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श्रद्धा के कातिल आफताब ने पुलिस के सामने किये हैरान करने वाले 10 खुलासे; जानें- उसने 18 मई को ही क्यों की हत्या?

नयी दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के महरौली इलाके में हुए ‘श्रद्धा वाकर हत्याकांड’ ने इंसानी दुनिया को अंदर तक झकझोर डाला है. अपनों पर जो बीत रही होगी सो तो बीत ही रही होगी. कत्ल की इस जघन्य वारदात ने गैंरों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. इसलिए कि आखिर बेचारी श्रद्धा ने जिस आफताब अमीन पूनावाला की मोहब्बत में अंधी होकर, उसके ऊपर विश्वास किया…उसी ने उसे इस कदर कत्ल करके वो मौत दे डाली, जिसे देख-सुनकर आज जमाने की रूह कांप उठी है! आखिर इस सबके पीछे की असल वजह क्या रही?

आइए जानते हैं- दिल्ली पुलिस की तफ्तीश में निकल कर सामने आ रही तमाम सनसनीखेज जानकारियों में से कुछ खास तथ्य…
दरअसल, श्रद्धा के माता-पिता, बेटी और अनजान आफताब के बीच डेटिंग एप के जरिए पनपे इस रिश्ते से नाखुश थे. विशेषकर श्रद्धा के पिता तो उस हद तक बेटी से नाराज थे कि उन्हे जब पता चला कि श्रद्धा परिवार की मर्जी के बिना ही, किसी अनजान युवक के साथ उत्तराखंड के ऋषिकेश में घूमने जा पहुंची है. तो वे जवान बेटी के पांव में बेड़ियां डालकर उसको रोक तो नहीं सके. परन्तु गुस्से में वे मन-मसोसकर जरूर रह गए. उन्होंने तय कर लिया था कि अब चाहे जो भी हो जाएगा, उनके जीते जी उनकी बेटी इस घर की दहलीज पर पैर नहीं रख सकेगी. हालांकि, बेटी की हरकत के चलते समाज और अपनों की नजरों में बदनाम हो चुके पीड़ित परिवार ने, आसपास के लोगों से बातचीत करना भी कम कर दिया था.
श्रद्धा के माता-पिता को कुनवे-खानदान के लोगों को जवाब देते नहीं बनता था. वे लाख इस बात को छिपाने की कोशिशें करते रहे कि, उनकी मर्जी के खिलाफ घर से बेटी के चले जाने की बात अपनों के बीच उजागर होने से बच जाए. ऐसा मगर हो नहीं सका. धीरे-धीरे सबको घर के भीतर मचे घमासान की बातें पता चलती गईं. आलम यहां तक आ पहुंचा कि श्रद्धा के पिता धीरे-धीरे अवसाद के शिकार होते चले गए. रही सही कसर तब पूरी हो गई जब, सोशल मीडिया के जरिए परिवार को पता चला कि, श्रद्धा ने ऋषिकेश से घर-वापिसी करने के बजाए, चार दिन पहले ही प्रेमी बने आफताब के साथ दिल्ली में जाकर रहना भी शुरू कर दिया है. इस जानकारी ने मां और पिता दोनों को बुरी तरह से और भी अंदर तक झकझोर कर रख दिया.

मई से ही किसी दोस्त के संपर्क में नहीं थी श्रद्धा
इस बीच मां और कुछ सहेलियों ने श्रद्धा से संपर्क साधने की भी कोशिश की थी. पता चला कि श्रद्धा मई से किसी के भी संपर्क में ही नहीं आ रही थी. लिहाजा ऐसे में शक बढ़ना स्वभाविक था. सो चिंतित परिवार जब दिल्ली पहुंचा तो महरौली इलाके में मौजूद उस मकान पर ताला लटका मिला, जिसमें आफताब के साथ श्रद्धा के रहने की बात परिवार को पता थी. इससे मन में अनहोनी की आशंका और बढ़ने लगी. पिता थाने में बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराने पहुंचे थे. पुलिस जब श्रद्धा को तलाशने में जुटी तब पता चला कि उसका तो कत्ल किया जा चुका है. इस सनसनीखेज हत्याकांड में सबसे अहम बात यह रही कि श्रद्धा का कत्ल करने के बाद आरोपी मनमर्जी और सुविधा के मुताबिक, शव के टुकड़ों को कई बार में जंगलों में फेंकता रहा. और उसे पकड़ा नहीं जा सका.

वारदात को प्रफेशनल क्रिमिनल की तरह दिया अंजाम!
यदि श्रद्धा की तलाश में उसके पिता भटकते हुए अभी भी दिल्ली नहीं पहुंचे होते, तो श्रद्धा के कत्ल की घिनौनी कहानी अभी भी न खुल सकी होती. उधर मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की टीमों में शामिल सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी की मानें तो, आरोपी ने भले ही पहला कत्ल किया हो. मगर आरोपी शातिर-घाघ प्रकृति और क्रूर मानसिकता वाला है. आरोपी ने कत्ल की इस वारदात को किसी ट्रेंड/प्रफेशनल क्रिमिनल की तरह अंजाम दिया है. मौका-ए-वारदात के मुआएना के बाद यह बात साफ हो चुकी है, भले ही आरोपी पहले किसी आपराधिक घटना में शामिल न रहने की बात कर रहा हो मगर, उसकी इन बातों-बयानों पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं किया जा सकता है. संभव है कि (श्रद्धा हत्याकांड की जांच में जुटीं दिल्ली पुलिस की टीमें) सिर्फ श्रद्धा हत्याकांड तक ही सीमित हों, मगर इस कत्ल की घटना को अंजाम देने में आफताब ने किसी और से भी राय-मश्विरा किया हो. अभी किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. उधर इस सबके बीच पुलिस को अब अगर बेसब्री से इंतजार किसी चीज का है तो वो है, फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट. जो पुलिसिया पड़ताल को आगे बढ़ाने में ज्यादा मददगार साबित होगी.

10 दिन पहले बनाया मर्डर का प्लान, इमोशनल हुई तो छोड़ दिया!
श्रद्धा हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. रोज हो रहे नए-नए खुलासे जानकर लोगों के होश उड़ जा रहे हैं. आरोपी आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद शव के 35 टुकड़े किए. इतना ही नहीं आफताब इस हत्या को छिपाने के लिए श्रद्धा के सोशल मीडिया अकाउंट पर नहीं सक्रिय रहा. उसने अपने अपराध को छिपाने के लिए श्रद्धा के सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया. सबसे अहम् बात यह है कि हत्या के छह महीने तक वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर रहा.
आफताब ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा और उसके बीच झगड़े की वजह मेरा किसी और से फोन पर बात करना ही था. उसको मुझ पर शक होता था, जिसको लेकर वो काफी गुस्सा हो जाती थी और झगड़ा करने लगती थी.
फिलहाल, महरौली पुलिस ने आरोपी आफताब को कोर्ट में पेश कर 5 दिन की रिमांड पर लिया है. ताकि श्रद्धा के शव के टुकड़ों को ढूंढा जा सके और पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके. पुलिस आरोपी आफताब को लेकर जंगलों की ख़ाक़ छान रही है. सोमवार शाम तक शव के 35 टुकड़ों में से करीब 13 टुकड़े मिल गए थे.

दिल्ली शिफ्ट होने के दस दिन बाद हुई श्रद्धा की हत्या!
श्रद्धा वॉकर (26) मुंबई के मलाड इलाके में एक कॉल सेंटर में काम करती थी. यहीं पर उसकी मुलाकात आफताब अमीन पूनावाला से हुई थी. धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के बिलकुल करीब आ गए. बाद में इन्होंने सारी जिंदगी साथ में बिताने का फैसला किया. हालांकि, इनके घरवाले शादी के लिए तैयार नहीं थे. इसके बाद श्रद्धा और आफताब मुंबई छोड़कर दिल्ली पहुँच गए और यहां महरौली के छतरपुर इलाके में रहने लगे. कपल यहां 8 मई को आया था और करीब 10 दिन बाद यानी 18 मई को आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया.

छतरपुर इलाके के ‘तिलक इलेक्ट्रॉनिक्स’ से खरीदा फ्रिज
श्रद्धा की हत्या करने के बाद कातिल आफताब ने 19 मई को महरौली के छतरपुर इलाके में स्थित तिलक इलेक्ट्रॉनिक्स से 260 लीटर का एक बड़ा-सा फ्रिज खरीदा था, ताकि वो लाश के टुकड़ों को उसमें रख सके. दुकान में काम करने वाले सेल्समैन के मुताबिक, आफताब ने 19 मई को हमारी दुकान से एलजी का डबल डोर फ्रिज खरीदा था. इसकी कीमत 25,300 रुपए थी. आफताब ने इस फ्रिज को खरीदने के लिए क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया था.

लाश की बदबू को दबाने के लिए जलाता था अगरबत्ती!
श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब लाश की बदबू दबाने के लिए हर समय अगरबत्ती जलाकर रखता था. फ्रिज में रखे श्रद्धा की लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए आफताब रात को 2 बजे के बाद महरौली के आसपास जंगली इलाके में जाता और हर रोज एक-एक टुकड़ा फेंक आता था. पुलिस के मुताबिक, उसने करीब 16 दिन तक ऐसा किया.

वारदात से पहले देखा था ये ‘क्राइम शो’
वारदात को अंजाम देने से पहले आफताब ने अमेरिकी क्राइम शो ‘डेक्स्टर’ के अलावा कुछ क्राइम बेस्ड फिल्में भी देखी थीं. इसके बाद ही उसने श्रद्धा का मर्डर कर डेड बॉडी के 35 टुकड़े किए. बता दें कि डेक्स्टर एक अमेरिकी क्राइम ड्रामा और साइकोलॉजिकल थ्रिलर शो है. इसका मुख्य किरदार डेक्स्टर मॉर्गन फॉरेंसिक टीम में काम करने के साथ ही बर्बर अपराधियों का मर्डर करता है.

प्यार की खातिर श्रद्धा ने मां-बाप को ठुकराया, लेकिन…
श्रद्धा के पिता विकास वॉकर के मुताबिक, उनकी बेटी ने अपने प्यार को पाने के लिए मां-बाप को छोड़ दिया था. दोनों के अफेयर के करीब डेढ़ साल बाद हमें पता चला कि श्रद्धा उसके प्यार की गिरफ्त में है. जब बेटी ने हमें ये बात बताई कि वो आफताब के साथ लिव-इन में है तो मैं और मेरी पत्नी ने इसका विरोध किया. इस पर बेटी ने कहा कि वो 25 साल की हो गई है और अपने फैसले खुद ले सकती है. इसके बाद उसने कहा कि वो ये घर हमेशा-हमेशा के लिए छोड़कर जा रही है. हमने उसे बहुत रोकने की कोशिश की पर वो नहीं मानी.

पढ़ें- क्रूर आफताब के 10 कबूलनामे…

1.पुलिस पूछताछ में आफताब ने कबूल किया कि कत्ल करने से (यानी 18 मई) से डेढ़ हफ्ते पहले भी उसने श्रद्धा की हत्या करने का मन बना लिया था.

2.आफताब ने बताया कि उस दिन भी उसका और श्रद्धा का आपस में झगड़ा हुआ था. उसी के बाद उसने श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था, लेकिन अचानक श्रद्धा इमोशनल हो गई और रोने लगी. इसलिए उसने श्रद्धा को छोड़ दिया.

3.आफताब ने बताया कि श्रद्धा और उसके बीच झगड़े की वजह मेरा किसी और से फोन पर बात करना ही था. उसको मुझ पर शक होता था, जिसको लेकर वो काफी गुस्सा हो जाती थी और झगड़ा करने लगती थी.
आफताब ने बताया कि 18 मई को भी हमारा झगड़ा हुआ था और मैंने उस दिन श्रद्धा को मार डाला.

4.आफताब ने बताया कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद मैं घबरा गया था. मुझे पता था कि अगर बॉडी को ऐसे ही कहीं डंप करूंगा तो पकड़ा जाऊंगा. इसीलिए मैंने बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए इंटरनेट पर पूरी रात सर्च किया.

5.आफताब ने बताया कि बॉडी को कैसे और किस तरह के चॉपर से काटा जाता है. ये भी उसने इंटरनेट पर सर्च किया था.

6.उसे क्राइम से जुड़ी वेब सीरीज और सीरियल देखने का शौक है. वेब सीरीज और सीरियल देखकर ही उसने श्रद्धा की डेडबॉडी को प्रिजर्व करने और कैसे उसको परिवार और दोस्तों के बीच जिंदा रखा जाए. इसीलिए उसकी इंस्टाग्राम आईडी से लगातार कत्ल के बाद पोस्ट डाल रहा था.

7.आफताब ने बताया कि इस वारदात को उसने अकेले ही अंजाम दिया है. घर, परिवार और दोस्त कोई भी इस वारदात में शामिल नहीं है.

8.आफताब ने बतयाा कि उसे डर था कि शरीर से बदबू आएगी. इसलिए उसने सबसे पहले आंतों का कीमा बना दिया.

9.पांच सितारा होटल में शेफ के प्रशिक्षण से उसे श्रद्धा के शरीर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटने में मदद मिली. इस दरिंदगी को करने के लिए उसने एक फुट लंबी आरी का इस्तेमाल किया था.

10.वहशी आफताब अमीन पूनावाला (28) ने अपना अपराध छिपाने के लिए श्रद्धा के सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया. बोला- मैं उसकी इंस्टाग्राम आईडी से लगातार कत्ल के बाद पोस्ट डाल रहा था. इस वारदात को मैंने अकेले अंजाम दिया.

श्रद्धा की हत्या को लेकर पूरे देश में जोरदार आंदोलन शुरू हो गया. मंगलवार को हैवान आफ़ताब के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन करतीं हुई महिलाएं...
श्रद्धा की हत्या को लेकर पूरे देश में जोरदार आंदोलन शुरू हो गया. मंगलवार को हैवान आफ़ताब के खिलाफ मुंबई में प्रदर्शन करतीं हुई महिलाएं…