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मुंबई का ‘उत्तर भारतीय संघ’ बना बेसहारों का आशियाना

विधायक आरएन सिंह ने पीएम केयर फंड में दिया दस लाख का योगदान

मुंबई: मुंबई में रह रहे लाखों उत्तर भारतीयों की प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था ‘उत्तर भारतीय संघ’ इन दिनों लॉकडाउन के कारण महानगर में फंसे सैकड़ों लोगों के लिए सहारा बना है। कोरोना संकट के चलते महानगर में फंसे बेघरों को बांद्रा पूर्व स्थित ‘उत्तर भारतीय संघ भवन’ में आशियाना उपलब्ध कराने वाले उत्तरभारतीय संघ के अध्यक्ष व भाजपा विधायक आर एन सिंह ने प्रधानमंत्री केयर फंड में भी 10 लाख रुपए का योगदान किया है।
इस इमारत में पिछले 20 दिनों से ठहरी कुसम सिंह पेट के कैंसर की बीमारी से पीड़ित हैं। कुसम अपने पति रामभुवन सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के बांदा से इलाज के लिए टाटा कैंसर अस्पताल आई थी। इसी बीच लॉकडाउन होने के चलते वे अपने घर नहीं लौट नहीं सकी। इसी तरह पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले विष्णुचंद विश्वास और बिहार के मधुपुरा से आए झोपा सिंह भी कैंसर के इलाज के लिए मुंबई आए थे पर ट्रेन बंद होने के बाद ये लोग परेल के फुटपाथ पर रात गुजारने के लिए मजबूर थे। अब वे उत्तर भारतीय भवन में आराम से समय काट रहे हैं। ये अब उत्तर भारतीय संघ के मेहमान हैं। यहां पुलिस की देखरेख में लगभग दो सौ से अधिक लोगों के लिए सुबह का नाश्ता और दोपहर तथा रात के भोजन का प्रबंध संस्था की तरफ किया रहा है। यहां रहने वाले लोग कहते हैं कि यदि यहां सहारा नहीं मिला होता तो हमारा क्या होता? अभी न जाने यह बंदी कब तक रहने वाली है। संघ परिसर में मनपा प्रशासन एवं पुलिस द्वारा प्रशासनिक व्यवस्था की गई है।

इस बारे में संघ के अध्यक्ष और भाजपा विधायक आर एन सिंह कहते हैं कि इस विश्वव्यापी संकट का मुकाबला हम सबको मिलजुल कर करना होगा। कोरोना वायरस के कारण इस संकट की घड़ी में जो लोग मुश्किल में हैं, और उत्तर भारतीय संघ भवन में रखे गए हैं, उन्हें किसी भी तरह का कष्ट नहीं होने दिया जाएगा। इस बीच सिंह ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 10 लाख रुपए का दान भी दिया है। उन्होंने मुंबई महानगरपालिका द्वारा संचालित घाटकोपर के राजावाडी अस्पताल में भी अपनी विधायक निधि से 50 लाख रुपए की निधि उन्होंने उपलब्ध कराई है, ताकि वहां कोरोना एवं अन्य घातक बीमारियों से लड़ने के लिए आवश्यक उपकरण खरीदे जा सकें।