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काबुल एयरपोर्ट के बाहर सीरियल ब्लास्ट; चार अमेरिकी सैनिकों समेत 13 की मौत!

काबुल: अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के बाहर गुरुवार को दो धमाके हुए। इन धमाकों में 13 लोगों की मौत की खबर है। रिपोर्ट्स की मानें तो हमले में 4 अमेरिकी सैन्यकर्मी भी घायल हुए हैं। पेंटागन ने विस्फोट की पुष्टि की है।
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोहरे आत्मघाती हमलों में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। कुछ मीडिया रिपोर्ट में तालिबान के हवाले से कहा गया है, विस्फोट में बच्चों समेत कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। कई तालिबान गार्ड घायल हुए हैं।
तालिबान ने इन विस्फोटों को ‘आतंकवादी कृत्य’ करार दिया। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि ग्रुप ने अमेरिकियों को इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट (आईएसआईएल) के संभावित आतंकी हमले के बारे में जानकारी प्रदान की थी। इसे इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) भी कहा जाता है।
जबीहुल्ला मुजाहिद ने इस बात को दोहराया कि तालिबान आतंकवादियों को अपने अभियानों के लिए अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देगा।
टोलो न्यूज ने एक चश्मदीद के हवाले से कहा, यह धमाका बैरन कैंप के पास अफगानों की भीड़ के अंदर से हुआ, जो देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे। बैरन कैंप एयरपोर्ट से सटा हुआ है।
पेंटागन ने बताया कि अधिकारियों ने कहा है कि उनके पास खुफिया जानकारी थी कि आत्मघाती हमलावर एयरपोर्ट पर हमला कर सकते हैं। दिन में कई देशों ने आत्मघाती बम विस्फोट के खतरे की आशंका के चलते अपने नागरिकों को एयपोर्ट जाने से बचने की सलाह दी थी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को काबुल एयरपोर्ट के बाहर विस्फोट की जानकारी दी गई है। फॉक्स न्यूज के एक पत्रकार ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से बताया कि काबुल एयरपोर्ट पर एबी गेट के बाहर बम विस्फोट में कम से कम 3 अमेरिकी सैनिक घायल हो गए।

अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि विस्फोट आत्मघाती हमला प्रतीत होता है। अमेरिकी दूतावास ने अमेरिकी नागरिकों को एयरपोर्ट जाने से बचने और एयरपोर्ट के गेटों से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि विस्फोट की रिपोर्ट के बाद काबुल एयरपोर्ट पर क्या हुआ, उसे इस्टेबलिश करने और इवेक्यूएशन ऑपरेशन पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा इसपर वह तेजी से काम कर रहे हैं।
इस महीने की शुरुआत में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से देश छोड़कर जाने के लिए हजारों लोग एयरपोर्ट के बाहर जमा है। कई देश भी अपने नागरिकों को वहां से निकालने के लिए इवेक्यूएशन ऑपरेशन चला रहा हैं। फिलहाल एयरपोर्ट का कंट्रोल अमेरिकी सेना के हाथ में है।
तालिबान ने इवेक्यूएशन के दौरान पश्चिमी ताकतों पर हमला नहीं करने की बात कही है, लेकिन जोर देकर कहा है कि अमेरिका को 31 अगस्त की निर्धारित समय सीमा तक अपने सैनिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकाल लेना चाहिए।