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राज्यपाल कोश्यारी से मिले बीजेपी के नेता, कहा- महाराष्ट्र में अब महावसूली सरकार!

मुंबई: पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने महाराष्ट्र पुलिस में ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले में कथित भ्रष्टाचार और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी तथा एपीआई सचिन वाझे के मुद्दे को लेकर बीजेपी के एक शीर्ष प्रतिनिधिमंडल के साथ महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से राजभवन में मुलाकात की। मुलाकात के दौरान बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए बीजेपी नेताओं ने पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह और सचिन वाझे के मुद्दे पर राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब करने की मांग की हैं।
वहीं राजभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में हालात बहुत खराब हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है। इसमें गृहमंत्री से लेकर बड़े नौकरशाह और नेता तक शामिल हैं। इस मामले में जांच होनी चाहिए। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को उगाही करने वाली सरकार करार दिया। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन में सुधार की आवश्यकता हैं साथ ही परमबीर सिंह, सचिन वाझे और अनिल देशमुख मामले में राज्यपाल से दखल देने की मांग की।

देवेंद्र फडणवीस के शिष्टमंडल में सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत पाटील, प्रवीण दरेकर, मंगल प्रभात लोढा, जयकुमार रावल, राधा कृष्ण विखे पाटील, आशिष शेलार थे. राज्यपाल से मिलने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों को संबोधित किया. बताया जा रहा है कि शिष्टमंडल ने राज्यपाल से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग भी की है.
फडणवीस ने कहा कि जिस तरह की खबरें कुछ दिनों से बाहर आ रही हैं, ये अत्यंत चिंताजनक है. इस पर मुख्यमंत्री का मौन और भी चिंताजनक है. पवार साहेब ने दो बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कुछ नहीं बोले. शरद पवार ने सिर्फ मंत्री को बचाने का प्रयास किया. पवार साहेब ने कहा कि मूल मुद्दे को देखिए लेकिन उस मुद्दे के आड़ में आप हफ्तावसूली और ट्रांसफर-रैकेट को छुपा नहीं सकते.

कांग्रेस भी वसूली में हिस्सेदार
पूर्व सीएम फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस का कोई अस्तित्व बचा ही नहीं है. कांग्रेस नेता दिल्ली जाकर कुछ बोलते हैं, राज्य में कुछ बोलते हैं. कांग्रेस से सवाल है कि ये जो पैसा बंट रहा है उसमें उनका कितना हिस्सा है?. माननीय राज्यपाल को इसकी रिपोर्ट मंगवानी चाहिए. वसूली के मामले पर राज्य सरकार ने क्या कार्रवाई की, ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट में क्या कार्रवाई की? इसकी माननीय राज्यपाल राज्य सरकार से रिपोर्ट मंगवाएं.

अगर मैंने गुनाह किया, तो बार-बार करूंगा
जब फडणवीस से फोन टेपिंग की ओर संकेत कर पूछा गया कि आपने अधिकारियों की गोपनीय बातें बाहर लाईं तो फडणवीस ने कहा कि मैंने महाराष्ट्र के हित के लिए काम किया है. अधिकारियों का सत्य बाहर लाना गुनाह है क्या? अगर ये गुनाह है तो…यह गुनाह मैं बार-बार करूगा. ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट को बाहर लाना अगर गुनाह है तो बार-बार करूंगा.

संजय राउत के सवालों का जवाब
भाजपा के वसूली प्रकरण और ट्रांसफर-पोस्टिंग रैकेट की रिपोर्ट पर उठाए गए सवालों पर आज संजय राउत ने पत्रकारों से कहा था कि रिपोर्ट में कुछ नहीं है. यह एक मिर्ची पटाखा है. इसका जवाब देते हुए फडणवीस ने दिया. फडणवीस ने कहा कि कल जो हम रिपोर्ट बाहर लाये वो लवंगी पटाखा (मिर्ची पटाखा) है कि एटम बम यह पता लगेगा. इतनी क्या बेसब्री है जानने की. जो कहते हैं कि यह छोटा सा पटाखा है तो वे 25 अगस्त 2020 से इसे छुपा कर क्यों रखा, दबा कर रखा. वो कौन लोग हैं जो कन्वर्शेसन में आते हैं, वे कौन लोग हैं जिन तक माल पहुंचता है. ये सारी बातें उस रिपोर्ट में हैं. जल्दी सब कुछ पता चल जाएगा.

राज्यपाल पर उठे सवालों का जवाब
संजय राउत ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे और कहा था कि राज्यपाल बीजेपी के प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रहे हैं. इसका जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि संजय राउत के पास बहुत टाइम है. वे इतने बड़े नेता नहीं हैं. मैं उनके हर सवाल का जवाब दूं.