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जासूसी या प्यार: सीमा हैदर के दावों की खुली पोल; UP एटीएस की पूछताछ में हुआ ये बड़ा खुलासा?

लखनऊ: सीमा पार से भारत आई पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर मामले में डीजीपी कार्यालय ने बुधवार को बड़ी जानकारी दी है। लखनऊ स्थित डीजपी कार्यालय ने बताया कि सीमा हैदर के पास से दो वीडियो कैसेट, चार मोबाइल फोन, पांच पाकिस्तान अधिकृत पासपोर्ट, अधूरे नाम और पते के साथ एक अप्रयुक्त पासपोर्ट और आईडी कार्ड बरामद किया गया है।

कार्यवाहक DGP विजय कुमार

डीजीपी कार्यालय के मुताबिक, सीमा अपने चार बच्चों के साथ अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई और जिला पुलिस इस संबंध में जांच कर रही है। अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि सीमा गुलाम हैदर व सचिन मीणा साल 2020 में पबजी ऑनलाइन गेम के माध्यम से संपर्क में आए थे। सीमा 10 मार्च 2023 को नेपाल पहुंची तो इसी दिन सचिन भी वहां पहुंच गया, दोनों साथ रहे।
17 मार्च को सीमा पाकिस्तान वापिस चली गई पर इसके बाद 11 मई को वह अपने चार बच्चों को लेकर पाकिस्तान से काठमांडू होते हुए अनधिकृत रूप से भारत आ गई।

रबूपुरा में मुकदमा
मामला थाना रबूपुरा में दर्ज कराया गया। जिसमें सचिन मीणा, सीमा गुलाम हैदर और नेत्रपाल उर्फ नित्तर (सचिन मीणा के पिता) को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वर्तमान में सभी जमानत पर बाहर हैं। मामले की पड़ताल की जिम्मेदारी यूपी एटीएस को सौंपी गई है।

25 हजार रुपये की बचत करती थी सीमा, 12 लाख में मकान भी बेचा
पुलिस की जांच के मुताबिक, सीमा हैदर का पति गुलाम हैदर साल 2019 से काम करने के लिए सउदी अरब गया हुआ है। वह सीमा को घर खर्चा हेतु 70-80 हजार रुपये प्रतिमाह (पाकिस्तानी रुपये) सऊदी से भेजता था। इसमें मकान किराया, बच्चों की स्कूल फीस, आदि घर के खाने खर्चे के बाद यह 20-25 हजार रुपये प्रति माह की बचत करती थी। सीमा ने बताया कि जनवरी 2022 में इसने मकान 12 लाख में बेच दिया, क्योंकि इसे सचिन मीणा के पास भारत आना था।

कराची से आई!
पहली बार सीमा हैदर 15 दिन के टूरिस्ट वीजा पर 10 मार्च 2023 को कराची एयरपोर्ट से शारजाह आई। वहां से काठमांडू पहुंची। 17 मार्च 2023 को इसी रूट से नेपाल से वापस चलकर दिनांक 18 मार्च 2023 को पाकिस्तान कराची पहुंची।

इस तरह दूसरी बार यहां पहुंची!
दूसरी बार सीमा हैदर दिनाक 10 मई 2023 को 15 दिन के टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान से अपने चार बच्चों- फरहान उर्फ राज (उम्र 7.5 साल ) व पुत्री – फरवाह उर्फ प्रियंका (उम्र साढ़े 6 साल), फरिहा उर्फ परी (उम्र 05 साल), मुन्नी (उम्र 03 साल) को साथ लेकर कराची एयरपोर्ट से दुबई एयरपोर्ट पहुंची और 11 मई 2023 को सुबह दुबई एयरपोर्ट से चलकर काठमांडू एयरपोर्ट नेपाल आई। वहां से नेपाल पहुंची व पोखरा नेपाल में होटल (जिसका नाम इसे याद नही है) में कमरा लेकर रात को रुकी।
12 मई की सुबह पोखरा नेपाल से बस पकडकर रूपनडेही खुनवा बार्डर जनपद सिद्वार्थनगर से भारत में प्रवेश करके वाया लखनऊ, आगरा होते हुए 13 मार्च 2023 को रबूपुरा कट, गौतमबुद्धनगर पर बस से उतरी। सचिन ने पहले से ही रबुपुरा में एक किराये का कमरा ले रखा था। इस किराये के कमरे में सचिन मीणा और सीमा हैदर साथ-साथ रह रहे थे। इन दोनों को हाल ही में एक अदालत ने जमानत दी थी। इससे पहले सीमा के भारत में अवैध रूप से रहने को लेकर उसे और सचिन मीणा, दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में फिलहाल ATS की जांच जारी है। 2 दिन में करीब 16 घंटे तक चली पूछताछ के बाद यूपी एटीएस (ATS) को शक है कि सीमा हैदर उन्हें गुमराह कर रही है। दरअसल, 5वीं तक पढ़ाई करने का दावा करने वाली सीमा हैदर जिस कॉन्फिडेंस के साथ अधिकतर सवालों का धड़ाधड़ जवाब दे रही है, उससे ATS और अन्य एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। अब इस बात की भी जांच हो रही है की कहीं सीमा पर नज़र रखकर कोई उसे गाइड तो नहीं कर रहा है। अब इस मामले में यूपी ATS को खुफिया एजेंसी आईबी (IB) से भी कुछ अहम जानकारी मिली है।

अब तक की पूछताछ में सीमा के नोएडा स्थित रबूपुरा गांव तक पहुंचने में किन लोगों ने मदद की, इसे लेकर भी वो सही जवाब नहीं दे पाई है। इसके अलावा यूपी एटीएस को पूछताछ में एक और सबसे बड़ा खुलासा ये हुआ है कि सीमा ने कुछ सैन्य अधिकारियों को भी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। भारत आने से पहले सीमा ने 70 हजार पाकिस्तानी रुपये में एक नया मोबाइल खरीदा था। पूछताछ के दौरान सीमा ने यूपी एटीएस को अपने मोबाइल खरीदने की जानकारी दी है। पूछताछ में उससे ये भी पूछा गया कि क्या तुम्हें किसी ने मोबाइल फोन पर मैसेजिंग और इंटरनेट से चैटिंग में सावधानी बरतने के लिए कहा था?

‘फूफी’…’फल’ और ‘हिंदी’ कोडवर्ड
यूपी एटीएस के अधिकारियों ने सीमा हैदर से यह भी पूछा कि क्या तुम कोई कोडवर्ड का इस्तेमाल करती थी? एटीएस ने सीमा हैदर से जब यह पूछा कि क्या उसने कभी ‘फूफी’ और ‘फल’ जैसे कोडवर्ड का इस्तेमाल किया था?
यहां आपको बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के कामकाज की कोड लैंग्वेज में ‘फूफी’ उस शख्स को कहा जाता है जो अपने देश से जुड़ी जानकारियां आईएसआई तक भेजने का काम करता है। वहीं ‘फल’ कोडवर्ड का इस्तेमाल ‘रुपयों’ के संदर्भ में किया जाता है। यूपी एटीएस ने सीमा हैदर से ये भी पूछा कि तुम इतनी शुद्ध हिंदी कैसे बोल लेती हो तुम्हे हिन्दू रीति-रिवाजों के बारे में कैसे पता चला?

सीमा हैदर पर गहराया ATS का शक
एटीएस को इसलिए भी शक है कि सीमा हैदर ने खुद को पाकिस्तान की रहने वाली एक गरीब लड़की बताया था। पाकिस्तान में करीब-करीब हर शख्स उर्दू बोलता है। हिंदी शब्दों से पाकिस्तान में दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। लेकिन इस युवती की भाषा में कहीं भी उर्दू नहीं झलकती है। सीमा हैदर के शब्दों में भी कहीं उर्दू के लफ्जों का इस्तेमाल नहीं होता है। क्या ये संभव है कि महज चंद महीनों में सालों तक पाकिस्तान में रही एक गरीब लड़की की भाषा पूरी तरह से बदल जाए वो हिंदी के ऐसे मुश्किल शब्दों का इस्तेमाल करती है जिन्हें बिना पढ़े-लिखे जानना संभव ही नहीं है।

8 मई का मोबाइल बिल, 8 मई को ही बना पासपोर्ट!
सीमा हैदर के पास से 8 मई का मोबाइल फोन का बिल मिला है और 8 मई को ही सीमा का पासपोर्ट जारी हुआ है। और इसके दो दिन बाद यानी 10 मई को उसने पाकिस्तान छोड़ दिया। फ़िलहाल, सीमा हैदर से अबतक कई अहम सवालों का जवाब मिलना बाकी है, क्योंकि वो अपनी रटी-रटाई थ्योरी दोहरा रही है।