उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़

UP: तिहरे हत्याकांड से थर्राया जौनपुर जिला, नहीं रुक रहे महिलाओं के आंसू; बच्चे पूछ रहे- चाचा, पापा और दादा कब आएंगे?

नेटवर्क महानगर / जाैनपुर
जाैनपुर जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र में बीते सोमवार को तीन लोगों की हत्या के बाद दहशत का माहाैल व्याप्त है। घटना के दो दिन बीतने के बाद भी परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे थे। बच्चे अपने पिता, चाचा और दादा के बारे में पूछ रहे हैं? जेल में बंद बेटे की पत्नी अपने पति की रिहाई के लिए हाईकोर्ट जाएगी।
जफराबाद थाना क्षेत्र में हुए हत्याकांड को लेकर दो दिन बाद भी चर्चाएं होती रहीं। भुक्तभोगी परिवार को सांत्वना देने के लिए राजनीतिक पार्टियों के लोग भी पहुंच रहे हैं। वहीं, पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। आसपास पुलिस टीम की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जफराबाद के मोहम्मदपुर कांध गांव पहुंचे। उन्होंने पिता व दो पुत्रों की हत्या के मामले में पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया। मृतक लालजी की पत्नी प्रभावती व मृतक गुड्डू की पत्नी सरिता से उन्होंने घटना के बारे में विस्तार से जाना। उन्होंने हर पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व में हुई घटना में किसी तरह की सुनवाई व आरोपियों की गिरफ्तारी हुई होती तो तिहरा हत्याकांड नहीं होता।

अजय राय ने मौके पर मौजूद थाना प्रभारी गौराबादशाहपुर फूलचंद पांडेय व शहर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा से भी घटना के संबंध में जानकारी ली। शहर कोतवाल मिथिलेश मिश्रा ने अजय राय को बताया कि इसमें नामजद दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीसरे पर 25 हजार का इनाम घोषित है। अजय राय ने कहा कि राज्य सरकार में जंगल राज कायम है। लगातार प्रदेश में लूट, हत्या जैसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कानून-व्यवस्था के मामले में योगी सरकार को पूरी तरह फेल बताया। उन्होंने कहा कि सरकार अपराध पर रोक लगाने का सिर्फ दिखावा कर रही है। तिहरे हत्याकांड में गिरफ्तारियां पहले हुई होतीं तो ऐसी घटना न होती। यहां पर तनाव 2017-2018 से चल रहा है। इसमें प्रशासन की ढिलाई चल रही थी। इसमें विरोधी प्रशासन से मिलकर पहले ही पीड़ित के घर के एक लड़के को जेल भिजवा चुका है। कुल मिलाकर प्रशासन की तरफ से दबाव डालकर गलत कार्य किया गया। उनके साथ प्रदेश सचिव पंकज सोनकर, सत्यवीर सिंह, जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्रा, शहर अध्यक्ष आरिफ खान, डॉ. राकेश उपाध्याय, राकेश मिश्र, नीरज राय, संदीप सोनकर आदि रहे।

छावनी में तब्दील रहा मोहम्मदपुर कांध गांव
जफराबाद थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर कांध गांव में पिता और दो बेटों की निर्मम हत्या के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव में सुरक्षा के लिए डेढ़ सेक्शन पीएसी, लाइन बाजार, जफराबाद, केराकत थाने की फोर्स तैनात की गई है। पुलिस गांव में आने-जाने वाले लोगों पर पैनी नजर रख रही है।
लालजी की पुत्री पूनम भी घटना के दूसरे दिन घर पहुंची। बेसुध पूनम को गांव की महिलाएं लगातार ढांढस बंधा रही है। गुड्डू के दोनों बेटे आर्यन व अवी गुमसुम बुआ पूनम के पास बैठे थे। लोग आरोपी बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पलटू नागर व लालजी के बीच रंजिश की चर्चा करते दिखाई दिए। चर्चा हो रही थी कि तीन महीने बाद ही लालजी की वर्कशॉप में सन्नाटा पसरा गया। दिनभर चलने वाला सेटअप ठप हो गया है। तीनों के अलावा वर्कशाॅप में और कोई काम करने वाला नहीं था। तीनों की हत्या के बाद परिवार में कोई कमाने वाला सदस्य नहीं है।

पीड़ित परिवार की सहायता में चार सदस्यीय समिति गठित
मोहम्मदपुर कांध गांव में 25 मई को हुए तिहरे हत्याकांड में पीड़ित परिवार की सहायता के लिए डीएम डाॅ. दिनेश चंद्र ने चार सदस्यीय टीम का गठन किया है। डीएम के मुताबिक, बच्चों को भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग के मिशन वात्सल्य योजना के तहत स्पॉन्सरशिप योजना से आच्छादित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेवादा हाईवे के पास कारखाने में लालजी गौतम, गुड्डू गौतम और यादवीर की हत्या संवेदनशील प्रकरण है। पुलिस प्रशासन ने मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी है।

गुड्डू की पत्नी सरिता ने डीएम से मिलकर अपने परिवार की सुरक्षा और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। डीएम ने कहा कि शासन की योजनाओं से बच्चों को लाभान्वित किया जाएगा। उनकी शिक्षा प्रभावित नहीं होने पाएगी। परिवार को पेंशन आदि का लाभ भी दिया जाएगा।

एसपी डाॅ. कौस्तुभ घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं। गुड्डू के बच्चों स्पॉन्सरशिप योजना के तहत चार महीना 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने तक दिया जाएगा। दोनों बेसहारा महिलाओं को निराश्रित महिला पेंशन दी जाएगी। दोनों परिवारों को 30-30 हजार आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। कमेटी में बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी और सहायक श्रम आयुक्त सदस्य शामिल है। टीम शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए पात्रता का सत्यापन करेगी।

सुभासपा विधायक ने दी सांत्वना
हत्या के बाद दूसरे दिन मंगलवार को सुभासपा के क्षेत्रीय विधायक जगदीश नारायण राय परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे। विधायक जगदीश नारायण राय ने मृतकों के रिश्तेदारों व ग्राम प्रधान रूपेश राव से मिलकर उनसे परिवार के अन्य लोगों के बारे में जानकारी ली। विधायक ने परिजनों को हर संभव मदद के लिए आश्वासन दिया। घटना के दूसरे दिन घर में चूल्हे नहीं जले।

पति की रिहाई के लिए हाईकोर्ट में अपील करेंगी नगीना
मोहम्मदपुर कांध गांव निवासी लालजी के दूसरे नंबर का बेटा जिलाजीत जेल में बंद है। उनकी पत्नी नगीना पति की जमानत के लिए हाईकोर्ट में करेंगी। वह मंगलवार की सुबह 8 बजे अपने ससुर लालजी, जेठ गुड्डू और देवर यादवीर के क्रिया कर्म कराने के लिए अपने पति के जमानत के प्रयास के लिए प्रयागराज के लिए रवाना हो गई।
नगीना इस उम्मीद से प्रयागराज हाईकोर्ट गई है कि शायद कोर्ट से उसके पति जिलाजीत को जमानत मिल जाए ताकि तीनों मृतकों का संपूर्ण क्रिया कर्म हो जाए। मोहम्मदपुर कांध गांव के ग्राम प्रधान रूपेश राव ने बताया कि मृतक लालजी के दूसरे बेटे जिलाजीत दो साल से जेल में बंद है। उसकी पत्नी नगीना को इस उम्मीद से हाईकोर्ट भेजा गया है कि शायद कोर्ट द्वारा जेल में बंद जिलाजीत को जमानत मिल जाए।

तिहरे हत्याकांड: आरोपी पलटूराम और उसका दामाद नागमणि

कभी पलटूराम और लालजी साथ करते थे भोजन, अब बन गए थे जानी दुश्मन!
सिरकोनी के कचगांव अंडरपास स्थित कारखाने में रविवार की रात मोहम्मदपुर कांध गांव निवासी लालजी व उनके दोनों बेटे गुड्डू व यादवीर की रंजिश में हत्या कर दी गई। मंगलवार को गांव में लोग आरोपी पलटूराम नागर और मृतक लालजी की दोस्ती की चर्चा कर रहे थे।

ग्रामीणों की माने तो पलटूराम और लालजी में कभी गहरी दोस्ती थी। दोनों साथ बैठकर भोजन करते थे। साल 2018 से किरायेदारी के पैसे के विवाद में दोनों एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। लालजी के पट्टीदार रामप्यारे ने बताया कि पलटूराम लालजी के घर पर पड़ने वाले मांगलिक कार्यों में परिवार सहित शामिल होता था। पलटूराम की लालजी के गांव से कुछ दूर पर स्थित उत्तरगांवा में ससुराल है। आठ साल पहले लालजी के पोते के बरही कार्यक्रम में पलटूराम नागर पत्नी के साथ कार्यक्रम में आया था। दोनों का परिवार एक-दूसरे के घर मांगलिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेता था। 2018 के बाद दोनों की दोस्ती, दुश्मनी में बदल गई। लोगों को अंदाजा नहीं था कि दुश्मनी में तीन लोगों की हत्या हो जाएगी। पलटूराम और लालजी के बीच चल रहा विवाद पुराना हो चुका था। कई मुकदमे के बाद भी विवाद की धार धीमी हो गई थी। आशंका जताई कि दोनों के बीच चार-पांच दिनों में जरूर कुछ हुआ होगा। जो इन पिता और दो बेटों की हत्या का कारण बना। रामप्यारे ने बताया कि लालजी कोर्ट से परिवार से दूर किए थे। वे मुकदमे को स्वयं देखते थे। वे परिवार के सदस्यों को इसमें शामिल करना उचित नहीं समझते थे। यही कारण है कि रविवार को घटना के बाद मामला अनसुलझा रहा। पुलिस भी घटनास्थल से मिले चार मोबाइल फोन पर अपना काम कर रही है।

पलटूराम के सुझाव पर ही लालजी ने जौनपुर शिफ्ट किया था कारखाना
तिहरे हत्याकांड में मृत लालजी करीब 13 साल पहले छोटे भाई भुवनेश्वर उर्फ मुन्ना के साथ दिल्ली में कारोबार करते थे। वे जिले में भी आते-जाते थे। इसी बीच उनकी मुलाकात जगदीशपुर गांव निवासी पलटूराम नागर से हुई। पलटूराम ने लालजी को कारोबार फैलाने का सुझाव दिया। उसने लालजी को वर्कशॉप (पाइप में चूड़ी बनाने और डाई काटने) के लिए जगह देने की सहमति जताई। लालजी दिल्ली से सेटअप ट्रक से जौनपुर लाए और जगदीशपुर में वर्कशाॅप खोली।
गांव के प्यारे ने बताया कि 2018 में किरायेदारी और पगड़ी के पैसे के लिए दोनों में विवाद हो गया। पलटूराम ने लालजी की दुकान पर ताला बंद कर दिया, इससे दोनों के बीच दुश्मनी हो गई। मामला कोर्ट में जाने पर दुश्मनी और भी बढ़ गई। इसके बाद लालजी ने अपनी वर्कशॉप मतापुर शिवमंदिर के पास किराये के मकान में स्थापित की। 28 फरवरी 2025 को लालजी ने उसी जमीन पर 10 लाख रुपये से पूरा सेट अप तैयार वर्कशॉप का उद्घाटन किया। इस मौके पर गांव के लोग भी शामिल हुए। लालजी का धंधा तेजी से बढ़ रहा था। लालजी जल निगम के बोरिंग की पाइपों में चूड़ी पेरने और डाई काटने का काम करते थे। वहीं, उनके दोनों बेटे गुड्डू और यादवीर वेल्डिंग का काम निपटाया करते थे।