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मन की बात में पीएम मोदी बोले- मां भारती के गौरव पर आंच नहीं आने देंगे…लद्दाख में चीन को मिला करारा जवाब

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. ‘मन की बात’ का यह 66वां एपिसोड था. इस दौरान प्रधानमंत्री ने चीन के साथ चल रहे गतिरोध, कोरोना महामारी और लॉकडाउन समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी. पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. भारत मित्रता निभाना जानता है तो ‘आंख में आंख’ डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.

2020 पर मोदी बोले- पूरा साल खराब नहीं
मोदी ने कहा कि लोग अकसर बोलते दिखे कि ये साल कब बीतेगा. फोन पर लोग यही बात करते हैं कि साल कब बीतेगा. लोग कह रहे साल अच्छा नहीं, यह शुभ नहीं. लोग चाहते हैं कि यह साल जल्द बीत जाए. मोदी ने कहा कि इस साल देश ने कोरोना संकट देखा. उस बीच अम्फान, निसर्ग तूफान भी आए. फिर टिड्डी दल और भूकंप के इतने झटके. इस बीच पड़ोसी देशों से तनातनी भी हुई. लेकिन इस सब के बावजूद साल को खराब कहना ठीक नहीं. मोदी बोले कि मुश्किलें आती हैं, संकट आते हैं लेकिन आपदाओं की वजह से साल को खराब मानना ठीक नहीं. यह सोच लेना कि पूरा साल ही ऐसा है ठीक नहीं. एक साल में एक चुनौती या 50 चुनौती उससे साल खराब नहीं होता.
पीएम मोदी ने आगे देशवासियों को आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी. कहा कि यह सैनिकों की मदद होगी. मोदी ने कहा कि ऐसे कई लोगों के संदेश उन्हें मिलते हैं कि वे लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी की बड़ी बातें:– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का संकल्प है- भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा. भारत का लक्ष्य है- आत्मनिर्भर भारत. भारत की परंपरा है- भरोसा, मित्रता. भारत का भाव है- बंधुता. हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे.

पीएम ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है. भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, ‘आंख में आंख’ डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारा हर प्रयास इसी दिशा में होना चाहिए जिससे सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़े. देश अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर बने, यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी. पीएम मोदी ने कहा कि भारत-माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हर देशवासी को जीवन का ध्येय बनाना है.

लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है और श्रद्धांजलि दे रहा है. पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नतमस्तक है. अपने वीर -सपूतों के बलिदान पर उनके परिजनों में जो गर्व की भावना है देश के लिए जो जज़्बा है-यही तो देश की ताकत है.

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले, देश के पूर्वी छोर पर Cyclone Amphan आया तो पश्चिमी छोर पर Cyclone Nisarg आया. कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई-बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं. देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है. दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है. अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है.

चीन से टकराव पर पीएम मोदी ने कहा, लोगों को लगता था कि भारत की संरचना ही नष्ट हो जाएगी, लेकिन इन संकटों से भारत और भी भव्य होकर सामने आया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोग सोच रहे हैं कि ये साल कब खत्म होगा. महामारी पर भी खूब बातें हुईं. लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर यह साल कब बीतेगा?

एक साल में एक चुनौती आए या पचास लेकिन इससे साल खराब नहीं हो जाता. भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल करके और ज़्यादा निखरकर निकलने का रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि इसी साल में, देश नये लक्ष्य प्राप्त करेगा, नयी उड़ान भरेगा, नयी ऊँचाइयों को छुएगा. मुझे, पूरा विश्वास, 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर है, आप सब पर है, इस देश की महान परम्परा है.

कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से पूरी दुनिया प्रभावित हैं, जिसमें भारत देश भी शामिल है. उन्होंने कहा कि कोरोना की समस्या ने मानवता को अपना निशाना बनाया है.जबतक कोरोना है तबतक हमें सोशल डिस्टेसिंग, मास्क पहनने, साफ सफाई का ख्याल रथने के साथ ही सभी नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा.लॉकडाउन खोले जाने के चरण में हमें और सावधान रहना होगा.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कोरोना संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है. अनलॉक में कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने पर जोर देना है. प्रधानमंत्री मोदी ने मास्क पहनने, दो गज की दूरी का पालन करने को कहा.

मोदी ने स्पेस सेक्टर के सुधार का जिक्र किया. कहा कि इससे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को तेजी मिलेगी.

घर के बुजुर्गों का वीडियो इंटरव्यू करें
मोदी ने हर घर के बच्चों से गुजारिश की. जब टाइम मिले तो घर के बुजुर्गों का नाना-नानी, दादा-दादी का मोबाइल से वीडियो इंटरव्यू करें. उनसे पूछे कि बचपन में क्या खेलते थे, छुट्टियों में क्या करते थे. त्योहार कैसे मनाते थे? बुजुर्ग भी इससे खुश होंगे. 40-50 साल पहले क्या होता था, भारत कैसा था बच्चों को भी जानने को मिलेगा.

मॉनसून पर पीएम मोदी ने कहा कि इसबार बारिश अच्छी होने की उम्मीद है. मोदी ने 85 साल के कामेगौड़ा का जिक्र किया. वो जानवरों को चराते हैं लेकिन अपने इलाके में नए तालाब बनाने का काम करते हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि गणेश चतुर्थी पर इको-फ्रैंडली मूर्ति बनाने की कोशिश होनी चाहिए जिससे वह नदी में संकट पैदा न करें.

पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा को याद किया. कहा कि वह अनेक भाषओं को जानते थे. जो भारत के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक थे. वह 17 वर्ष की उम्र से ही अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहे थे.

मोदी की मन की बात ये पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार से सवाल किया था. ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर सवाल करते हुए उन्होंने लिखा था- राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात कब होगी? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह 66वीं मन की बात है. पिछले ‘मन की बात’ यानी मई वाले ऐडिशन में पीएम मोदी ने कोरोना अनलॉक 1.0 पर बात की थी. बताया था कि अब देश लॉकडाउन से अनलॉक की तरफ जा रहा है.