बुलढाणाब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य शिवसेना MLA के बिगड़े बोल, कहा- मुझे कोरोना वायरस मिल जाता तो देवेंद्र फड़नवीस के मुंह में डाल देता! 19th April 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this बुलढाना: महाराष्ट्र में रेमडेसिविर की आपूर्ति को लेकर जारी विवाद के बीच शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कोरोना वायरस मिल जाता, तो वह उसे फड़नवीस के मुंह में डाल देते। उनके इस बयान का भाजपा ने कड़ा प्रतिवाद किया है।बताया जा रहा है कि रेमडेसिविर की कथित जमाखोरी को लेकर मुंबई पुलिस द्वारा एक दवा कंपनी के शीर्ष अधिकारी से पूछताछ का फड़नवीस विरोध कर रहे हैं। इसके चलते पूर्व मुख्यमंत्री फड़नवीस सत्तारूढ़ शिवसेना के निशाने पर हैं। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए रेमडेसिविर की इस समय विभिन्न राज्यों में काफी मांग है।पत्रकारों से बात करते हुए विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा कि यदि महामारी के इस दौर में फड़नवीस मुख्यमंत्री होते तो उन्होंने क्या किया होता? उन्होंने कहा कि राज्य के मंत्रियों का समर्थन करने के बजाय भाजपा नेता उनका मजाक उड़ा रहे हैं और देख रहे हैं कि किस तरह यह सरकार विफल साबित होती है। इधर, देश में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में अब इस बीमारी से जुड़ी दवाओं पर भी ओछी राजनीति हो रही है। बड़ी मात्रा में रेमडेसिविर इंजेक्शन विदेश भेजने की आशंका पर पुलिस ने एक दवा कंपनी के डायरेक्टर को थाने बुलाकर शनिवार को पूछताछ की। इस डायरेक्टर की पैरवी में थाने पर भाजपा नेताओं देवेंद्र फड़नवीस और प्रवीण दारेकर के पहुंचने पर मामला तूल पकड़ लिया। सरकार में शामिल दलों ने जहां भाजपा नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए वहीं भाजपा ने महाराष्ट्र सरकार पर संकट काल में भी राजनीति करने का आरोप लगाया। पुलिस ने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि निर्यात पर पाबंदी के बावजूद रेमडेसेविर के करीब 60 हजार वायल (शीशी) एयर कार्गो से विदेश भेजे जाने वाले हैं। इस जानकारी पर हमने दमन स्थित कंपनी ब्रुक फार्मा के डायरेक्टर राजेश दोकानिया को कांदिवली में उनके घर से रात साढ़े आठ बजे बीकेसी थाने बुलाकर पूछताछ शुरू की। दोकानिया को करीब 12 बजे छोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि राजेश दोकानिया के पास रेमडेसिविर की 60 हजार वायल का स्टाक था। दवा की किल्लत को देखते हुए सरकार ने उसे यह स्टाक देश में ही बेचने को कहा था। महाराष्ट्र पुलिस के डीसीपी मंजूनाथ सिंह ने बताया कि हम दोकानिया से उस स्टाक के बारे में जानना चाहते थे। Post Views: 224