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बदायूं: मंदिर में पूजा करने आई महिला के साथ पुजारी और उसके चेलों ने किया गैंगरेप…गुप्तांग में डाली रॉड!

लखनऊ, (राजेश जायसवाल): पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां बदायूं के उघैती क्षेत्र में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और दरिंदगी के बाद की गयी हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि एक की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है. घटना रविवार 3 जनवरी देर शाम का है.

पुलिस के मुताबिक, 50 साल की एक आंगनवाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई है! इन दरिंदों ने महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने की कोशिश भी की. महिला की बाईं पसली, बायां पैर और बाएं फेफड़े को भी वजनदार प्रहार से नुकसान पहुंचाया गया है. बताया जा रहा है कि शरीर के अन्य हिस्सों पर भी गंभीर चोटें आई हैं. एक पुजारी समेत तीन लोगों पर इसका आरोप लगा है. मंदिर में मौजूद महंत सत्यनारायण, उसके चेले वेदराम और ड्राइवर जसपाल ने महिला के साथ गैंगरेप किया है. पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक फरार है.
सोमवार की सुबह महिला के घर से ली गई तस्वीरों में दिख रहा है कि एक खाट पर शव पड़ा है और परिवार के सदस्यों समेत अन्य ग्रामीण उसे घेऱे हुए हैं. शव एक पीली चादर से ढकी हुई है, जो खून से लथपथ दिखाई देती है. लाश का एक पैर टूटा हुआ है जो झुका हुआ दिखाई दे रहा है.
मृतक महिला के बेटे ने स्थानीय मीडिया को बताया कि ‘वे लोग इन्हें (महिला को) अपनी गाड़ी में लाकर यहां छोड़ गए. यहां पहुंचने तक वह मर चुकी थीं. पुजारी और अन्य लोगों ने उन्हें दरवाजे पर गिरा दिया और जल्दी से छोड़कर भाग गए’. ‘मेरी मां रोज पूजा करने के लिए वहां जाती थी. रविवार को वो शाम पांच बजे के करीब पूजा करने गई थीं. वे लोग उन्हें रात के 11.30 बजे के करीब फेंक गए’.

बदायूं पुलिस के एक ट्वीट में कहा गया है कि मामले में गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है और दो गिरफ्तारियां की गई हैं. बदायूं पुलिस के प्रमुख संकल्प शर्मा ने भी दो गिरफ्तारियों की पुष्टि की हैं. उन्होंने यह भी कहा कि लापरवाही के लिए स्थानीय पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.
बदायूं के पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा, प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि स्थानीय थाना प्रभारी ने मामले को संभालने में लापरवाही की है. मैंने थाना प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है.

हैरान करने वाली बात यह है कि पुलिस लगातार इस बात को झुठलाती रही कि महिला के साथ रेप हुआ है, पुलिस का कहना था कि कुएं में गिरने से उसकी मौत हो गई. मामला जब मीडिया के माध्यम से आला अधिकारियों तक पहुंचा तब भी पुलिस ने पीड़िता के शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया. 48 घंटे तक पोस्टमार्टम नहीं कराए जाने को लेकर पुलिस के रवैए पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. आरोप है कि उघैती पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. पीड़ित परिवार ने 112 नबर डॉयल करके पुलिस की मदद ली. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. पीड़िता को अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

पोस्टमार्टम में गैंगरेप की पुष्टि
आंगनबाड़ी सहायिका के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद डॉक्टरों ने गैंगरेप की पुष्टि की है. इतना ही नहीं पोस्टमार्टम में महिला के प्राइवेट पार्ट्स में रॉड जैसे चीज डालने की भी पुष्टि हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के पसलियां और पैर टूटी हुई थी वहीं उसके फेफड़े भी बुरी तरह से डैमेज हुए हैं. इसके अलावा शरीर के सभी हिस्सों में गंभीर चोट के निशान हैं.

महिलाओं के खिलाफ अपराध में टॉपर है यूपी
मामले पर चौतरफा किरकिरी होने के बाद राज्य सरकार ने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि और सरकारी योजनाओं का लाभ देने की घोषणा की है. उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का खुद संज्ञान लिया है और ADG जोन बरेली से तत्काल रिपोर्ट मांगी है.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अगर STF को भी लगाना पड़े तो उन्हें लगाकर जल्द घटना की जांच की जाए. उन्होंने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं. एसएसपी संकल्प शर्मा ने भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.

‘बलात्कारी बचने नहीं चाहिए’: सीएम योगी
दूसरी ओर उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ हर वक़्त प्रदेश में चुस्त लॉ एंड आर्डर और रामराज्य की बात करते हैं, लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो कुछ और ही कहानी बता रही है. एनसीआरबी द्वारा हालिया प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश, देशभर में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की राज्यवार सूची में टॉप पर है. यानी उत्तरप्रदेश में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं. सालभर में प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ 59 हजार 853 केस दर्ज किए गए हैं. राज्य में हर दो घंटे में एक महिला के साथ बलात्कार होता है!