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गुजरात: दलित छात्रा की पेड़ से लटकती लाश मिली, ट्विटर पर इंसाफ की गुहार

अरावली: गुजरात के अरावली जिले के मोदसा कस्‍बे में एक दलित छात्रा की मौत के बाद लोगों का गुस्‍सा फूट पड़ा है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि 19 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप करके उसकी हत्‍या की गई है। लड़की के परिवार वालों ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने इस पूरे मामले में गंभीर लापरवाही बरती है।
बता दें कि लड़की का शव बरगद के पेड़ से लटकता पाया गया था। इस कथित हत्‍याकांड को लेकर ट्विटर पर इंसाफ की मुहिम शुरू हो गई और हजारों की संख्‍या में लोग ट्वीट कर दलित छात्रा को न्‍याय दिए जाने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के आरोपों के बीच पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में गैंगरेप या हत्‍या की पुष्टि नहीं हुई है।

क्या है पूरा मामला
मोदसा कस्बे से 1 जनवरी को 19 साल की छात्रा लापता हो गई थी। 5 जनवरी को पेड़ से लटकता हुआ उसका शव मिला था। इसके बाद परिजनों ने हत्या और गैंगरेप का आरोप लगााया। गुजरात पुलिस के रवैये से नाराज लड़की के परिवार वालों ने शव लेने से इनकार कर दिया था। हत्‍या के 4 दिन बाद 9 जनवरी को शव का अंतिम संस्‍कार किया गया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। उधर, इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।

गांववालों का प्रदर्शन, ट्विटर पर इंसाफ की मुहिम
हत्‍याकांड के बाद गांव के लोगों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। यही नहीं ट्विटर पर हजारों की संख्‍या में लोग ट्वीट कर न्‍याय देने की मांग कर रहे हैं। इससे जुडे़ हैशटैग टॉप 10 में ट्रेंड कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने इस हत्‍याकांड के 4 आरोपियों को अरेस्‍ट करने की मांग की है। इन सभी लोगों पर अपहरण, रेप और मर्डर का मामला दर्ज किया गया है। दलित कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्‍होंने परिवार को शव लेने के लिए सलाह दी थी। लड़की की मौत के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि पूरे परिवार ने लड़की के लापता होने के बाद से खाना-पीना छोड़ दिया है।

दोषियों को लटका देना चाहिए: देशमुख
बॉलिवुड ऐक्टर रितेश देशमुख ने भी ट्वीट करते हुए छात्रा के परिजनों को इंसाफ की मांग की है। देशमुख ने ट्वीट में लिखा- 19 साल की एक लड़की को अगवा, गैंगरेप, और हत्या करने के बाद पेड़ पर लटका दिया जाता है। वह किसी भी धर्म या जाति की हो केवल इतना याद रखिए कि वह एक युवा लड़की थी, जिसकी जिंदगी में अभी उम्मीद और आकांक्षाएं थीं। दोषियों को सार्वजनिक रूप से लटका देना चाहिए।

4 आरोपियों की अभी ग‍िरफ्तारी नहीं
उधर, इस पूरे मामले में अभी आरावली पुलिस ने किसी को अरेस्‍ट नहीं किया है। पुलिस चारों आरोपियों बिमल भारवाड, उसके दोस्‍तों दर्शन भारवाड, सतीश भारवाड और जिगर का पता भी नहीं लगा सकी है। इंस्‍पेक्‍टर जनरल मयंक सिंह चावड़ा ने इस मामले में कहा, पुलिस आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल रही है। हमने स्‍थानीय पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी जांच शुरू की है जिन पर एफआईआर में गड़बड़ी करने का आरोप है।’ इस बीच राष्‍ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने लड़की की मौत पर पुलिस से एक विस्‍तृत रिपोर्ट मांगी है।

पोस्‍टमॉर्टम में गैंगरेप के आरोप की पुष्टि नहीं
दलित लड़की के पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में गैंगरेप या हत्‍या की पुष्टि नहीं है। इसमें कहा गया है कि संभवत: लड़की ने आत्‍महत्‍या की है। जिले के एक वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, गैंगरेप और मर्डर को पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में पूरी तरह से खारिज किया गया है। प्रथमदृष्‍टया ऐसा लग रहा है कि लड़की ने पेड़ से फांसी लगाई जिससे वह सांस नहीं ले सकी और उसकी मौत हो गई। उन्‍होंने कहा कि पुलिस अब लड़की के प्राइवेट पार्ट और खून के फरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि लड़की का यौन उत्‍पीड़न हुआ था या नहीं।