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बदायूं गैंगरेप केस: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया मुख्य आरोपी महंत

बदायूं: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बदायूं जिले में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ कथित गैंगरेप और उसकी हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपी महंत को उघैती इलाके में गुरुवार देर रात को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महंत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रखा गया है। इस दौरान महंत से लंबी पूछताछ की जाएगी। हालांकि महंत से पहले भी पूछताछ की गई है, लेकिन उसके गैंगरेप और हत्या की बात नहीं कबूली है।
बता दें कि शुक्रवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ दौरान महंत ने कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस सूत्रों का दावा है कि महंत बहुत शातिर निकला है। उसने दो महिलाओं से प्रेम संबंध की बात कुबूली है। देर रात तक कई दौर की पूछताछ में महंत ने हत्या और गैंगरेप से इनकार किया। उसने कहा आंगनबाड़ी सहायिका की कुएं में गिरकर मौत हो गई थी।
पुलिस की कड़ी पूछताछ में महंत ने बताया कि आंगनबाड़ी सहायिका समेत एक अन्य महिला से उसके प्रेम संबंध थे। इसको लेकर महिला का उससे झगड़ा हो गया। गुस्से में महिला कुएं में कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई। महिला के कुएं में गिरने से महंत घबरा गया। उसने इसकी सूचना किसी को नहीं दी। पुलिस ने गैंगरेप और हत्या के बाबत जितनी बार भी महंत से पूछताछ की वह अपना बयान दोहराता रहा। महंत ने संबंध होने की बात स्वीकार की है लेकिन हत्या और गैंगरेप की बात से इनकार किया। पुलिस अब और सख्ती से पूछताछ कर रही है। ऐसे में पुलिस महंत से जुड़ी एक अन्य महिला से भी पूछताछ करेगी। महंत ने उसका भी नाम-पता पुलिस को बताया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक महंत से जो बातें पता चली हैं उसके अनुसार, धर्म स्थल में कई महिलाओं का आना जाना था। इनमें से महंत दो महिलाओं के करीब आ गए थे, इसी वजह से घटना हो गई।

कुछ महिलाओं से थीं महंत की नजदीकियां
महंत सत्यनारायण सात साल से मेवली के मंदिर मे रह रहा था। घटना के दिन उसने महिला को फोन करके बुलाया था। यानी पूरी तैयारी के साथ सत्यनारायण ने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। मूलरूप से वो बरेली के आवंला का रहने वाला है।
मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी पुजारी इलाके के लोगों को दवाई भी देता था। पेट दर्द, कमर दर्द के इलाज के लिए लोग इसके पास मंदिर में आते थे। अभी तक पुलिस की जांच में इसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं निकला है। इसके दो भाइयों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनके खिलाफ भी पुराना केस नहीं निकला।
महंत सत्यनारायण की शादी नहीं हुई है। पर इलाके की कुछ महिलाओं से इसकी नजदीकियां थीं। कई बार महिलाएं इससे मिलने भी आती थीं। कहा जाता है कि कुछ महिलाओं से इसके नजदीकी संबंध भी थे, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

क्या है पूरा मामला?
बुधवार को बदायूं जिले से हैवानियत की हदें पार करने वाली खबर सामने आई थी। उघैती इलाके में रविवार रात 50 वर्षीय महिला अपने गांव के मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। जिसके बाद महिला का शव संदिग्ध हालात में मिला था। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो गैंगरेप की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने इस मामले में गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया था और तीन लोगों को नामजद किया। इस केस के दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी. जबकि मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण फरार चल रहा था। गुरुवार को पुलिस ने उसे भी धर दबोचा।

सीएम योगी ने कहा था दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
इस घटना के चलते विपक्षी दलों ने यूपी सरकार को घेरने की कोशिश भी की। हालांकि सीएम योगी ने कहा था कि बदायूं की घटना अत्यंत निंदनीय है। अभियुक्तों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।