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औरंगाबाद की रैली में गरजे राज ठाकरे; मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाओं, नहीं 4 मई से दोगुनी आवाज़ में बजेगा हनुमान चालीसा

औरंगाबाद, (राजेश जायसवाल): महाराष्ट्र में जारी लाउडस्पीकर विवाद के बीच ‘महाराष्ट्र दिवस’ पर महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे ने औरंगाबाद के सांस्कृतिक मैदान में एक रैली को सम्बोधित करते हुए एनसीपी चीफ शरद पवार पर जमकर निशाना साधा। राज ठाकरे ने कहा कि वह नास्तिक हैं। लोगों को जाति में बांटने का काम कर रहे हैं। एमएनएस प्रमुख ने कहा कि हम ऐसे घर में पैदा हुए हैं, जहां जातिवाद नहीं सिखाया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस दिन मैं बोला शरद पवार नास्तिक हैं, उस दिन से शरद पवार भगवान के साथ अपनी फोटो डाल रहे हैं! उनकी पुत्री ने स्वयं लोकसभा में कहा हैं कि मेरे पिता नास्तिक हैं। मैं नही बल्कि शरद पवार फैला रहे हैं जातिवाद का ज़हर।
राज ठाकरे ने कहा कि समाजवाद का विचार इस महाराष्ट्र से गया, राष्ट्रवाद का विचार इस महाराष्ट्र से गया और हिंदुत्व का विचार भी इसी महाराष्ट्र से गया। शरद पवार को अपनी नौटंकी बंद करनी चाहिए। वे ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं। राज ने कहा कि जब अलाउद्दीन खिलजी यहां आया, उसके साथ कुछ हजार लोग थे, लेकिन महाराष्ट्र में गलत खबर फैलाई गई कि उसके साथ लाखों सैनिक आ रहे हैं। खिलजी के समय बलात्कार हो रहे थे, मंदिर तोड़े गए, फिर 1630 में हमारे छत्रपति का जन्म हुआ। स्वाभिमान से कैसे जीना है, ये हमारे राजा (छत्रपति) ने बताया।

उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकर हटे, तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं हट सकता?
मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को लेकर उठे विवाद पर बोलते हुए मनसे अध्यक्ष ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में लाउडस्पीकर हट सकते हैं तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं? उन्होंने राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि लाउडस्पीकर हटाना एक सामाजिक मुद्दा है…ये कोई धार्मिक मुद्दा नहीं है। इसे धार्मिक मुद्दा बनाएंगे तो हम भी जवाब देंगे। मैं कहीं दंगा भड़काना नहीं चाहता।
राज ठाकरे ने आगे कहा कि लगता है कि मेरी दो जनसभाओं से सरकार बौखला गई है। उन्होंने महाविकास अघाड़ी में शिवसेना की साथी पार्टी राकांपा और उसके नेता शरद पवार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, राकांपा प्रमुख ने मुझ पर आरोप लगाया था कि मेरे भाषण समाज को बांट रहे हैं, लेकिन मैं शरद पवार से कहना चाहता हूं कि जाति विभाजन के लिए आप ही जिम्मेदार हैं। शरद पवार अपने भाषणों में छत्रपति शिवाजी महाराज का जिक्र तक नहीं करते, उनका कोई भी भाषण आप सुन सकते हो।

बता दें कि राज ठाकरे एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं। इस बार उन्हें एक ऐसा मुद्दा भी मिल गया है, जिस पर वह बड़ी आबादी को गोलबंद करते नज़र आ रहे हैं। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के स्थापना दिवस के मौके पर औरंगाबाद से एक बार फिर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाये जाने की जोरदार मांग की। उन्होंने उद्धव सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि आज तारीख एक है, कल तारीख दो, तीन तारीख को ईद है…इसलिए मैं कुछ नहीं कहूंगा। लेकिन चार तारीख को मैं रुकने वाला नहीं हूँ…लाउडस्पीकर उतारो, नहीं तो दोगुनी आवाज़ में ‘हनुमान चालीसा’ बजेगा! 4 मई के बाद वो किसी की नहीं सुनेंगे। राज ठाकरे ने महाराष्ट्र ही नहीं देशवासियों से भी अपील की कि जहां मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटे…वहां दोगुनी आवाज में ‘हनुमान चालीसा’ पढ़ी जाएं।