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डॉ. अजिंक्‍य डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय की अनोखी पहल…

पुणे, इंस्टीट्यूट फॉर डिज़ाइन एलईडी एंटरप्रेन्योरशिप (आईएफडीई) के सहयोग से डॉ.अजिंक्य डीवाई पाटील विश्वविद्यालय (एडीवाईपीयू) ने अपने तरह के बिल्‍कुल नए मास्‍टर्स प्रोग्राम- द डिज़ाइन ड्रिवेन एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की है। आज के समय में इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता के बारे में डॉ.अजिंक्‍य डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष ने कहा, “एडीवाईपीयू में हम मानते हैं कि नए युग के सफल पेशेवर और उद्यमी भविष्‍य का सपना बुनने वाले हैं, जिनके पास नया करने का जुनून है, मनुष्‍य को प्रभावित करने वाले स्थायी समाधान तैयार करने के लिए बेजोड़ तकनीक का नेतृत्व और आविष्कार वही करेंगे। एक नवाचार विश्वविद्यालय के रूप में हम एक 21 वीं सदी की अभिनव मानसिकता को स्थापित करने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं, जो रचनात्मकता, व्यापार और प्रौद्योगिकी क्षमताओं का मिश्रण है।” उन्होंने आगे कहा, “एडीवाईपीयू-आईएफडीई के सहयोग के माध्यम से हम डिजाइन के प्रति समर्पित पेशेवर बनाना चाहते हैं जो समग्र और रणनीतिक रूप से तकनीक के माध्यम से वास्तविक जीवन की समस्या को सुलझाने के बारे में सोच सकते हैं। हमें दुनिया भर में सबसे बड़ी 500 कंपनियों में से कुछ के साथ समृद्ध अनुभव प्राप्त करने, वैश्विक समाधानों को विकसित और नया बनाने का अभ्यास करने वाले उद्योग विशेषज्ञों की एक गतिशील टीम के साथ जुड़े होने पर गर्व है, जो हमारे छात्रों को अपनी शिक्षा प्रदान करेंगे।” आईएफडीई के नवीन शिक्षा ढांचे के बारे में चर्चा करते हुए डॉ. गिरीश प्रभु, संस्थापक और कार्यकारी निदेशक, आईडीडीई ने कहा, “एडीवाईपीयू-आईएफडीई कार्यक्रम उद्यमिता की भावना के साथ डिजाइन के शिल्प को जोड़ता है और अभ्यास आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न प्रकार की रचनात्मक और बड़ी समस्याओं के समाधान की तकनीक पर जोर देता है ताकि जिम्‍मेदार व्‍यवसाय एवं विचाराें का निर्माण किया जा सके।” उन्होंने आगे बताया, “शोध ने साबित किया है कि व्यक्ति और निगम जिन डिजाइन सिद्धांतों को व्‍यवहार में लाते हैं, वे उनकी प्रतियोगिता को नया और बेहतर बनाते हैं।
इस कार्यक्रम में छात्रों को शोध, नवाचार, डिजाइन-सोच और उद्यमशीलता जैसे कौशलों के संयोजन के माध्यम से एक परिवर्तनकारी मस्तिष्‍क के साथ 21वीं सदी का कौशल विकसित करने और उसे बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।