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ठाकरे सरकार के 917 स्कूल बंद करने के फैसले पर कपिल पाटील ने पत्र लिख किया विरोध

मुंबई: लोकभारती के विधायक कपिल पाटील ने प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए बस्ती स्थान घोषित करने के संबंध में जारी शासनादेश पर सवाल खड़े किए हैं। शुक्रवार को पाटील ने राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि अपेक्षा है कि आप गरीबों के स्कूलों को बंद करने का पूर्व की भाजपा सरकार के एजेंडे को लागू नहीं करेंगी। राज्य की ठाकरे सरकार ने विद्यार्थियों के अभाव में 917 स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है। यहां के बच्चे दूसरे स्कूलों में पढ़ने के लिए वाहन से भेजे जाएंगे।
पाटील ने कहा कि जिन लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं है उन्हें शासनादेश पढ़ने के बाद लगेगा कि जहां पर स्कूल नहीं है ऐसे सुदूर इलाकों के बच्चों को नजदीक के स्कूलों में ले जाने के लिए सरकार वाहनों की व्यवस्था कर रही है लेकिन वास्तव में राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने जिन स्कूलों को बंद किया है, उन्ही जगहों को 917 बस्ती स्थान के रूप में घोषित किया गया है। इससे कक्षा पहली से पांचवीं तक के 4875 विद्यार्थियों को अपने मूल गांव में शिक्षा से वंचित होना पड़ेगा उन्हें वाहन की व्यवस्था से दूसरे गांवों के स्कूलों में ले जाया जाएगा। पाटील ने कहा कि सरकार को 20 फरवरी को जारी किए गए शासनादेश को तत्काल वापस लेना चाहिए। सरकार को एक भी स्कूल बंद नहीं करना चाहिए।

(फाइल फोटो)