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ऑक्सीजन संकट: PM केयर फंड से खरीदे जाएंगे एक लाख ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, कोरोना से ज्यादा प्रभावित राज्यों को मिलेंगे

नयी दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ते कोरोना महामारी के बीच ऑक्सीजन भी भारी किल्लत के चलते केंद्र की मोदी सरकार ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए आए दिन कुछ न कुछ पहल कर रही है और आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘पीएम केयर फंड’ से एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर खरीदने की मंजूरी दी है।
पीएमओ के हवाले से आई खबर में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि इन ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर्स को जल्द से जल्द खरीद लिया जाना चाहिए और कोरोना के ज्यादा मामले के बोझ वाले राज्यों में प्रदान किया जाना चाहिए। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक के बाद ये फैसला लिया गया है।

बता दें कि हाल ही में ‘पीएम केयर फंड’ के तहत 713 पीएसए प्लांट लगाने की भी मंजूरी प्रधानमंत्री ने दी थी। पीएम केयर फंड के तहत अब 500 नए प्रेशर स्विंग सोर्सेशन (पीएसए) ऑक्सीजन प्लांट लगाने को भी मंजूरी दी गई है।
गौरतलब है कोरोना के बढ़ते कहर से देश में इस समय स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। कहीं अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं है तो कहीं ऑक्सीजन की कमी के चलते कोरोना मरीजों की जान जा रही हैं। वायुसेना ऑक्सीजन की सप्लाई में लगी है तो रेलवे भी जुटा है। हालांकि, अभी तक संकट कम होता नहीं दिखा है।

कब कमजोर पड़ सकती है कोरोना की दूसरी लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजयराघवन ने कहा है कि इस महीने के अंत में देश में जारी कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने की संभावना है। एक साक्षात्कार में प्रोफेसर ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 का ऐसा कोई वैरिएंट नहीं है जिस पर वैक्सीन काम नहीं कर रही हो। साथ ही इस वायरस के तेजी से फैसले के एक नहीं कई कारण हैं। इसी वजह से संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल देखा गया है।
प्रोफेसर ने कहा किदेश में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है। इस महामारी की चरम अवस्था और उसके कमरोज पड़ने की अवधि को अगर ध्यान में रखें तो इसमें 12 सप्ताह का वक्त लगता है। इस अवधि को राज्यों एवं जिलों से जोड़कर देखना होगा। कुल मिलाकर इस लहर को कमजोर होने में थोड़ा वक्त लगेगा। अगले महीने की शुरुआत और इस महीने के अंत से हमें संक्रमण के आंकड़ों में कमी देखने को मिल सकती है।

1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका
देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर काबू पाने के लिए सरकार ने अपने टीकाकरण अभियान में बदलाव किया है। अब एक मई से 18 साल से ऊपर के व्यक्तियों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर में पाया गया है कि इस महामारी की चपेट में युवा वर्ग ज्यादा आ रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि राजधानी में 65 प्रतिशत संक्रमण के मामले युवाओं से जुड़े हैं। 18 साल से ऊपर की आबादी कामकाज के लिए घरों से ज्यादा निकलती है, इसलिए इनके संक्रमण के दायरे में आने का खतरा ज्यादा है। 18 साल से ऊपर के व्यक्तियों के लिए सरकारी पोर्टल को-विन पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 28 अप्रैल से शुरू होगी।

देश में पहली बार एक दिन में 3 हजार से ज्यादा मौत!
स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा जानकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड के 3,60,960 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,79,97,267 हुई। 3,293 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,01,187 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 29,78,709 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,48,17,371 है।