, पुलिस को उनके पास से जाली दस्तावेज भी मिले हैं। पुलिस ने गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान रोहिमा शहाबुद्दीन खान (४९), शकील कादिर शेख (३०), रुखसाना शकील शेख (३५), वहीदुल फैजल खान (४१), जैस्मीन वहीदुल खान (३८), सिमरन वहीदुल खान (२०), हसन अब्दुल रशीद खान (६५), अब्दुल अजीज रशीद शेख (५५) के रूप में की है। जबकि, बाकि नाबालिग बच्चे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुल १२ अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है और उनके नेटवर्क का पता लगाने और बड़े इमिग्रेशन रैकेट से संभावित संबंधों की पहचान करने के लिए आगे की जांच जारी है। हिरासत में लिए गए नागरिकों के खिलाफ पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) नियम १९५० की धारा ३ और ६ और विदेशी नागरिक अध्यादेश १९४८ की धारा ३ (१) और धारा १४ के तहत मामला दर्ज किया। बीजेपी नेता सोमैया बोले- बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को बनाया जा रहा भारतीय! इस बीच बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में घुसपैठ का बड़ा रैकेट चल रहा है। इस महीने घाटकोपर के चिरागनगर इलाके से २८ बांग्लादेशी गिरफ्तार किए गए हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि राज्य में घुसपैठ का एक बड़ा रैकेट सक्रीय है, जिसे दो नेता और दो उग्रवादी संगठन समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इसके तहत महाराष्ट्र में दो लाख बांग्लादेशी रोहिंग्याओं को भारतीय बनाने की साजिश रची गई है। सोमैया ने कहा, ठाणे जिले के कल्याण तालुका में १२५० बांग्लादेशी रोहिंग्याओं ने विभिन्न दस्तावेजों के लिए आवेदन जमा किए हैं। वहीँ, मालेगांव एपीएमसी के नाम का इस्तेमाल करके १९३ करोड़ रुपये निकाले गए, जिनमें से ५० करोड़ रुपये का इस्तेमाल बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए किया गया। इसमें प्रशासन के कुछ अधिकारी भी शामिल पाए गए। मालेगांव के दो तहसीलदारों को सस्पेंड किया गया है। इन सभी मामलों की जांच महाराष्ट्र एटीएस कर रही है। Post Views: 23