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मुंबई: तालोजा जेल में ही रहेंगे अर्नब गोस्वामी, उच्च न्यायालय ने अंतरिम जमानत याचिका की खारिज

नयी दिल्ली: रिपब्लिक टीवी के एक न्यूज एंकर ने भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एस ए बोबडे को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि अर्नब गोस्वामी को तलोजा जेल में खतरनाक अपराधियों एवं अंडरवर्ल्ड’ के साथ रखे जाने के कदम का संज्ञान लिया जाए और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए।’
रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी एवं अन्य को सोमवार को बंबई उच्च न्यायालय ने एक इंटीरियर डिजाइनर को आत्महत्या के लिए उकसाने के 2018 के एक मामले में अंतरिम जमानत देने से इंकार कर दिया। पत्रकार अर्नब गोस्वामी को पहले अलीबाग जेल के लिए कोविड-19 केंद्र के तौर पर निर्धारित एक स्थानीय स्कूल में रखा गया था और न्यायिक हिरासत में उन्हें कथित तौर पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते पाए जाने के बाद रविवार को रायगढ़ के तलोजा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।
समाचार चैनल के सलाहकार संपादक प्रदीप भंडारी ने रविवार को सीजेआई को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि गोस्वामी को ‘गलत बहाने’ से जेल में स्थानांतरित किया गया है और उन्हें तलोजा जेल में ‘खतरनाक अपराधियों’ और ‘अंडरवर्ल्ड’ के साथ रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि गोस्वामी ने कहा है कि ‘उनका जीवन खतरे में है और सुबह उनके साथ मारपीट की गयी है’ और सीजेआई से आग्रह किया कि मामले का संज्ञान लें और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएं। पत्र में कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विचार व्यक्त करने के कारण अर्नब गोस्वामी का ‘उत्पीड़न किया गया और मारपीट की गई।’

यहां गोस्वामी को उनके आवास से गिरफ्तार करने के बाद अलीबाग ले जाया गया था जहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उन्हें एवं दो अन्य को 18 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। उन्हें न्यायिक हिरासत में कथित रूप से मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए पाये जाने पर रविवार को रायगढ़ की तलोजा जेल ले जाया गया था।

पत्र में आरोप लगाया गया है कि सुबह (रविवार को) मुझे पता चला कि महाराष्ट्र सरकार ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए अर्नब गोस्वामी को मुंबई से तलोजा जेल फर्जी बहाने पर भेज रही है जहां खतरनाक अपराधी और अंडरवर्ल्ड के अपराधी रहते हैं। गोस्वामी को रास्ते में अपने वकीलों या अन्य के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं दी गई और वह किसी तरह कुछ संवाददाताओं को अपने जीवन के खतरे के बारे में बता सके।

राज्यपाल ने अर्नब की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर की गृहमंत्री देशमुख से बातचीत
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पिछले सप्ताह गिरफ्तार किये गये पत्रकार अर्नब की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को लेकर अपनी चिंता प्रकट करने के लिए राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख से फोन पर बात की। राज्यपाल कार्यालय की ओर से सोमवार को जारी बयान के अनुसार राज्यपाल ने गृहमंत्री से गोस्वामी के परिवार को उनसे मिलने एवं बातें करने की अनुमति देने को भी कहा है।
बयान के मुताबिक, जिस तरीके से गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया, उसे लेकर राज्यपाल ने गृहमंत्री देशमुख के सामने पहले भी अपनी चिंता रखी थी। गोस्वामी और दो अन्य- फिरोज शेख और नीतीश सारदा को आर्किटेक्ट अन्वय नाईक एवं उनकी मां को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले के संबंध में चार नवंबर को रायगढ़ जिले की अलीबाग पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन दोनों मां-बेटे ने आरोपियों की कंपनियों द्वारा कथित रूप से भुगतान नहीं किये जाने को लेकर 2018 में आत्महत्या कर ली थी।