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पटाखों के अवैध कारोबार के चलते वाराणसी में 3 की मौत..!

वाराणसी (अमन जायसवाल) : वाराणसी के लहरतारा में पटाखों के अवैध धंधों के चलते इसकी कीमत पड़ोसी मेवालाल गुप्ता को जान देकर चुकानी पड़ी। मेवालाल गुप्ता के बेटे सुनील और किशन यही कहते हुए रोये जा रहे थे कि आखिर हमारे पापा का क्या कसूर था..? सुनील व किशन के साथ ही उनकी मां मीरा देवी और बहन प्रीति का बिलखना देख ढांढस बंधाने आए पड़ोसियों और रिश्तेदारों की हिम्मत भी जवाब दे जा रही थी।
बता दें कि धमाके में हुई तीन मौतों को लेकर मोहल्ले के लोग खासे दुखी हैं। मोहल्ले के लोगों ने जब यह जाना कि रिंकू की 10 माह की बेटी विधि की मौत हो गई है और इसके बावजूद वो कहीं छिपा हुआ है तो सभी ने खासी नाराजगी जाहिर की। सबका कहना था कि आखिर कैसा पिता है जो दुधमुंही बच्ची की मौत के बाद भी सामने नहीं आ रहा है। वहीं, रिंकू की मां तारा देवी को विधि का शव सुपुर्द किया गया। हादसे के बाद भाई के साथ भागे रिंकू को पुलिस अभी तक तलाश नहीं सकी है। मंडुवाडीह थाने में रिंकू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक अधिनियम सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस बीच एसएसपी ने माना है कि धमाके के बाद ध्वस्त हुए घर में पटाखों का अवैध भंडारण किया गया था। बच्ची विधि की मौत के बाद लहरतारा धमाके में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। बुधवार को शकील (27) और मेवालाल गुप्ता (58) की मौत हो गई थी। धमाके में घायल रिंकू की भांजी चिंकी बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है। वहीं, मंडलीय अस्पताल से ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किए गए रिंकू के दूसरे किरायेदार आरिफ उर्फ अब्दुल्ला (26) की हालत चिंताजनक बताई गई है। मोहल्ले के लोगों का आरोप है कि रिंकू वर्षों से पुलिस की मिलीभगत से अवैध तरीके से पटाखे बेचता था। ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में इस वर्ष खुद भी पटाखे तैयार कराने की फिराक में था। पटाखों में आग लगने से ही धमाका हुआ और बच्ची सहित तीन लोगों की जान गई।
बता दें कि रिंकू के मकान में धमाका हुआ तो मलबे के कुछ टुकड़े 20 मीटर दूर तक उड़ कर गए थे। मसाला विक्रेता शंकर ने बताया कि मलबे का एक टुकड़ा उनकी गुमटी तक आया और अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। इस तरह आसपास के अन्य मकानों की छतों पर भी रिंकू के मकान का मलबा गिरा था। आरिफ के अनुसार शकील छोटे गैस सिलिंडर को जला कर खाना बनाने की तैयारी में था। इसी दौरान सिलिंडर भभका या गैस लीक हुई, यह नहीं समझ में आया लेकिन इसी से आग लगी और अवैध तरीके से रखे पटाखों तक पहुंच गई। इसकी वजह से जबरदस्त धमाका हुआ। हालांकि पुलिस का कहना है कि रिंकू जब गिरफ्तार होगा तभी धमाके के पीछे की असली कहानी समझ में आएगी। धमाके में झुलसे रिंकू के किरायेदार आरिफ ने खुद का और जान गंवाने वाले का नाम-पता पुलिस को गलत बताया था। दोनों मुगलसराय और प्रयागराज के नहीं बल्कि बेनियाबाग के रहने वाले हैं। पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आई कि आरिफ का सही नाम आरिफ उर्फ अब्दुल्ला और सलीम का सही नाम शकील है। आरिफ और शकील दोनों रिश्तेदार हैं। शकील के मां-बाप की मौत हो चुकी है। शकील भी बेनियाबाग में ही रहता था। आरिफ ने पुलिस की कार्रवाई के डर से अपना और शकील का नाम-पता सही नहीं बताया था। एसएसपी आनंद कुलकर्णी का कहना है कि जांच रिपोर्ट में मकान में पटाखों का अवैध भंडारण पाया गया है। लापता भवन स्वामी रिंकू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या सहित अन्य आरोपों में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज कराकर कड़ी सजा दिलाई जाएगी वहीँ अवैध तरीके से पटाखे बेचने, बनाने और भंडारण करने वालों के खिलाफ जिले भर में अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है।