दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य नहीं रहे कांग्रेस के ‘चाणक्य’ अहमद पटेल…कोरोना ने छीन लिए गांधी परिवार के दो कद्दावर और वफादार नेता! 25th November 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली/अहमदाबाद: कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल का बुधवार तड़के निधन हो गया। सुबह 3:30 बजे उन्होंने अंतिम सांसे ली। उनके बेटे फैसल पटेल ने उनके निधन की जानकारी दी। कुछ दिनों पहले वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जिसके बाद उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। पटेल के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दुख जताया है। उन्होंने कहा, मैंने एक अपरिवर्तनीय कॉमरेड, एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो दिया है।सोनिया गांधी ने कहा, अहमद पटेल के रूप में मैंने एक सहयोगी को खो दिया है, जिसका पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित था। मैं एक अपरिवर्तनीय कामरेड, एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो चुकी हूं। उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी पूरी सहानुभूति है। इससे पहले 23 नवंबर की शाम को कांग्रेस के दिग्गज नेता और असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का निधन हुआ था! सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे पटेल21 अगस्त 1949 को गुजरात के भरूच जिले की अंकलेश्वर तहसील के पिरामण गांव में जन्मे अहमद पटेल को सियासी बिसात का होनहार माना जाता था। अहमद पटेल का राजनीतिक कॅरियर काफी लंबा है। पटेल तीन बार लोकसभा सांसद और पांच बार राज्यसभा सदस्य रहे। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जमाने में पटेल पहली बार 1977 में भरूच संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े और विजयी हुए। 1980 के लोकसभा चुनाव में वह फिर भरूच संसदीय सीट से चुनाव लड़े और विजयी हुए। 1984 के लोकसभा चुनाव में वह फिर निर्वाचित हुए। 1993 से अहमद राज्यसभा सदस्य थे। 2001 से वह सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार है। अहमद पटेल ने कांग्रेस के महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी निभाई। वह वर्ष 2001 से सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी रहे। कांग्रेस के तालुका पंचायत के अध्यक्ष पद से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले अहमद पटेल वर्ष 1986 के जनवरी महीने में गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। इसके अलावा पटेल 1977 से वर्ष 1982 तक यूथ कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रहे। सितंबर 1983 से दिसंबर 1984 तक अहमद पटेल ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के जॉइंट सेक्रटरी की जिम्मेदारी भी संभाली थी। अहमद पटेल ने 1985 में जनवरी से सितंबर तक तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसदीय सचिव के पद को भी संभाला।मोहम्मद इशकजी पटेल और हवाबेन मोहम्मद भाई के घर जन्मे अहमद पटेल के पिता कांग्रेस में थे। माना जाता है कि पिता की इस सीढ़ी ने अहमद को राजनीति की बुलंदियों में बहुत तेजी से पहुंचाया। पिता के अनुभवों, नसीहतों ने जिंदगी कितनी बदली यह अहमद पटेल के राजनीतिक कद को देखकर समझा जा सकता है। अहमद पटेल ने 1976 में मेमूना अहमद से शादी कर ली। पटेल का परिवार राजनीति से दूर रहा। अहमद पटेल के दो बच्चे हैं। एक बेटा और एक बेटी…लेकिन दोनों ही राजनीतिक दुनिया से फिलहाल दूर हैं। संगठन की नब्ज जानते थे अहमद पटेलअहमद पटेल ने कांग्रेस के संगठन में बहुत गहरी पैठ बनाई थी। इंदिरा गांधी 1980 में कांग्रेस की जबरदस्त वापसी के बाद पटेल को कैबिनेट में शामिल करना चाहती थीं लेकिन अहमद पटेल ने संगठन से अपना मोह जाहिर कर दिया। यही तस्वीर राजीव गांधी के समय में भी देखने को मिली। 1984 के चुनाव के बाद अहमद पटेल को फिर से मंत्री पद ऑफर किया गया लेकिन उन्होंने इस बार भी संगठन को ही चुना था। राहुल-प्रियंका ने जताया शोकअहमद पटेल के निधन पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया- ‘ये एक दुखद दिन है। श्री अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के एक स्तंभ थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी को जिया और सबसे कठिन समय में पार्टी के साथ खड़े रहे। वो अतिमहत्वपूर्ण थे। हम उन्हें याद करेंगे। फैसल, मुमताज और परिवार को मेरा प्यार और संवेदनाएं।’ अहमद पटेल के निधन पर कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शोक जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- ‘अहमद जी न केवल एक बुद्धिमान और अनुभवी सहकर्मी थे, जिनसे मैं लगातार सलाह और परामर्श लेती थी। वे एक ऐसे दोस्त थे जो हम सभी के साथ खड़े रहे, दृढ़, निष्ठावान और अंत तक भरोसेमंद रहे। उनका निधन एक विशाल शून्य छोड़ देता है। उनकी आत्मा को शांति मिले।’ फैसल पटेल ने ट्वीट कर मौत की जानकारी साझा कीअहमद के निधन की जानकारी उनके बेटे फैसल पटेल ने ट्वीट कर साझा की है। उन्होंने लिखा है कि ‘बहुद दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मेरे पिता अहमद पटेल का निधन 25 नवंबर की सुबह 3.30 बजे हुआ। करीब महीने भर पहले वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ती गई। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया। मैं सभी शुभचिंतकों से प्रार्थना करता हूं कि वे कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें।’गौरतलब है कि अहमद पटेल अक्टूबर के पहले सप्ताह में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, 18 नवंबर को अहमद पटेल की पुत्री ने यह जानकारी साझा की थी कि उनके पिता की सेहत में सुधार हो रहा है। पटेल की पुत्री मुमताज ने एक ऑडियो संदेश के माध्यम से यह जानकारी दी थी। Post Views: 204