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नितिन गडकरी की घोषणा- मुंबई-दिल्ली Express way से कम होगी 220 किलोमीटर की दूरी

मुंबई: केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को यह घोषणा की है कि मुंबई-दिल्ली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) तक बढ़ाया जाएगा। पहले इस एक्सप्रेस-वे को ठाणे शहर तक ही बनाया जाना था। इस एक्सप्रेस वे पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ियां चल सकेंगी।

220 किलोमीटर की दूरी होगी कम
दिल्ली-मुंबई हाईवे भारत का फ्लैगशिप एक्सप्रेस वे होगा। इसकी मदद से दिल्ली और मुंबई के बीच की दूरी तकरीबन 220 किलोमीटर कम हो जाएगी। वहीं इस हाईवे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से गाड़ियां चल सकेंगे। राज्य की इस सड़क को बनाने के लिए तकरीबन 7000 करोड़ का फंड अप्रूव कर दिया गया है।

बढ़ाई गयी प्रोजेक्ट की कॉस्ट
गडकरी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की कॉस्ट तकरीबन 5801 करोड रुपए बढ़ा दी गयी है। पहले सालाना 2727 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान था। इससे राज्य में 1035 किलोमीटर के राष्ट्रीय हाईवे का काम अच्छा और तेज गति से होगा। 429 करोड़ रुपये से पांच बड़े पुल और 10 छोटे पुलों का रिकंस्ट्रक्शन किया जाएगा। सेंट्रल रोड फन्ड की तरफ से भी 1800 करोड़ रुपये अलॉट किये गए हैं। इस दौरान नितिन गडकरी के साथ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात और नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे मौजूद थे।

राज्य सरकार भी बनी पार्टनर
नितिन गडकरी ने बताया कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे के लिए महाराष्ट्र सरकार भी भागीदार होगी। राज्य सरकार को जीएसटी में छूट देनी होगी साथ ही स्टील और सीमेंट की आपूर्ति करनी होगी वो भी रॉयल्टी फ्री। उन्होंने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के एक्सटेंशन की वजह से इस प्रोजेक्ट की लागत 15000 करोड रुपए तक बढ़ चुकी है। गडकरी ने कहा कि हम राज्य सरकार से चाहते थे कि वे 50 फीसदी पैसे भूमि अधिग्रहण के लिए दें। लेकिन सरकार ने कहा कि हम जीएसटी और रॉयल्टी में छूट देकर अपनी भागीदारी निभाएंगे।