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महाराष्ट्र: हम किसी को समर्थन नहीं देंगे: राकांपा

मुंबई: सत्ता के लिए शिवसेना भाजपा में चल रही रस्साकसी के बीच राकांपा ने ऐलान किया है कि वह न तो शिवसेना को समर्थन देंगी और न ही भाजपा को। राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने पार्टी की इस भूमिका से मीडिया को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राकांपा किसी भी स्थिति में शिवसेना को समर्थन नहीं देगी। उन्होंने कहा कि सत्ता स्थापना के लिए शिवसेना-भाजपा के बीच जो रस्साकशी चल रही है वह भी एक दिखावा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर राज्य की राजनीतिक स्थिति में कोई बदलाव आया, तो परिस्थिति के अनुसार विचार किया जाएगा।
पटेल ने कहा कि 2014 के चुनाव और 2019 के चुनाव पूरी तरह से अलग हैं। 2014 में सभी पार्टियों ने अकेले-अकेले चुनाव लड़ा था। परंतु इस बार गठबंधन में चुनाव लड़ा गया है। इसलिए राकांपा और कांग्रेस भाजपा को भी समर्थन नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता में हमें विपक्ष में बैठने का जनादेश दिया है। हम विपक्ष में बैठेंगे और अपनी भूमिका जिम्मेदारी से निभाएंगे। हम किसी पार्टी के कोई चर्चा नहीं कर रहे। शिवसेना-भाजपा को चाहिए कि वह अपना झगड़ा खत्म करें और राज्य में सरकार बनाएं।

अजित पवार चुने गए विधायक दल का नेता
वही बुधवार को हुई राकांपा विधायक दल की बैठक में पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को सर्वानुमति से राकांपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया। नेता चुने जाने के बाद पवार ने पार्टी विधायकों का शुक्रिया अदा किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि वह बेरोजगारी और कृषि संकट जैसे मुद्दों पर आक्रामक रहेंगे।

राकांपा प्रमुख शरद पवार का जोरदार स्वागत
विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार राकांपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे राकांपा प्रमुख शरद पवार का जोरदार ढंग से स्वागत किया गया। बता दें कि पूरे चुनाव में शरद पवार ने धूप, बारिश और सेहत की परवाह न करते हुए 79 बरस की उम्र में जमकर चुनाव प्रचार किया। उसी की बदौलत राकांपा के कई दिग्गजों के पार्टी छोड़ने के बाद भी राकांपा के 54 विधायक चुने गए।

शिवसेना को समर्थन देने का सवाल ही नहीं: कांग्रेस
कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को साफ किया कि शिवेसना के साथ मिलकर सरकार बनाने का सवाल ही नहीं पैदा होता है। उन्होंने कहा कि जनता से कांग्रेस पार्टी को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है, इसलिए कांग्रेस विपक्ष में बैठेगी। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने शिवसेना के साथ कांग्रेस के गठबंधन की अटकलों के लिए मीडिया को जिम्मेदार ठहराया।