उत्तर प्रदेशब्रेकिंग न्यूज़राजनीतिशहर और राज्य UP: दिग्गज सपा नेता व् मुलायम सिंह के बेहद करीबी रहे दर्शन सिंह यादव का निधन! 18th October 2020 networkmahanagar 🔊 Listen to this लखनऊ: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे दर्शन सिंह यादव का शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 90 साल के थे। दिग्गज सपा नेता का लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था।दर्शन सिंह यादव पिछले 48 सालों से इटावा जिले के अपने पैतृक गांव सैफई का ग्राम प्रधान के रूप में प्रतिनिधित्व कर रहे थे। साल 1972 के बाद से उन्हें सर्वसम्मति से ग्राम प्रधान चुना जा रहा था।मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव जब कभी उनके पैतृक गांव जाते थे, दर्शन सिंह यादव से मिलने का समय जरूर निकालते थे।पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने शोक संदेश में कहा, हमने दर्शन सिंह यादव के रूप में अपने सबसे बड़े समाजवादी नेताओं में से एक को खो दिया। यह न सिर्फ नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के लिए एक अपूर्णीय क्षति है, जिनके वह बहुत करीबी और (बालसखा) बचपन के दोस्त थे, बल्कि हमारे लिए भी यह बहुत बड़ी क्षति है। वह हमेशा गरीबों और दलितों के लिए खड़े रहे और उन्होंने सेफई के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया प्रमुख शिवपाल यादव ने भी निधन पर शोक व्यक्त किया। दर्शन सिंह को सपा शासन के दौरान प्रतिष्ठित ‘यश भारती पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था। सैफई को मुबंई के समान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने में रहा बड़ा योगदानबता दें कि उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के छोटे से गांव सैफई को मायानगरी मुबंई के समान अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने में समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लंगोटिया यार ग्राम प्रधान दर्शन सिंह यादव का खास योगदान रहा है। सैफई को वीवीआईपी ग्राम पंचायत बनाने वाले दर्शन सिंह कम पढ़े लिखे होने के बावजूद सरकारी बाबुओं पर कड़ी नजर रखते थे और गांव के विकास के लिए आए पैसे का हिसाब उनसे लेते थे। मुलायम सिंह मित्र की ईमानदारी के थे कायलमुलायम देश-प्रदेश के किसी भी इंसान से ज्यादा भरोसा दर्शन सिंह पर करते थे और जब भी परेशान होते तो उनसे सलाह लेने के लिए खुद गांव पहुंच जाते। दोनों एक कमरे के अंदर कई-कई घंटे गप्पे मारते रहते। मुलायम अपने मित्र की ईमानदारी के इतने कायल है कि उन्हें आजीवन सैफई की सत्ता सौंप दी। दर्शन सिंह 1971 से यहां से निर्विरोध प्रधान चुनते आते रहे हैं वैसे यह भी चर्चा थी कि मुलायम सिंह यादव ने कह दिया था जब तक दर्शन सिंह है तब तक कोई दूसरा प्रधान नहीं होगा। यादवलैंड में मात्र दर्शन सिंह थे जो नाम से पुकारते थेमुलायम सिंह को यादवलैंड में एक ही व्यक्ति थे जो सीधे नाम लेकर पुकारता थे और गलती करने पर उन्हें फटकार लगाता थे। वह और कोई नहीं बल्कि सैफई ग्राम पंचायत के प्रधान व मुलायम के लंगोटिया दर्शन सिंह थे। दर्शन सिंह ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान ग्राम पंचायत सदस्यों के नाम की मुहर लगा मुलायम सिंह के पास भिजवाते और उनकी रजामंदी से वह सभी लोग भी निर्विरोध निर्वाचित होते हैं। उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में इसे एक रिकॉर्ड के तौर पर देखा जा रहा है। Post Views: 217