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महाराष्ट्र कोरोना संकट: सरकारी अस्‍पताल के डीन को जारी हुआ नोटिस, जानें- क्‍या है मामला?

महाराष्ट्र चिकित्सा शिक्षामंत्री अमित देशमुख

मुंबई: चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशालय, महाराष्ट्र के निदेशक ने लातूर जिले के एक सरकारी अस्पताल के डीन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अस्‍पताल के डीन ने कोरोना संक्रमित मरीज को बाजार से दवाईयां खरीदने के लिए कहा था। इस मामले में तीन दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है।
राज्य के चिकित्सा शिक्षामंत्री अमित देशमुख ने इस संबंध में इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए लातूर के विलासराव देशमुख चिकित्सा विज्ञान संस्थान के डीन को नोटिस जारी किया। गौरतलब है कि सभी सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के रोगियों का इलाज मुफ्त में किया जा रहा है, लेकिन लातूर के अस्पताल में भर्ती एक मरीज को कथित रूप से बाहर से एक महंगी दवा टॉसिलिजुमब खरीदने के लिए कहा गया था। इस मामले में डीन से तीन दिनों में जवाब मांगा गया है।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कुछ दिन पहले जानकारी देते हुए बताया था कि, सरकार ने निजी लैब द्वारा की जाने वाली कोविड-19 की जांच की कीमत 4,500 रुपये से घटाकर 2,200 रुपए कर दी है। टोपे का कहना था कि कम कीमत होने से लोगों को काफी राहत मिली है। उन्होंने बताया था कि, अस्पतालों से वायरल ट्रांसपोर्ट मीडिया (वीटीएम) के जरिए स्‍वाब नमूना एकत्रित करने के लिए 2,200 रुपए लिए जांएगे, जबकि घर से स्‍वाब नमूना एकत्रित करने के लिए 2,800 रुपए लिए जाएंगे। इससे पहले इसके लिए क्रमश: 4,500 और 5,200 रुपए चुकाने पड़ते थे।
प्राइवेट लैब अधिकतम इतना ही शुल्क ले सकती हैं। जिलाधीश कीमतों को और कम कराने के लिए प्राइवेट लैब से बातचीत कर सकते हैं। अगर प्राइवेट लैब इससे अधिक का शुल्क लेते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने दावा किया कि ये नई दरें देश में सबसे कम होंगी। मंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 जांच के लिए 91 प्रयोगशालाएं हैं।