दिल्लीपालघरब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर श्रद्धा के अलावा आफताब की 20 से ज्यादा थीं गर्लफ्रेंड; ज्यादातर आ चुकीं थीं उसके घर, कई से थे नजदीकी संबंध! अब उगलेगा राज… 16th November 2022 Network Mahanagar 🔊 Listen to this नयी दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुए बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड मामले में हर दिन कई तरह के चौंकाने वाले खुलासे होते जा रहे हैं। प्यार करने की इतनी बड़ी सजा मिलेगी, ये श्रद्धा ने कभी भी नहीं सोचा होगा! इस वक्त की बड़ी खबर यह है कि गर्लफ्रेंड के 35 टुकड़े मामलें में दिल्ली की साकेत कोर्ट ने श्रद्धा की हत्या के आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट करने की इजाजत दे दी है। बता दें कि इससे पहले दिल्ली पुलिस ने साकेत कोर्ट में नार्को टेस्ट की अर्जी लगाई थी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आफताब जांच को भटकाने की कोशिश कर रहा है। दरअसल, इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में अपनी याचिका में कहा था कि आफताब श्रद्धा के मोबाइल और कत्ल के लिए इस्तेमाल आरी के बारे में सही जानकारी नहीं दे रहा है। कभी मोबाइल महाराष्ट्र में तो कभी दिल्ली में फेंकने की बात बता रहा है। इसके साथ ही हथियार के बारे में भी सही जानकारी नहीं दे रहा है। दिल्ली पुलिस नार्को टेस्ट के जरिए आफताब से पूरा सच और मोबाइल, हथियार बरामद करना चाहती है। श्रद्धा लगातार आफताब पूनावाला (28) पर शादी करने का दबाव बना रही थी और दोनों के बीच इसको लेकर बार-बार झगड़े हो रहे थे। आफताब ने 18 मई को कथित तौर पर श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े करके उन्हें दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने घर में करीब तीन सप्ताह तक 300 लीटर क्षमता के फ्रिज में रखा था। इसके बाद उसने श्रद्धा के शव के इन टुकड़ों को कई दिनों तक दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंका। दिल्ली पुलिस ने आफताब पूनावाला को गिरफ्तार कर लिया है। उसे मंगलवार को दक्षिण दिल्ली में छतरपुर के जंगलों में ले जाया गया और पता लगाने की कोशिश की गई कि उसने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को कहां-कहां फेंका। परिजनों को पता थी आफताब की करतूत, इसलिए गायब हो गया परिवार श्रद्धा हत्याकांड के आरोपित आफताब अमीन पूनावाला का परिवार अज्ञात स्थान पर चला गया है। उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। पालघर की मानिकपुर पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, आफताब का परिवार पुलिस को बिना बताए किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट हो गया है। श्रद्धा के परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस ने बताया कि जब मानिकपुर पुलिस ने आफताब को वसई बुलाने के बाद उसका बयान लिया, तो आफताब का परिवार किसी अज्ञात स्थान पर चला गया। आफताब का परिवार भी पुलिस के संपर्क में नहीं है। श्रद्धा वालकर के परिजनों ने थाना मानिकपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में आफताब को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया। आफताब ने कहा कि वह और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं। परिवार को पुलिस की जानकारी के बिना दूसरे स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया, क्योंकि उन्हें बेटे की गतिविधियों का अंदाजा था। इसलिए वे पुलिस को सूचित किए बिना जल्दबाजी में चले गए। शिफ्टिंग के समय आफताब भी घर आ गया। आफताब ने घर से अपना कुछ सामान एकत्र किया। मानिकपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए पहले समन के बाद ही परिवार शिफ्ट हुआ। पुलिस ने आफताब से दो बार की पूछताछ पुलिस ने 3 नवंबर को दूसरी बार आफताब को बुलाया था। मानिकपुर थाने के पुलिस अधिकारी 8 नवंबर को दिल्ली गए थे। 26 अक्टूबर को मानिकपुर पुलिस ने पहली बार आफताब का बयान लिया। हालांकि, यह मौखिक था जिसमें उसने सिर्फ झगड़े के बाद श्रद्धा के जाने की बात कही थी। 3 नवंबर को उसका लिखित बयान लिया गया था, जबकि पुलिस ने इस समन के दौरान कागजी दस्तावेज, बैंक खाते का विवरण और मोबाइल फोन की लोकेशन आरोपित के सामने पेश की थी, जिसका उसके पास कोई जवाब नहीं था। ऐसे हुआ मामले का खुलासा? आफताब के झूठ का पर्दाफाश उसके आनलाइन ट्रांजैक्शन से हुआ, जो उसने श्रद्धा के खाते से अपने खाते से किया था। उसने पुलिस को बताया कि वह श्रद्धा के मोबाइल फोन का पासवर्ड जानता था, इसी वजह से वह 54 हजार रुपये ट्रांसफर कर सका। आफताब श्रद्धा के एटीएम और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता था। आफताब ने पुलिस को बताया था कि श्रद्धा 22 मई (श्रद्धा की 18 मई को हत्या कर दी गई थी) को झगड़े के बाद घर से निकली थी। हालांकि, सच्चाई तब सामने आई, जब पुलिस ने कपल के फोन कॉल रिकार्ड चेक किए और उनकी लोकेशन की जांच की। बैंक के स्टेटमेंट में 26 मई को श्रद्धा के नेट बैंकिंग अकाउंट एप से आफताब के खाते में 54000 रुपये का लेन-देन दिखा। 26 मई को हुए बैंक ट्रांसफर की लोकेशन भी महरौली थाना क्षेत्र ही निकली। 31 मई को श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट से उनकी दोस्त के साथ चैट हुई थी। पुलिस ने श्रद्धा के फोन की लोकेशन पता की तो वह दिल्ली के महरौली थाना क्षेत्र की निकली। इसके बाद आफताब ने सच उगल दिया। हत्यारे आफताब की 20 से ज्यादा गर्लफ्रेंड! श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (28) की 20 से ज्यादा गर्लफ्रेंड थीं। ये सभी बंबल डेटिंग एप से बनी थीं। इनमें से ज्यादातर गर्लफ्रेंड उसके घर आ चुकी हैं। इनमें से ज्यादातर गर्लफ्रेंड से उसके नजदीकी संबंध बन गए थे। ये खुलासा आफताब पूनावाला ने दक्षिण जिले की महरौली पुलिस की पूछताछ में किया है। दक्षिण जिला पुलिस ने ‘डेटिंग एप बंबल’ को पत्र लिखा है और मैसेज भी किया है। पुलिस ने एप से सभी गर्लफ्रेंड की जानकारी मांगी है। दक्षिण जिला पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन सभी लड़कियों को जल्दी बुलाकर उनसे पूछताछ की जा सकती है। महरौली के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आफताब की श्रद्धा से बंबल एप के जरिए ही दोस्ती हुई थी। इस समय श्रद्धा कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। उस समय आरोपी कॉल सेंटर में नौकरी करता था। आरोपी आफताब नया सिम लेकर एप पर एकाउंट बनाता और फिर युवतियों से दोस्ती करता था। हर लड़की से दोस्ती करने के लिए वह अलग मोबाइल सिम का इस्तेमाल करता था। एक लड़की से दोस्ती करने के लिए वह एक ही सिम इस्तेमाल करता था। हर सिम को वह अपने नाम से लेता था। कई सिम उसने दिल्ली से ख़रीदे थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह वह 20 से ज्यादा युवतियों से दोस्ती कर चुका है। इनमें से ज्यादातर युवतियां उसके घर चुकी है। श्रद्धा की हत्या करने के बाद शातिर आरोपी आफताब ने अपना मोबाइल हैंडसैट OLX पर बेच दिया था और सिम को तोड़कर फेंक दिया था। आरोपी ने फिर दिल्ली से उसी नंबर का दूसरा सिम लिया था। दिल्ली में उसने मोबाइल हैंडसैट नया खरीदा था। दूसरी तरफ इसमें पिता विकास मदन वालकर व मुंबई पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। विकास वालकर को 15 सितंबर को पता लग गया था कि श्रद्धा गायब है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अगले दिन ही मुंबई में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुंबई पुलिस ने जांच के नाम पर काफी समय खराब कर दिया। मुंबई पुलिस 9 नवंबर को दिल्ली पुलिस के पास पहुंची थी। दिल्ली पुलिस ने करीब चार दिन में पूरे केस का खुलासा कर दिया था। Post Views: 221