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UP: इज्जत के लिए दे दी अपनी जान, तबादले के लिए जेई करता था लाइनमैन की पत्नी का डिमांड!

लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला एक वाकया सामने आया है. यहां एक लाइनमैन को जूनियर इंजीनियर (JE) ने इतना परेशान कर दिया कि उसने जान देकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली. मौत से पहले लाइनमैन ने जो आरोप जेई पर लगाया उसे सुनकर आप हैरत में पड़ जायेंगे.
दरअसल, मरने से पहले शख्स ने कहा कि बिजली विभाग में तैनात JE तबादला कराने के नाम पर उससे उसकी बीबी को भेजने के लिए कहता था. जिससे परेशान होकर उसने खुद को आग के हवाले कर दिया.
मामला लखीमपुर के पलिया थाना क्षेत्र के एक इलाके की है. यहां बने बिजली उपकेंद्र में लाइनमैन के तौर पर काम करने वाला शख्स गोकुल प्रसाद अपने जेई नागेंद्र कुमार की डिमांड से परेशान होकर खुद को आग के हवाले कर दिया! जेई नागेंद्र कुमार लगातार लाइनमैन का तबादला इधर-उधर कर देता था जिससे उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. सबसे बड़ी क्रूरता तब दिखाई दी जब लाइनमैन ने खुद को आग लगाई तो वहां मौजूद लोगों ने उसे बचाने की कोशिश भी नहीं की. बाद में जब परिवारवालों को पता लगा तो झुलसे हुए गोकुल प्रसाद को पास के अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई! मरने से पहले शख्स ने कहा कि बिजली विभाग में तैनात ‘जेई’ तबादला कराने के नाम पर उससे उसकी बीबी को भेजने के लिए कहता था.
मृतक लाइनमैन गोकुल प्रसाद की पत्नी राजकुमारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘जेई’ पिछले तीन साल से उसके पति को परेशान कर रहे हैं लगातार उसका तबादला अलग-अलग जगहों पर कर देते थे. लेकिन जब मेरे पति ने अपना तबादला अपने गांव पलिया कराने की बात कही तो बिजली विभाग के ‘जेई’ नागेंद्र कुमार ने कहा कि पहले अपने बीबी को मेरे साथ सुलाओ फिर करेंगे तुम्हारा तबादला! जिससे परेशान होकर मेरे पति ने खुद की जान ले ली.
मामले की जानकारी मिलते ही डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बिजली विभाग में तैनात जेई नागेंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.
वहीं मृतक लाइनमैन गोकुल प्रसाद के परिवार वालों ने आधी रात JE और बाकि कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में लिखित शिकायत दे दी है. अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्यवाई करती है.

गोकुल प्रसाद गोला के कुकरा अलीगंज में 22 वर्षों से लाइनमैन था. पलिया की हाइडिल कालोनी में परिवार के साथ रहता था. शनिवार की देर रात उसने हाइडिल परिसर में ही डीजल डालकर आग लगा ली. लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

लिखित आश्वासन के बाद अंतिम संस्कार को राजी हुआ परिवार
सोमवार को गोकुल प्रसाद का शव घर पहुंचने के बाद स्वजन मुआवजा, नौकरी और दोषियों पर मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर अंतिम संस्कार न करने की जिद पर अड़ रहे. सूचना पर एसडीएम डॉ अमरेश व सीओ संजय नाथ तिवारी स्वजन से मिलने पहुंचे. अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद परिवार शव का अंतिम संस्कार करने पर राजी हुआ. मुकदमा दर्ज होने के बाद से जेई व एक अन्य आरोपित लाइनमैन मौके से फरार हैं. पुलिस को लोकेशन नहीं मिल रही है.