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स्वस्थ्य रहने की पहली कुंजी है स्वच्छता: सीएम योगी

लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय पोषण माह का शुभांरभ करने के दौरान बच्चों को पौष्टिक भोजन परोसने के साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी एक-एक किट प्रदान की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के इस अवसर पर मैं सर्वप्रथम प्रदेशवासियो को बधाई और शुभकामनाये देता हूं। बीचे पांच वर्ष में जो अभियान कार्यक्रम हुए उनका लक्ष्य एक ही था एक भारत श्रेष्ठ भारत का। यह कार्यक्रम एक नए भारत के निर्माण को पीएम मोदी के साकार करने वाला भारत है जो एक भारत श्रेष्ठ भारत के संकल्प से जोड़ता है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस देश का बचपन कमजोर, कुपोषण का शिकार हो उस देश की जवानी और विकास को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं। देश में कुपोषण के खिलाफ जंग के तहत शुरुआत हुई। बीते वर्ष पीएम मोदी ने देश मे पोषण मिशन की शुरुआत की थी। भारत का हर नागरिक, बच्चा, जवान पुरुष, नारी स्वयं में स्वस्थ होगा तब श्रेष्ठ भारत बनेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि स्वस्थ्य रहने की पहली कुंजी है स्वच्छता। हमारे पीएम नरेंद्र मोदी स्वच्छता के साथ देश के हर नागरिक के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश का हर नागरिक जब स्वस्थ होगा तो देश श्रेष्ठ बनेगा। मुख्यमंत्री आज अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारम्भ करने के बाद समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। जिलाधिकारी अभी से कार्ययोजना बनाकर उसे प्रभावी तरीके से लागू करें। इसकी नियमित निगरानी करें, कार्ययोजना की प्रभावी निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें। मानदेय बढ़ाने के बाद भी अगर आंगनबाड़ी कार्यकत्री आंदोलन करती हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पोषण माह मात्र औपचारिकता भर नहीं है, बल्कि भारत को सशक्त एवं समर्थ बनाने का हिस्सा है। एक महीने तक चलने वाले इस अभियान से कोई बच्चा अछूता न रह जाए इस बात का ध्यान आमजन को भी रखने की आवश्यकता है। एक समन्वित प्रयास के कारण ही इस बार उत्तर प्रदेश में विषाणु जनित बीमारियां डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया, फाइलेरिया आदि का प्रकोप देखने को नहीं मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत पांच वर्षों में देश के अंदर जो भी कार्यक्रम चले उनका लक्ष्य एक भारत और श्रेष्ठ भारत बनाना था। स्वच्छ भारत अभियान का जनआंदोलन बनना इस कड़ी का महत्वपूर्ण हिस्सा था। यह कार्यक्रम भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को साकार करने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस देश का बचपन कमजोर और कुपोषण का शिकार हो जाता है, उस देश की जवानी पर बहुत सारे प्रश्न खड़े हो जाते हैं। कुपोषण के खिलाफ छिड़ी इस जंग में सिर्फ एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। इसमें आमजन की सहभागिता की भी जरूरत है, तभी यह अभियान सफल हो पाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल में इंसेफलाइटिस को लेकर आमजन में आक्रोश था। विगत दो वर्ष के दौरान स्वास्थ्य विभाग के साथ अंतर्विभागीय समन्वय हमने नये अभियान को आगे बढ़ाया, जिसमें हमें काफी हद तक सफलता प्राप्त हुई है। इस बीमारी को हम जनजागरुकता और जनआंदोलन के जरिए कम कर पाए।

इस अवसर पर महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि मुख्यमंत्री पोषण माह को बाल सुपोषण उत्सव के रूप में मनाने की घोषणा कर चुके हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ महिला एवं बाल विकास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार के साथ विभागीय कर्मचारी एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान सुपोषण स्वास्थ्य मेले की रिपोर्ट समेत तीन पुस्तकों का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया।

चार चरणों में मनाया जाएगा पोषण माह
एक से 30 सितम्बर तक चलने वाले इस राष्ट्रीय पोषण माह का उद्देश्य शिशु जीवन के पहले 1000 दिवसों में उचित देखभाल, ऊपरी पूरक आहार, दस्त से बचाव, किशोरियों में एनीमिया की रोकथाम तथा स्वच्छता को बढ़ावा देना है। यह अभियान चार चरणों में चलाया जाएगा। प्रथम सप्ताह- पुरुष भागीदारी सप्ताह, द्वितीय सप्ताह- किशोरी सप्ताह, तृतीय सप्ताह- बाल सप्ताह और चतुर्थ सप्ताह- माता सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।

यथार्थ एप का शुभारम्भ
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने यथार्थ एप का शुभारम्भ किया। यह ऐप पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से बनाया गया है। इस ऐप के जरिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारियों के क्षेत्रिय भ्रमण की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।

बच्चों को कराया भोजन और बच्ची का मना जन्मदिन
कार्यक्रम के दौरान 40 बच्चों को भोजन खिलाया गया। जिसमें से कुछ बच्चों को खुद मुख्यमंत्री ने भोजन परोसा। भोजन में बच्चों को उनकी मां के हाथ से बनी सहजन वाली दाल, सहजन की पूडिय़ां, मल्टी ग्रेन गुड़ के लड्डू और लस्सी परोसी गई। यही नहीं बच्ची अनाया तिवारी का जन्मदिन भी मुख्यमंत्री आवास में मनाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने बच्ची का केक कटवाकर उसे आर्शीवाद दिया।

किशोरियों को पोषण पोटली, गर्भवती महिलाओं की गोदभराई
12 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाले चार किशोरियों को मुख्यमंत्री ने पोषण पोटली दी। जिसमें काला चना, दाल, मोटा अनाज और घी शामिल था। इसके साथ ही चार गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी की गई। इन सभी को मुख्यमंत्री ने हरी सब्जी, दाल, आयरन की गोली, फल और मेवे से भरी थाल भेंट की।

स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्नप्राशन
कार्यक्रम में शामिल महिलाओं एवं बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके साथ छह से सात माह के चार बच्चों का अन्न्प्राशन हुआ। जिन्हें मुख्यमंत्री ने खीर, पतली खिचड़ी, ऊपरी पूरक आहार खिलाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम को गतिशील बनाने तथा पोषण की महत्ता के दृष्टिगत इस वर्ष दो मुख्य गतिविधियां संपादित की हैं। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 30 अगस्त 75 जिलो के जिलाधिकारियों, मुख्य विकास अधिकारी तथा सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के समस्त जनपदों के अधिकारियों को कार्य योजना तैयार कर उस पर अनुश्रवण करने तथा मंत्री गणों को भी इस अभियान से जुडऩे के निर्देश दिए हैं।
इस बार पोषण माह का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों में ऊपरी आहार को बढ़ावा देना है ताकि सही समय पर कुपोषण की रोकथाम की जा सके और बढ़ती हुई उम्र के साथ बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास के लिए पर्याप्त प्रोटीन विटामिन मिनरल्स एवं उर्जा प्राप्त हो सके। आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रत्येक दिवस पर विभिन्न गतिविधियां यथा वजन दिवस सुपोषण दिवस पंचायत मीटिंग ऊपरी आहार पोषण वाटिका आंगनबाड़ी सुदृढ़ीकरण सुपोषण स्वास्थ्य मेला सुपोषण झांकी सुपोषण रैली पुष्टाहार से निर्मित व्यंजनों की रेसिपी बनाने की विधि का प्रदर्शन प्रभात फेरी बाल सुपोषण उत्सव गोद भराई अन्नप्राशन आदि का आयोजन किया जाएगा।
भारत सरकार ने पोषण अभियान का शुभारंभ 2018 में तथा मुख्यमंत्री ने लखनऊ में 25 अगस्त 2018 को किया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कुपोषण की दर में कमी रोकथाम एवं जन आंदोलन की रणनीति अपनाते हुए पोषण एवं स्वास्थ्य के संबंध में बृहद स्तर पर जन जागरूकता लाना है जनपद स्तर पर सितंबर माह में पोषण माह एवं पूसा पखवाड़े का आयोजन किया जाता है। भारत सरकार ने 2019 के लिए पांच मुख्य थीम निर्धारित की है शिशु के जीवन के पहले 1000 दिवसों में उचित देखभाल ऊपर ही पूरक आहार दस्त से बचाव एनीमिया की रोकथाम तथा स्वच्छता व्यवहार को बढ़ावा देना है।