उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य NIA और UP एटीएस टीम ने वजीरगंज व सआदतगंज इलाके में मारा छापा 28th December 2018 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली , देश में बड़े आतंकी हमले करने की साजिश में अमरोहा से गिरफ्तार मुफ्ती मोहम्मद सुहैल ही दरसअल मास्टर माइंड है। देवबंद के एक मदरसे से तालीम लेने के बाद वह मौलवी बनकर आतंकी नेटवर्क खड़ा करने में जुटा हुआ था। यूपी एटीएस को अभी उसके कई सहयोगियों की तलाश है। उसकी तलाश में एनआईए और यूपी एटीएस की टीम ने बुधवार को लखनऊ के वजीरगंज व सआदतगंज इलाके में भी दो स्थानों पर छापा मारा। हालांकि लखनऊ से अभी किसी के पकड़े जाने की पुष्टि नहीं हुई है।राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए हमले की इस साजिश को विफल तो कर दिया लेकिन इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त किए जाने पर बहुत से स्लीपर सेल पकड़े जाएंगे। एनआईए ने दिल्ली में दिल्ली पुलिस और यूपी में एटीएस के सहयोग से 17 जगहों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। यूपी एटीएस के आईजी असीम अरुण ने एनआईए के साथ संयुक्त छापेपारी की पुष्टि की है। उन्होंने यूपी से 5 संदिग्धों की गिरफ्तारी की भी जानकारी दी। इसमें यूपी के अमरोहा व हापुड़ से कुल पांच संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किए गए। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और देसी रॉकेट लॉन्चर मिलने से एनआईए और एटीएस के होश उड़े हुए हैं। इससे यह पता चलता है कि इनकी बहुत सारे बम बनाने की योजना थी। छापे में बड़े पैमाने पर अलार्म घड़ी और पाइप बरामद किया गया है। इससे यह पुख्ता हो गया है कि यह लोग देश में प्रमुख स्थानों पर सीरियल ब्लॉस्ट की साजिश रच रहे थे। इसके अलावा उनकी रिमोट कंट्रोल व आत्मघाती हमले करने की भी योजना थी।एनआईएस व यूपी एटीएस का सारा फोकस फिलहाल अमरोहा से गिरफ्तार मुफ्ती मोहम्मद सुहैल पर है। अमरोहा से ही गिरफ्तार दो सगे भाई रईस व सईद भी उसी के संपर्क में थे। इसमें रईस वेल्डिंग का काम करता है तो सईद सब्जी विक्रेता है। अमरोहा से ही गिरफ्तार इरशाद और हापुड़ से गिरफ्तार साकिब को भी सुहैल ने ही अपने नेटवर्क में जोड़ा था। एनआईए के अनुसार आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित मुफ्ती सुहैल ही दरअसल इस मॉड्यूल का सरगना है। वह अमरोहा जिले की ही एक मस्जिद में मौलवी है। वह खुद ही विदेशी हैंडलर के सीधे संपर्क में था। उससे जुड़े लोग आपसी बातचीत वाट्सएप, टेलीग्राम व फेसबुक के माध्यम से करते थे। इन सभी के आईएसआईएस के मॉड्यूल ‘हरकत उल हर्ब ए इस्लाम’ से जुड़े होने का अंदेशा है। Post Views: 180