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नोएडा एक्सटेंशन: डबल मर्डर केस का खुलासा, नाबालिग प्रेमिका के पिता के कहने पर मालिक-मालकिन को मारा

ग्रेटर नोएडा: नोएडा एक्सटेंशन स्थित चेरी काउंटी सोसायटी में कारोबारी कपल की हत्या का खुलासा कर पुलिस ने मृतक के कर्मचारी समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी कर्मचारी बीसीए का स्टूडेंट भी है। पुलिस का कहना है कि उसे उसकी नाबालिग प्रेमिका का पिता सौरभ ब्लैकमेल कर रकम ऐंठ रहा था। लड़की के पिता ने ही आरोपी को उकसाया और वारदात के बाद नोएडा के एक होटल में भी ठहराया। हत्याओं के बाद उसने एक लाख रुपये लूटे थे, जिसमें से 72 हजार बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस कमिश्नर ने खुलासा करने वाली टीम को एक लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।

हत्या के बाद होटल में रुका था आरोपी
बता दें कि चेरी काउंटी सोसायटी में रहने वाले कारोबारी विनय कुमार और उनकी पत्नी नेहा गुप्ता की तीन नवंबर की रात उनके फ्लैट में घुसकर हत्या की गई थी। शुक्रवार को डीसीपी हरीश चंद्र बताया कि बिसरख पुलिस ने पहले ग्रेनो वेस्ट के ग्लैक्सी वेगा सोसायटी गोलचक्कर के निकट से अमन हयात खान को पकड़ा। उसके बाद पूछताछ के आधार पर सौरभ को दबोचा।

वारदात के लिए खरीदा था चाकू
पूछताछ में पता चला कि लूट के लिए हत्याएं की थीं। मौके से एक लाख रुपये लूट लिए थे। लूट की रकम में से एक मोबाइल खरीदा और फ्लैट का किराया चुकाया। पुलिस ने 72 हजार रुपये, मोबाइल, चेकबुक, चाकू, खून से सने हुए कपड़े और जूते बरामद किए हैं। हत्या के लिए ही उसने वारदात से 7 घंटे पहले ही चाकू खरीदा था। हालांकि हत्या करते वक्त घर में रखे पीतल के दीपक स्टैंड का इस्तेमाल किया गया था।

विरोध करने पर किया हमला
पुलिस के अनुसार करवाचौथ के कारण विनय ने ग्रॉसरी स्टोर के पास मेहंदी लगाने वालों की निगरानी के लिए अमन की नाइट ड्यूटी लगाई थी। काम खत्म होने के बाद ग्रॉसरी स्टोर के निकट वाले गेट से होकर वह विनय के घर पहुंचा और धमकी देकर रुपये मांगे। विरोध करने पर उसने पहले नेहा की हत्या की और फिर विनय को मार डाला।

अपना पूरा नाम नहीं बताया था
अमन ने नौकरी करते समय केवल अपना अमन नाम लिखवाया था। वह ग्रेनो वेस्ट के फ्रेंच अपार्टमेंट में रह रहा था, जिसके लिए दोस्त के नाम से रेंट अग्रीमेंट तैयार कराया था। माना जा रहा है कि गुमराह करने के लिए उसने ऐसा किया। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि उसका असली नाम पता चला।
केस का खुलासा करने में सीसीटीवी मददगार बना। वह रात में सवा 12 बजे विनय के घर जाता हुआ दिखाई दिया है। करीब 20 मिनट बाद ही वापस निकलता दिखा है। जूते में खून के निशान मिले।

पैसे ऐंठ रहा था लड़की का पिता
शॉपिंग के लिए आने वाली एक नाबालिग लड़की से अमन का अफेयर था। लड़की के पिता सौरभ को पता चता तो उसने उससे ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठने शुरू कर दिए। अमन को पता था कि मालिक हर रोज लाखों के हिसाब से कैश घर लेकर जाता है।

पुलिस के अनुसार, सौरभ ने अमन को रुपये लूटने के लिए उकसाया। वारदात के बाद उसे नोएडा के सेक्टर 62 स्थित एक होटल में सौरभ ने ठहरवाया। यहां भी गलत आईडी दी गई। लूट की रकम से कारोबार शुरू करने की योजना थी।

10वीं में आए थे 95 फीसदी
अमन ग्रेनो के एक कॉलेज में बीसीए का स्टूडेंट है। 10वीं में उसके 95 फीसदी नंबर आए थे। मूलरूप से बिहार मोतीहारी जिला निवासी अमन के पिता सउदी अरब में काम करते थे। बीमारी के कारण नौकरी छोड़कर घर लौट आए। ऐसे में अमन के खर्चों के लिए वह पैसे नहीं दे पा रहे थे। इस कारण पांच महीने पहले उसने नौकरी शुरू की।