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कांग्रेस के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ताजपोशी; सोनिया गांधी बोलीं- बड़ी जिम्मेदारी से हो जाऊंगी मुक्त

अध्यक्ष के तौर पर खड़गे का पहला संबोधन
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद खड़गे ने अपने पहले संबोधन में कहा कि मेरे लिए भावुक छण है. एक सामान्य कार्यकर्ता, मजदूर के बेटे को कांग्रेस अध्यक्ष चुनकर सम्मान देने के लिए आप सबका आभार…ब्लॉक अध्यक्ष से शुरू हुई यात्रा को आपने इस मुकाम पर पहुंचाया है. अंबेडकर के बनाए संविधान की रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है.

नयी दिल्ली: कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया है. 80 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे 137 पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण क्षण है. उन्होंने सोनिया गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस को संभाला. बीते 24 सालों में यह पहला मौका है जब कोई गैर नेहरू-गांधी परिवार का शख्स कांग्रेस अध्यक्ष पद संभाल रहा हैं.
AICC मुख्यालय दिल्ली में चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंपा. अध्यक्ष बनने के बाद अपने पहले भाषण में खड़गे ने कहा- आज मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है. आज एक सामान्य कार्यकर्ता को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुनकर ये सम्मान देने के लिए मैं आप सबको हार्दिक धन्यवाद देता हूं. हम हर चुनौती से मिलकर लड़ेंगे और हर झूठ का पर्दाफाश करेंगे.

पद छोड़कर राहत मिली: सोनिया गांधी
इस मौके पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि खड़गे को अध्यक्ष पद की कमान सौंपकर वे राहत महसूस कर रही हैं. उनके सिर से बड़ा बोझ उतर गया है. उन्होंने कहा, मैं नए पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी को बधाई देती हूं. सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि जिन्हें अध्यक्ष चुना है, वे एक अनुभवी और धरती से जुड़े हुए नेता हैं. एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करते हुए अपनी मेहनत और समर्पण से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं. सोनिया ने अपने कार्यकाल के लिए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद भी दिया.

सोनिया गांधी ने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि मैं बहुत राहत महसूस कर रही हैं. यह बड़ी बात है कि एक कमजोर परिवार से आने वाले नेता को पार्टी के लोगों ने चुना है. वह अपनी मेहनत और लगन से यहां तक पहुंचे हैं. हमें यकीन है कि उनकी लीडरशिप में कांग्रेस मजबूत होगी.
सोनिया गांधी ने मैंने अभी कहा कि राहत महसूस कर रही हूं. मैं इस बात को स्पष्ट करना चाहती हूं कि आपने इतने सालों से मुझे जो प्यार और सम्मान दिया है, उसका अहसास मुझे जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा. लेकिन यह सम्मान एक बड़ी जिम्मेदारी भी थी. मुझसे अपनी क्षमता और योग्यता के मुताबिक जो बन पड़ा है, वह किया है.
करीब 22 सालों तक कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि आज हमारी पार्टी के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं. सबसे बड़ी चुनौती यह है कि देश के सामने लोकतांत्रिक मूल्यों का जो संकट खड़ा हुआ है, उसका मुकाबला हम कैसे करें?
उन्होंने कहा कि आपने जिस तरह लोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नया नेता चुना है, उसी तरह आप पार्टी के सभी कार्यकर्ता और नेता आपस में मिल-जुलकर ऐसी शक्ति बनेंगे, जो हमारे महान देश के सामने उपस्थित समस्याओं का सामना कर सकें. कांग्रेस के सामने पहले भी बड़े-बड़े संकट आए हैं, लेकिन पार्टी ने कभी हार नहीं मानी. हमें आगे भी पूरे संकल्प और मजबूती के साथ आगे बढ़ना है और सफल होना है. अंत में मैं यह कहूंगी कि सबको लगातार सहयोग के लिए एक बार फिर से धन्यवाद देती हूं. मैं इस मौके पर मधुसूदन मिस्त्री को भी धन्यवाद देती हूं कि उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए निष्पक्ष चुनाव कराया है. अध्यक्ष पद पर खड़गे जी का सम्मान करते हुए अपनी बात समाप्त करती हूं.

गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों को नमन किया
कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के लिए AICC मुख्यालय पहुंचने से पहले बुधवार की सुबह ही राजघाट पहुंचकर खड़गे ने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. इसके बाद वे जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की समाधि पर गए. इस तरह खड़गे ने पद संभालने से पहले गांधीजी के साथ कांग्रेस की तीन पीढ़ियों को नमन किया. AICC पहुंचने पर सोनिया और राहुल ने मंच पर खड़गे को गुलदस्ता सौंपकर उनका अभिनन्दन किया. खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री और बाबू जगजीवन राम की समाधि पर भी फूल चढ़ाए. खड़गे ने मंगलवार शाम को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की थी. AICC हेडक्वार्टर में शपथ के लिए सुबह 10 बजे का समय तय किया गया था. लेकिन इसमें थोड़ी देर हुई.

इस मौके पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री के अलावा पार्टी के तमाम दिग्गज नेता खड़गे की ताजपोशी के दौरान नजर आए. राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से समय निकालकर खड़गे की ताजपोशी में पहुंचे और यह संदेश देने में कसर नहीं छोड़ी कि अब खड़गे ही पार्टी का नेतृत्व संभालेंगे और वह उनके मातहत ही काम करेंगे.