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कोरोना से बेकाबू महाराष्ट्र, सरकार ने लिए प्राइवेट अस्पतालों के 80 फीसदी बेड

मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना के कहर से हालात धीरे-धीरे बेकाबू होते जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार 2000 से ज्यादा मरीज मिलने से राज्य में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 37 हजार के पार जा चुका है। इस बीच उद्धव सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए राज्य के प्राइवेट अस्पतालों के 80 फीसदी से ज्यादा बिस्तरों को कोरोना के इलाज के लिए ले लिया है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे ने कहा, राज्य के हर प्राइवेट अस्पताल में 80 फीसदी से ज्यादा बेड सरकार ने ले लिए हैं जहां सिर्फ कोरोना मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कोरोना को नियंत्रित करने में महाराष्ट्र कामयाब हुआ है, इस वायरस को कंट्रोल करने में आज हम सबसे आगे हैं। महाराष्ट्र में मंगलवार शाम तक मरीजों की संख्या 37,158 हो चुकी है। अब तक 9,639 मरीज पूरी तरह ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमें इस बीमारी के साथ जीने की आदत डालनी होगी।

14 दिन में डबल हो रहे मरीज, प्रतिदिन हो रहे 15 हजार टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में कोरोना के मामले अब 14 दिनों में दोगुने हो रहे हैं। राज्य में हर दिन 15 हजार से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं। एक बात साफ है की हमारी तैयारी है हर परिस्थिति से लड़ने की। कुछ लोग कह रहे हैं कि अस्पतालों में बेड नहीं हैं। यह गलत है, बेड की सुविधा है, सिर्फ ICU के बेड की थोड़ी दिक्कत है लेकिन वह परेशानी भी जल्द सुलझ जाएगी। अब तक हमारे पास 60 हजार बेड हैं और 30 से 40 हजार बेड की तैयारी की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, कोरोना ही नहीं डेंगू से भी निपटना है
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि सरकार कुछ जिलों में बस सेवा शुरू करने जा रही है। साथ ही बारिश से पहले प्री-मॉनसून बीमारियों जैसे- डेंगू, बुखार से निपटने के लिए भी तैयार रहना है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में प्राइवेट और सरकारी डॉक्टरों को मिलकर काम करने की जरूरत है।

स्वास्थ्य विभाग में जो भी वैकेंसी हैं, वे भरी जाएंगी
मंत्री टोपे ने कहा कि सरकार अब निजी डॉक्टरों की भी सेवा लेगी और मेडिकल सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी जो भी वैकेंसी हैं, फिर चाहे वो डॉक्टर की हों या नर्सेस और वॉर्ड बॉय इन्हें जल्द से जल्द भरा जाएगा। मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारना है। इसलिए करीब 17 हजार नए पदों पर भर्ती की जाएगी।

कोरोना का इलाज नहीं मिला, मगर हमें अपना काम करते रहना होगा
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आज भी कोरोना का इलाज नहीं मिल पाया है, लेकिन हमें अपना काम करना है। इसलिए खुद को तैयार रखना चाहिए। हमें इस संकट के समय में अब अपने काम को रोकना नहीं है। हमें अपना काम करते रहना होगा। हमें अपनी इम्युनिटी को बढ़ाना होगा और इसी संकट के बीच अपने जीवन को जारी रखना होगा।

कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है मुंबई
बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई शहर हुआ है। मंगलवार को भी मुंबई में कोरोना के 1,411 नए मामले सामने आए। बीते 24 घंटों में शहर में कोरोना से 43 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 22,563 तक जा पहुंचे हैं और अब तक 800 लोगों की मौत हो चुकी है।