ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहर

Mumbai: …जब चोरों के गिरोह ने सिपाही को लगा दिया जहर का इंजेक्शन; हुई मौत!

मुंबई: मुंबई में एक कॉन्स्टेबल की हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक कांस्टेबल सीएम सिटी ठाणे का रहने वाला था और वर्ली लोकल आर्म्स (एल-ए) डिविजन-3 में तैनात था। 30 वर्षीय कॉन्स्टेबल की उपचार के दौरान मौत हो गई, जिसे तीन दिन पहले लुटेरों और नशेड़ियों के एक गिरोह ने रेलवे ट्रैक पर कथित तौर पर जहरीला पदार्थ इंजेक्ट कर दिया था।

दादर रेलवे स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल कदम ने बताया कि घटना 28 अप्रैल को रात करीब 9.30 बजे घटी, जब विशाल पवार सादे ड्रेस में एक उपनगरीय ट्रेन में सवार होकर ड्यूटी के लिए जा रहे थे। पवार दरवाजे के पास खड़े थे और फोन पर बात कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जैसे ही ट्रेन सायन और माटुंगा स्टेशनों के बीच धीमी हुई, पटरियों के पास खड़े एक अज्ञात व्यक्ति ने पवार के हाथ पर जोरदार प्रहार किया, जिससे उनका मोबाइल नीचे गिर गया। आरोपी ने फोन उठाया और पटरियों के बीच भागने लगा। ट्रेन धीमी होने पर पवार नीचे उतरे और चोर का पीछा करने लगे। कुछ दूर जाने के बाद उन्हें नशेड़ियों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और देखते ही देखते उनके बीच हाथापाई शुरू हो गई।

पुलिस अधिकारी ने कहा कि चोरों ने पवार के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट शुरू कर दी। हाथापाई के दौरान, आरोपियों में से एक ने पवार की पीठ पर जहरीला पदार्थ इंजेक्ट कर दिया, जबकि अन्य ने उन्हें पकड़ लिया और उनके मुंह में लाल रंग का तरल पदार्थ डाल दिया था। जिसके बाद पवार बेहोश होकर गिर पड़े। अगली सुबह जब उन्हें होश आया और किसी तरह घर लौटने में कामयाब हुए तो अपने परिवार को घटना से अवगत कराया।
विशाल पवार को 2015 में पुलिस विभाग में भर्ती किया गया था। उनके परिवार में पत्नी और माता-पिता हैं जो जलगांव जिले के चालीसगांव में रहते हैं। तीन साल पहले पवार की शादी हुई थी, लेकिन उनका कोई बच्चा नहीं है। घटना के समय उसकी पत्नी पिछले आठ दिनों से नासिक में अपनी मां के घर पर थी।

मध्य रेलवे के पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल ने बताया कि पवार की हालत बिगड़ने पर उनके परिवार ने ठाणे के एक अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया था। स्थानीय कोपरी पुलिस ने पवार का बयान दर्ज कर आईपीसी की धारा 392 (डकैती), 394 (लूट करते समय चोट पहुंचाना), 328 (जहरीला पदार्थ देकर नुकसान पहुंचाना) के तहत अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद कोपरी पुलिस ने मामला दादर जीआरपी को स्थानांतरित कर दिया गया है। पवार की मृत्यु के बाद अब इसमें धारा 302 (हत्या) जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।