दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य मध्य प्रदेश: दो दलित बच्चों की पीट-पीटकर हत्या, मायावती का राज्य सरकार पर बड़ा हमला 25th September 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this भोपाल, मध्यप्रदेश के शिवपुरी में दो दलित बच्चों को कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना की जानकारी सिरसोद पुलिस थाने के निरीक्षक आर एस धाकड़ ने दी। उन्होंने बताया कि मामला सुबह भवेखेड़ी गांव का है।दलित बच्चों की पीट-पीटकर हत्या पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने राज्य सरकारों पर हमला बोला है। मायावती ने इसको लेकर एक ट्वीट किया और सरकार पर हमला बोला। मायावती ने ट्वीट में लिखा, ‘देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों को सरकारी सुविधाओं से काफी वंचित रखने के साथ-साथ उन्हें हर प्रकार की द्वेषपूर्ण जुल्म-ज्यादतियों का शिकार भी बनाया जाता रहा है और ऐसे में मध्य प्रदेश के शिवपूरी में 2 दलित युवकों की नृशंस हत्या अति-दुःखद व अति-निन्दनीय।’मायावती ने एक अन्य ट्वीट में लिखा- कांग्रेस व बीजेपी की सरकार बताए कि गरीब दलितों व पिछड़ों आदि के घरों में शौचालय की समुचित व्यवस्था क्यों नहीं की गई है? यह सच बहुत ही कड़वा है तो फिर खुले में शौच को मजबूर दलित युवकों की पीट-पीट कर हत्या करने वालों को फांसी की सजा अवश्य दिलायी जानी चाहिए।बता दें कि सुबह के समय दो बच्चे रोशनी (12) और अनिवाश (10) शौच करने के लिए गए थे। तब उनका साथ ये घटना घटी। दरअसल, लोगों ने बच्चों पर पंयायत भवन के सामने शौच करने का आरोप लगाते हुए उन्हें पीटना शुरू कर दिया। बच्चों को बहुत ही बुरी तरह से पीटा गया। उन्हें गंभीर चोटें आई जिसके बाद दोनों को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और कोशिश कर रही हैं कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।मध्यप्रदेश के गुना की विशेष अदालत ने जून महीने में अनुसूचित जाति के व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने वाले 13 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हालांकि उन्हें साल 2017 की घटना के आरोप में ये सजा सुनाई गई थी। इन आरोपियों को आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 459 (घर में घुसकर भारी तोड़-फोड़ करना) के तहत उम्र कैद की सजा सुनाई थी। जानकारी के लिए बता दें कि इन आरोपियों में छह की उम्र 25 से भी कम है।अप्रैल महीने में मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में भूमलिया गांव में एक लड़की की पीट−पीटकर हत्या कर दी गई थी। इतना ही नहीं कई दलित घरों में भी आग लगा दी गई थी। दरअसल, एक दलित लड़की ओबीसी लड़के के साथ भाग गई थी। जिसके बाद ये सारा बवाल शुरू हुई था। 2. कांग्रेस व बीजेपी की सरकार बताए कि गरीब दलितों व पिछड़ों आदि के घरों में शौचालय की समुचित व्यवस्था क्यों नहीं की गई है? यह सच बहुत ही कड़वा है तो फिर खुले में शौच को मजबूर दलित युवकों की पीट-पीट कर हत्या करने वालों को फांसी की सजा अवश्य दिलायी जानी चाहिए।— Mayawati (@Mayawati) September 25, 2019 Post Views: 265