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आखिर कौन है जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य आरोपी? बिना इजाजत निकाली गई थी शोभायात्रा, बजरंग दल और विहिप पर FIR, प्रेम शर्मा गिरफ्तार

नयी दिल्ली: दिल्ली के जहांगीरपुरी में सोमवार को एक बार फिर पथराव किया गया। पुलिस गोली चलाने के आरोपी सोनू शेख की पत्नी को पूछताछ के लिए ले जा रही थी तभी पुलिस पर घरों के छतों और बालकनियों से पथराव कर शुरू दिया गया। इसी दौरान इलाके की लगभग 50 महिलाओं ने विरोध-प्रदर्शन और पथराव शुरू कर दिया।पुलिस द्वारा सोमवार को हिरासत में ली गई महिला आरोपी सोनू की पत्नी है।
सोनू ने शनिवार को झड़प के दौरान कथित तौर पर फायरिंग की थी। पुलिस उसे पूछताछ के लिए ले थी। इस दौरान अलग-अलग घरों की छतों और बालकनियों से पथराव किया गया। बताया जा रहा है कि महिलाओं ने पथराव शुरू किया, इसके बाद महिला पुलिसकर्मी घरों में गईं और महिलाओं को हिंसा नहीं करने के लिए समझाया। मौके पर भारी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

फरार है सोनू शेख
पुलिस उपायुक्त उत्तर-पश्चिम दिल्ली के अनुसार, सोनू फरार है। उसकी तलाश चल रही है। सोनू के परिवार के सदस्यों ने पुलिस पर पथराव किए। पुलिस सोनू की तलाश में उसके घर गई थी। अधिकारी ने कहा कि कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस ने इलाके में बैरिकेडिंग की और महिला सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं को शांत कराया। घटना उस जगह से 100 मीटर दूर हुई जहां शनिवार को हिंसा हुई थी। भारतीय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के रैपिड एक्शन फोर्स ने मौके पर मानव श्रृंखला बनाई है। हेडगियर वाली महिला आरएएफ कर्मी तैनात हैं।

वहीँ दिल्ली पुलिस ने ‘हनुमान जयंती’ के दिन जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के संबंध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करते हुए विहिप के एक सेवा प्रमुख प्रेम शर्मा को गिरफ्तार किया है।
मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच कर रही है। हिंसा के मामले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने आज एक टीवी चैनल से बात करते हुए बताया था कि ‘हनुमान जयंती’ पर जहांगीरपुरी में निकाली गई शोभायात्रा के लिए पुलिस से इजाजत नहीं ली गई थी।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल दिल्ली प्रांत, मुखर्जी नगर जिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि इनके पास जहांगीरपुरी में शोभायात्रा निकालने के लिए कोई परमिशन नहीं थी। इसके चलते पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के जिला सेवक प्रमुख प्रेम शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर-पश्चिम जिले की डीसीपी उषा रंगनानी ने इस गिरफ्तारी और एफआईआर की पुष्टि करते हुए सोमवार को बताया कि जहांगीरपुरी क्षेत्र में 16 अप्रैल की शाम बिना अनुमति के शोभायात्रा निकालने के लिए 17 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल दिल्ली प्रांत के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस संबंध में आरोपी विश्व हिंदू परिषद जिला सेवा प्रमुख प्रेम शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में आगे की जांच जारी है।

गौरतलब है कि जहांगीरपुरी में शनिवार को ‘हनुमान जयंती’ के दिन निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव के बाद दो समुदायों में हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान पत्थरों के साथ खाली बोतलों का भी जमकर इस्तेमाल किया गया था। इस हिंसा में जमकर तोड़फोड़ करने के साथ ही कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। हिंसा में एक सब-इंस्पेक्टर को गोली लगने के साथ ही कुल 9 लोग घायल हो गए थे, जिनमें से 8 पुलिसकर्मी हैं। इस घटना की जांच के लिए अब स्थानीय पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है।

आखिर कौन है जहांगीरपुरी हिंसा का मुख्य आरोपी?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 35 वर्षीय मोहम्मद अंसार ‘जहांगीरपुरी हिंसा’ का मुख्य आरोपी है। पेशा- कबाड़ी, पत्नी- सकीना, 3 बेटियां, दो बेटे। जहांगीरपुरी में जिस जगह हिंसा हुई वहां से कुछ 200 मीटर की दूरी पर संकरी गलियों में बी-ब्लॉक में है अंसार का 5 मंजिला मकान!

अंसार पर दर्ज हैं कई मामले
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद अंसार पर मारपीट के 2 मामले और गैंबलिंग एक्ट में 5 बार केस दर्ज किया गया है। उसे एक से ज्यादा बार गिरफ्तार भी किया जा चुका है। अंसार 2009 और 2018 में जेल जा चुका है। जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दर्ज दिल्ली पुलिस की FIR के मुताबिक, जब शोभा यात्रा सी-ब्लॉक की जामा मस्जिद के पास पहुंची तो अंसार अपने 4-5 साथियों के साथ वहां आया और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा।
अंसार की पत्नी सकीना ने बताया कि अंसार और हमारा परिवार बी-ब्लॉक में पिछले 12 साल से रह रहे हैं। इसके पहले हम सी-ब्लॉक में रहा करते थे। सकीना के बात करने में बंगाली टोन साफ झलक रही थी। जब उनसे पूछा गया कि आप बंगाली टोन में कैसे बात कर रही हैं, आपको बांग्ला आती है क्या? उन्होंने बताया कि वो और अंसार मूल रूप से बंगाल के रहने वाले थे। कई साल पहले वो दिल्ली आए और जहांगीरपुरी में रहने लगे।

मोहल्ले में है अंसार का रसूख
16 अप्रैल की शाम के बारे में सकीना ने बताया कि शाम करीब 6 बज रहे थे। हमारा रोजा खोलने का वक्त हो रहा था। हम सब इफ्तारी की तैयारी में लगे हुए थे। अंसार भी घर में ही थे। अचानक खबर आई कि मस्जिद के पास कुछ कहासुनी हो गई है। अंसार की मोहल्ले में अच्छी पैठ है, इसलिए वो खुद झगड़ा निपटाने के लिए चले गए। थोड़ी देर बाद पता चला कि काफी बवाल हो गया है।
सकीना की बेटी मोइना ने बताया कि परसों (16 अप्रैल) रात को पुलिस आई और पापा को बात करने के लिए बुलाया। पापा ने कहा कि कुछ देर में बात करके आता हूं। जब से पुलिस के साथ पापा गए हैं, वो लौटकर घर नहीं आए।
हमने सकीना से पूछा कि उनके पति पर आरोप है कि उन्होंने ही हिंसा भड़काई, इस पर सकीना कहती हैं, हम जिस मोहल्ले में रहते हैं वहां हिंदू ज्यादा रहते हैं और मुसलमान कम। आप किसी भी हिंदू के घर जाकर मेरे पति के बारे में पूछ लो, सब उनकी तारीफ ही करते हैं।
जब हमने बेटी मोइना से पूछा कि अंसार का गिरफ्तारी के बाद जो वीडियो आया है उसमें वो ‘पुष्पा’ मूवी वाली स्टाइल में अकड़ दिखा रहे हैं। इसके जवाब में मोइना ने कहा- वो ऐसा शायद इसलिए कर रहे होंगे ताकि उनके परिवार वाले उदास न हों और हमारा हौसला बना रहे।

लॉकडाउन के दौरान अंसार ने की लोगों की मदद
मुंह पर काला कपड़ा बांधे हुए जो लड़की दिखाई दे रही है, ये अंसार की बेटी मोइना है। अंसार की सास अकलीमा ने बताया कि मेरा दामाद मोबाइल का काम करता था। पेट पालने के लिए जो भी काम मिलता था वो करता था। अकलीमा कहती हैं कि अंसार पास के देवी मंदिर के लिए चंदा भी दिया करते थे। देवी मंदिर की सुरक्षा के लिए अंसार ने ही CCTV कैमरे लगवाए थे। (कोविड-19) लॉकडाउन के दौरान अंसार ने लोगों के घर में राशन भी पहुंचाया और लोगों की मदद की।

अंसार की हिंदू पड़ोसी रजनी, वह अंसार को मुंहबोला भाई मानती हैं। अंसार के पड़ोसी भी अंसार की तारीफ ही करते मिले। पड़ोसी रजनी बताती हैं, जिस वक्त हिंसा शुरू हुई तब मैं अपने घर के सामने वाले मंदिर में ‘हनुमान जयंती’ के दिन भजन गा रही थी। तभी अंसार भाई अचानक भागते हुए सड़क की तरफ जाने लगे, पीछे उनकी पत्नी भाग रही थी। बाद में पता चला कि बहुत ज्यादा लड़ाई हो गई। रजनी बताती हैं कि इस गली में ज्यादातर लोग हिंदू रहते हैं, सिर्फ तीन-चार घर ही मुसलमानों के हैं। रजनी बताती हैं कि अंसार भाई कभी लड़ाई-झगड़े में शामिल नहीं रहे। अगर किसी की बहस हो जाती थी तो अंसार भाई छुड़ाने के लिए आते थे।

अब तक 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि सोशल मीडिया पर हमारी नज़र हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो चाहते हैं कि माहौल न सुधरे। सोशल मीडिया पर ऐसी गलत जानकारी और माहौल बिगाड़ने वाली पोस्ट करने वालों पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शनिवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में अब तक 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 2 नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है। हमारी अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। अगर कोई फैक्ट वैरिफाई करना है, तो आप सीधे पुलिस से बात करिए।

हिंसा से जुड़े 100 वीडियो सामने आए
यहां बता दें कि हिंसा में आठ पुलिसकर्मियों और एक नागरिक सहित 9 लोग घायल हुए हैं। अब तक इस हिंसा से जुड़े करीब 100 वीडियो सामने आ चुके हैं। इनके आधार पर पुलिस आरोपियों की पहचान कर रही है। दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर मेदालाल मीणा हिंसा के दौरान वहां सुरक्षा में तैनात थे। उनके हाथ में गोली लगी है। उन्होंने बताया कि पुलिस दोनों पक्षों को अलग कर रही थी, लेकिन देखते ही देखते दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।