ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य

परिवहन मंत्री परब का BJP नेता सोमैया पर पलटवार, कहा-Mhada ने जिस जगह को अवैध बता मुझे नोटिस भेजा, वो मेरी है ही नहीं!

मुंबई: फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत विवाद मामले में शिवसेना ने अब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर सीधे निशाना साधा है। शिवसेना नेता तथा प्रदेश के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि अगर राज्यपाल को लगता है कि कंगना के अवैध निर्माण को नहीं तोड़ा जाना चाहिए तो उन्हें खुलकर कहना चाहिए कि कंगना के अवैध निर्माण को न ढहाया जाए।
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में परब ने कहा कि यदि भाजपा और आरपीआई अध्यक्ष तथा केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले चाहते हैं कि कंगना के अवैध निर्माण को नहीं गिराया जाना चाहिए तो उन्हें भी खुलकर यह बता देना चाहिए। भाजपा और आठवले को कहना चाहिए कि कंगना के अवैध निर्माण को न गिराया जाए और कंगना के ड्रग कनेक्शन के बारे में पूछताछ न की जाए।
विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के दाऊद इब्राहिम का घर न गिराने और कंगना के कार्यालय को तोड़ने के आरोप पर भी परब ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सवाल यह नहीं है कि दाऊद इब्राहिम का घर नहीं गिराया है और कंगना का कार्यालय तोड़ दिया। हम तो चाहते हैं कि जितने गैरकानूनी ढंग से निर्माण कार्य किए गए हैं वो सब गिराया जाना चाहिए।

म्हाडा का मुझे नोटिस भेजना गलत: परब
इस बीच मंत्री परब ने भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया की ओर से बांद्रा पूर्व में अवैध निर्माण करने को लेकर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया। परब ने कहा कि मुझे म्हाडा ने गलत नोटिस भेजा है। मैं म्हाडा से नोटिस वापस लेने की मांग करूंगा। परब ने दावा करते हुए कहा कि मुझे म्हाडा के नोटिस के बारे में गुरुवार को ही पता चला है। हमें समझ में नहीं आ रहा है कि म्हाडा ने मुझे नोटिस क्यों दिया, क्योंकि जिस जगह के बारे में नोटिस दिया गया है, मैं उसका मालिक नहीं हूं!
परब ने कहा कि नोटिस पर लिखा हुआ पता भी गलत है। परब ने कहा कि मुझे बदनाम करने के लिए षड्यंत्र के तहत आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे पहले गुरुवार को भाजपा नेता सोमैया ने परब के खिलाफ बांद्रा पूर्व में दो हजार वर्गफुट जगह पर अवैध निर्माण करने का आरोप लगाया था। सोमैया ने कहा था कि म्हाडा ने परब को एक साल पहले नोटिस दिया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

कंगना रनौत को न्याय दिलाने राजभवन पहुंचे आठवले
वहीं कंगना विवाद मामले में मौके पर चौका मरते हुए आरपीआई अध्यक्ष तथा केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर अभिनेत्री कंगना रनौत को न्याय दिलाने की मांग की है।
शुक्रवार को आठवले ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल से विभिन्न मुद्दों पर लगभग 25 मिनट चर्चा की। राजभवन के बाहर मीडिया से बातचीत में आठवले ने कहा कि मैंने राज्यपाल से कंगना के मामले को लेकर चर्चा की है। राज्यपाल से कहा कि अभिनेत्री पर अन्याय हुआ है। उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
बुधवार को मुंबई मनपा ने कंगना के कार्यालय को तोड़ दिया है। मनपा के कर्मचारियों ने कार्यालय के भीतर जाकर फर्नीचर की भी तोड़फोड़ की है, जबकि मुंबई मनपा को फर्नीचर तोड़ने का अधिकार नहीं है। इसलिए कंगना को नुकसान का मुआवजा मिलना चाहिए। आठवले के अनुसार राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वे कंगना को न्याय दिलाने के लिए प्रयास करेंगे।

कैप्टन साठे के लिए पद्मश्री की मांग
आठवले ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण में असफल साबित हुई है। इस बारे में भी राज्यपाल से शिकायत की है। आठवले ने कहा कि मैंने केरल के कोझिकोड में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाले कैप्टन दीपक साठे को मरणोपरांत पद्मश्री पुरस्कार दिलाने की मांग की है। इस पर राज्यपाल ने कहा कि वे राज्य सरकार को पद्मश्री के लिए साठे के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजने के लिए कहेंगे। आठवले ने कहा कि साठे ने सैकड़ों विमान यात्रियों का जीवन बचाने के लिए अपनी जान गंवा दी। इसलिए उन्हें पद्मश्री मिलना चाहिए।