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नहीं रहे उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता अमर सिंह… राज्यसभा सांसद का सिंगापुर के अस्पताल में निधन!

नयी दिल्ली: राज्यसभा सांसद अमर सिंह की सिंगापुर में इलाज के दौरान 64 वर्ष की उम्र में आज दोपहर उनका निधन हो गया. पूर्व समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. उनका सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था. कुछ दिनों पहले ही उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया था. अमर सिंह ‘समाजवादी पार्टी’ के पूर्व महासचिव रहे हैं साथ ही राज्यसभा सांसद भी रहे हैं.
समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव के वो बहुत करीब रहे. अमर सिंह एक समय समाजवादी पार्टी की नंबर दो पोजिशन के नेता भी रहे थे. हालांकि साल 2010 में पार्टी के सभी पोस्ट से इस्तीफा दे दिया था. बाद में उन्हें पार्टी से भी बर्खास्त कर दिया गया.

अमर सिंह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते थे. आज ही उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी थी. साथ ही लोगों को ईद अल-अजहा की बधाई भी दी थी.

अमर सिंह का मार्च महीने में एक वीडियो खूब चर्चा में रहा था. जिसमें उन्होंने अपनी मौत की अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा था कि टाइगर अभी जिंदा है और बीमारी से जूझ रहा है. उन्होंने अपने पहले के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि तबीयत पहले भी बिगड़ी थी लेकिन हर बार वो मौत के मुंह से लड़कर वापस आ गए.

वीडियो में अमर सिंह कहते हैं, ‘सिंगापुर से मैं अमर सिंह बोल रहा हूं. रुग्ण (बीमार) हूं, त्रस्त हूं व्याधि (दिक्कतों) से लेकिन संत्रस्त (डरा) नहीं. हिम्मत बाकी है, जोश बाकी है, होश भी बाकी है. हमारे शुभचिंतक और मित्रों ने ये अफवाह बहुत तेजी से फैलाई है कि यमराज ने मुझे अपने पास बुला लिया है. ऐसा बिल्कुल नहीं है. मेरा इलाज चल रहा है और मां भगवती की कृपा हुई तो अपनी शल्य चिकित्सा के उपरांत शीघ्र-अतिशीघ्र दोगुनी ताकत से वापस आऊंगा.’

उन्होंने आगे कहा, ‘आप लोगों के बीच सदैव की भांति…जैसा भी हूं, जो भी हूं आपका हूं. बुरा हूं तो अच्छा हूं तो…अपनी चिरपरिचित शैली, प्रथा और परंपरा के अनुकूल जैसे अबतक जीवन जिया है, वैसे ही आगे भी जिऊंगा.’

पूर्व समाजवादी पार्टी नेता अमर सिंह ने कहा, बाकी हमारे मित्र जो हमारी मृत्यु की कामना कर रहे हैं, वह यह कामना छोड़ दें. हरदम मृत्यु हमारे द्वार को खटखटाती है. एकबार हवाई जहाज से गिर गया था तो भी यमराज ने स्वीकार नहीं किया, झांसी में. दस साल पहले भी गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ फिर भी लौटकर आ गया. 12-13 दिन तक मिडिल ईस्ट में वेंटिलेटर में रहकर मौत से लड़कर आ गया. उन तमाम अवसर के मुकाबले अबकी बार तो बिल्कुल स्वस्थ हूं, बिल्कुल सचेतन हूं.

पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमर सिंह के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया कि वह काफी ऊर्जावान नेता थे और उन्होंने पिछले कुछ दशकों में देश की राजनीति के अहम उतार-चढ़ाव काफी करीब से देखे थे. वो अपने जीवन में दोस्ती के लिए जाने जाते रहे हैं. उनके निधन की खबर सुनने से दुखी हूं. उनके परिवारजनों और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पूर्व राज्यसभा सांसद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करता हूं. दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों और सहयोगियों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. ओम शांति!

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, अपनी विशिष्ट कार्यशैली से भारतीय राजनीति पर अमिट प्रभाव डालने वाले मृदुभाषी राजनेता, सांसद श्री अमर सिंह जी का निधन दुःखद है. उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं. प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें. ऊं शांति.

अमिताभ बच्चन से मांगी थी माफी
उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेताओं में गिने जाने वाले अमर सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद थे। 5 जुलाई 2016 को उन्हें उच्च सदन के लिए चुना गया था. समाजवादी पार्टी से अलग होने के बाद उनकी सक्रियता कम हो गई थी. हालांकि, बीमार होने से पहले तक उनकी करीबियां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से बढ़ रही थीं. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत 1996 में राज्यसभा का सदस्य चुने जाने के साथ ही हुई थी.
सपा नेता मुलायम सिंह यादव के अलावा मेगास्टार अमिताभ बच्चन के परिवार से भी अमर सिंह के बेहद करीबी रिश्ते रहे हैं. पिछले कुछ सालों में इन रिश्तों में खटास जरूर आई थी. इसी साल फरवरी महीने में अमर सिंह ने एक वीडियो जारी करके अमिताभ बच्चन से माफी भी मांगी थी.

अमिताभ बच्चन के करीबी दोस्तों में थे अमर सिंह (फाइल फोटो)