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उद्धव ठाकरे ने राजभवन जाकर राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, बोले- अपने लोगों ने धोखा दिया

मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उद्धव ठाकरे, खुद अपनी गाड़ी चलाकर राजभवन पहुंचे हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री के रूप में उद्धव ठाकरे का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उद्धव को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को कहा था। उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपकर मातोश्री के लिए निकल गए। उनके साथ उनके दोनों बेटे तेजस और आदित्य भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने विक्ट्री का साइन भी दिखाया। उद्धव ने रात 9:30 बजे फेसबुक लाइव के माध्यम से अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।
बुधवार देर शाम उद्धव ठाकरे फेसबुक लाइव आकर सीएम पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपने संबोंधन में कहा कि उनको सीएम की कुर्सी का कोई मोंंह नहीं है…न ही कभी था। उद्धव ने सीएम पद के साथ ही विधान परिषद् से भी इस्तीफा दे दिया है। उद्धव ठाकरे ने इस्तीफे का ऐलान सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुनाए जाने के बाद किया।
सुप्रीम कोर्ट ने दायर की गई याचिका पर फैसला सुनाते हुए कहा था कि फ्लोर टेस्ट तय समय पर ही होगा। कल 11 बजे सुबह फ्लोर टेस्ट होना था लेकिन उससे पहले ही उद्धव ठाकरे ने सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। उद्धव ठाकरे ने सोनिया गांधी और शरद पवार से साथ सभी सहयोगियों का शुक्रिया अदा किया।

मैं नहीं चाहता शिवसैनिकों का खून बहे
महाराष्ट्र में जारी तमाम सियासी उठापटक पर विराम लगाते हुए उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। फेसबुक लाइव से अपने सम्बोधन में उद्धव ठाकरे ने कहा, मैं नहीं चाहता कि कल शिवसैनिकों का खून बहे और वह सड़क पर उतरें। इसलिए मैं सीएम की कुर्सी छोड़ रहा हूं। उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद ही मुंबई में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

वहीं, राज्य सरकार द्वारा किए गए कल्याणकारी कामों के बारे में भी होने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जब संभाजीनगर का कैबिनेट में प्रस्ताव किया तब कांग्रेस और एनसीपी ने सपोर्ट किया और हमारे लोग नदारद रहे। जिनके लिए सब कुछ किया वह नाराज है, जबकि कई गरीब ‘मातोश्री’ पर आकर लड़ने के लिए कह रहे है।
आगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय मान्य है। कल बहुमत परीक्षण होगा, ऐसे में जो लोग धोखा देंगे….ऐसा कहा गया वो आज भी साथ हैं। जबकि मेरे अपने नाराज होकर दूर चले गए, जो भी नाराजगी है वह मेरे सामने आकर बोलते। उनको सूरत और गुवाहटी जाने की क्या जरुरत थी?
लाइव के दौरान उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से आवाहन किया कि वो बागियों को मुंबई सकुशल आने दें। बागी एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि जिन्हें शिवसेना और बालासाहेब ने बड़ा किया, उनके बेटे को ही इन लोगों ने नीचा दिखाया है। उद्धव ठाकरे ने साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री पद छोड़ने का कोई अफसोस नहीं है। इस दौरान उन्होंने सभी से उनका साथ देने की भी अपील की, कहा कि मुझे सभी का साथ चाहिए मुझे सभी का आशीर्वाद चाहिए।
उद्धव ने मुस्लिम समाज के लोगों का भी आभार जताया। उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर मुंबई में कोई हिंसक स्थिति नहीं पैदा हुई। इसके लिए मैं मुस्लिम समाज के लोगों का भी आभार जताता हूं। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद की सदस्यता छोड़ने की भी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वो अब फिर से शिवसेना भवन में बैठना शुरू करेंगे। उन्होंने सभी सरकारी कर्मचारियों का भी आभार जताया है।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस के साथ राज्य बीजेपी प्रमुख चंद्रकांत पाटिल, आशीष शेलार सहित पार्टी के कई अन्य बड़े नेता मुंबई के ताज प्रेसिडेंट होटल में एक विधायक बैठक के लिए पहुंचे। एक दूसरे मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। चंद्रकांत पाटिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल हम लोग पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली जा सकते हैं। एक-दो दिन में सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इस बीच खबर आ रही है कि महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी 1 जुलाई को सरकार बना सकती है। भाजपा राज्यपाल के सामने जल्द ही दावा पेश करने की तैयारी कर रही है।

दूसरी ओर गोवा में एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल फ्लोर टेस्ट के लिए हम सभी विधायकों के साथ मुंबई पहुंचेगे, बाद में विधायक दल की बैठक होगी। उसके बाद जो निर्णय होगा आपको बता दिया जायेगा।