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ओला ड्राइवर की मदद से पकड़ा गया मॉडल मानसी का हत्यारा

मानसी मर्डर केस : पुलिस ने चार घंटे में यूं सुलझाई गुत्थी..
मुंबई , ओला ड्राइवर की सक्रियता के चलते ही पुलिस 20 साल की मॉडल मानसी दीक्षित के कातिल मुजम्मिल हसन को पकड़ने में कामयाब हुई। ओला ड्राइवर मानसी के मर्डर का चश्मदीद भी था, जिसकी कैब से ही मानसी के शव को सूटकेस में भरकर फेंका गया था।
हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले के पीछे का वजह अभी साफ नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि मानसी और मुजम्मिल के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। इसी में गुस्से में उसने लकड़ी के स्टूल को उसके सिर पर दे मारा। इसी में मानसी की मौत हो गई। उसके बाद उसने उसकी लाश को घर में रखे एक सूटकेस में रखा। फिर ओला बुक कराई और ओला ड्राइवर से एयरपोर्ट चलने को कहा। बाद में उसने बीच रास्ते में ड्राइवर से मालाड में गाड़ी रोकने को कहा। वह वहां उतरा, एक झाड़ी के पास पहुंचा और सूटकेस को वहीं फेंक दिया। बाद में उसने ऑटो पकड़ा और फिर उसमें बैठकर कहीं चला गया। ओला ड्राइवर को कुछ शक हुआ, उसने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने वह फोन नंबर मांगा, जिससे ओला बुक की गई थी। मोबाइल कंपनी से मंगाई गई डिटेल में यह नंबर मुजम्मिल हसन का निकला। उसका लोकेशन निकाला गया और चार घंटे में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसे कुछ संदेह हुआ जब उसने बैग उठाने में मुजम्मिल की मदद की। उसने बताया कि उसे काफी वजन मालूम हो रहा था। मुजम्मिलन ने ओला के जरिए कैब बुक की थी। अंधेरी (पश्चिम) के अल-ओहद बिल्डिंग से ओला बुक की गई थी जहां मानसी का कत्ल हुआ था। ड्राइवर ने कहा कि मुजम्मिल ने ओला ऐप के जरिए करीब 3 बार डेस्टिनेशन बदली थी। इसके बाद दोपहर करीब 3.30 बजे माइंडस्पेस मलाड की डेस्टिनेशन डाली। नाम का खुलासा न करने की शर्त पर 35 साल के ओला ड्राइवर ने बताया, यह एक भयानक अनुभव था, मैं 3 साल से ओला चला रहा हूं लेकिन ऐसा देखने को कभी नहीं मिला। अगर मैंने पुलिस को कॉल करके अलर्ट न किया होता तो परिणाम कुछ और होता। दोपहर ढाई बजे मुजम्मिल ने डेस्टिनेशन में एयरपोर्ट लिखा लेकिन जैसे ही हम मिल्लत नगर से निकले तो उसने लोकेशन बदलकर गोरेगांव बस डिपो कर दिया। पूरी ट्रिप के दौरान उसके चेहरे से असमंजस झलक रहा था। उसे पता ही नहीं था कि उसे जाना कहां है। वह काफी घबराया और डरा हुआ लग रहा था। उसने बताया कि उसका एक दोस्त माइंडस्पेस में उसे लेने आ रहा है।
ड्राइवर ने आगे बताया कि जब वह वहां उतरा तो उसकी बॉडी लैंग्वेज देखकर मेरा शक और गहरा हो गया, मैंने यू-टर्न लिया और गाड़ी विपरीत दिशा में रोक दी जहां से मैंने कंट्रोल रूम में कॉल किया। कुछ ही मिनटों में एक पट्रोल वैन घटनास्थल पर पहुंची। पुलिसकर्मी ने ड्राइवर के सामने ही बैग खोला। डीसीपी (जोन 11) संग्रामसिंह निशानदार ने बताया कि हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।
हसन को 22 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड में भेजा गया है। वह हैदराबाद में एक कॉलेज में पढ़ता था और एक हफ्ते पहले ही अपने दो भाइयों के साथ मुंबई आया था। अल ओहद फ्लैट उसके पिता ने खरीदा था जो मर्चेंट नेवी में हैं। मंगलवार शाम एक फरेंसिक टीम ने फ्लैट की छानबीन की। पुलिस ने स्टूल और खून से भरी चादर को अपने कब्जे में ले लिया है।
सिर्फ सिर पर चोट की वजह से मौत?
वहीं सूत्रों का कहना है कि मात्र सिर पर चोट लगना मानसी की मौत की वजह नहीं हो सकता? सूत्रों के अनुसार, मानसी के सिर का घाव इतना गहरा और घातक नहीं था। लेकिन जिस तरह उसके शरीर के अंगों को रस्सी से बांधा गया था, गर्दन में फंदा लगा हुआ था और सूटकेस में शव भरा गया था उससे दम घुटने की वजह से मौत भी हो सकती है। उधर पुलिस का कहना है कि मामले का मुख्य आरोपी मुजम्मिल पहले मामले को रफा-दफा करता रहा और फिर लगातार अपना बयान बदलता रहा कि आखिर मॉडल के साथ उसकी बहस क्यों हुई थी। हालांकि यह साफ है कि दोनों सोशल मीडिया साइट पर मिले थे।
एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि वह लगातार बयान बदल रहा है इस वजह से हम उसके बयान पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि उसने यह माना है कि उसी ने मानसी की हत्या की है। उसने यह भी स्पष्ट नहीं किया कि उसने मानसी का गला घोंटा था या नहीं। हम उसके मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट की छानबीन कर रहे हैं, जिससे मौत के कारण का पता चल सके।