चुनावी हलचलदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य महाराष्ट्र की राजनीति में घमासान मचाएगी नारायण राणे की आत्मकथा 5th May 20196th May 2019 networkmahanagar 🔊 Listen to this फाइल फोटो मुंबई , महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे की आत्मकथा आने की खबर से ही राज्य के कई दिग्गज नेताओं के पसीने छूटने लगे हैं। माना जा रहा है कि इस आत्मकथा में कई ऐसे पन्ने होंगे, जिनमें ‘बड़े नामों’ के चेहरे बेनकाब होंगे। एक मराठी न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान राणे ने कहा कि उन्होंने अपनी आत्मकथा तैयार कर ली है। बताया जा रहा है कि राणे की आत्मकथा का विमोचन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे।बता दें कि नारायण राणे के राजनीतिक करियर की शुरूआत 1972 में शिवसेना से हुई। राणे 1 फरवरी 1999 से 17 अक्टूबर 1999 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद राणे और शिवसेना के बीच धीरे-धीरे मनमुटाव बढ़ने लगा। आखिरकार 2005 में राणे ने शिवसेना को ‘जय महाराष्ट्र’ बोल दिया। शिवसेना छोड़ने के बाद राणे ने कांग्रेस का दामन थामा। कांग्रेस ने उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाया। 2017 में कांग्रेस को विदा कह दिया कांग्रेस में रहते हुए उनका नाम कई बार मुख्यमंत्री की रेस में चला, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें कभी मुख्यमंत्री नहीं बनाया। कांग्रेस का केंद्र और राज्य से सत्ता से जाने के बाद राणे का कांग्रेसी नेताओं के साथ अनबन शुरू हो गई। बेहद उग्र स्वभाव के चलते राणे ने सन 2017 में कांग्रेस को भी विदा कह दिया। राणे ने कांग्रेस छोड़ी तब वह विधान परिषद में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इसके बाद कयास लगाया जा रहा था कि वे बीजेपी में शामिल होंगे। बताया जाता है कि सरकार में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने विरोध किया। इससे वे बीजेपी में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने अपनी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई। आत्मकथा में शिवसेना ही शिवसेना राणे ने अपनी आत्मकथा में शिवसेना छोड़ने के कारणों का जिक्र किया है। बातचीत के दौरान राणे ने बताया कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे किस तरह से शिवसैनिकों को परेशान करते थे उसका जिक्र उन्होंने अपनी आत्मकथा में किया है। साथ ही उन्होंने सफाई दी कि उद्धव से उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, उनके बीच सिर्फ वैचारिक मतभेद हैं। आत्मकथा में उन्होंने शिवसेना छोड़कर कांग्रेस में जाने और कांग्रेस छोड़ अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष की स्थापना के बारे में विस्तार से लिखा है। जूनियर राणे ने कहा, ‘अब आएगा मजा’ राणे की आत्मकथा पुस्तक के बारे में नारायण राणे से बेटे विधायक नितेश राणे ने पिछले महीने की 24 अप्रैल को ही ट्वीट कर जानकारी दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि अब आएगा मजा…सबका हिसाब होगा। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति में राणे की किताब धूम मचाएगी। Post Views: 198