ब्रेकिंग न्यूज़मध्य प्रदेश

जबलपुर के निजी अस्पताल में आग, 10 लोगों की मौत! सीएम शिवराज ने किया मुआवजे का ऐलान

जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में सोमवार को तकरीबन 2:30 बजे दोपहर में एक निजी अस्पताल में शॉर्ट सर्किट के चलते आग लग गई। आग ने कई जिंदगियां लील ली। इस भीषण आग के चलते तीन मंजिला इमारत पूरी तरह जल गई।
बताया जा रहा है कि जैसे ही बिजली जाने के बाद जनरेटर ऑन हुआ, उसी दौरान शार्ट सर्किट हो गया और आग भड़क गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने की वजह से हुई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, जबलपुर के विजय नगर स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के पास स्थित ‘न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल’ के एंट्रेस पॉइंट पर दोपहर 2:30 बजे शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही देर में तीन मंजिला बिल्डिंग पूरी तरह खाक हो गई। दूसरे फ्लोर पर अधिक लोगों की मौत हुई है। खबर लिखे जाने तक मौके पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है।
इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 8 की हालत गंभीर है, इनमें से दो लोग ICU में हैं। मरने वालों में अस्पताल के 4 स्टाफ भी शामिल हैं। घायलों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। मौतों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। हादसे के वक्त 35 लोग अस्पताल में मौजूद थे। आग लगने से यहां मरीजों सहित उनके परिजनों के अलावा पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

8 मृतकों की हुई पहचान, 3 अस्पताल स्टाफ
वीर सिंह (30 वर्ष) पिता- राजू ठाकुर, निवासी न्यू कंचनपुर, आधारताल, जबलपुर (स्टाफ)
स्वाति वर्मा (24), निवासी- नारायणपुर, मझगंवा, जिला सतना (स्टाफ)
महिमा जाटव (23), निवासी- नरसिंहपुर (स्टाफ)
दुर्गेश सिंह (42), पिता- गुलाब सिंह, निवासी- आगासौद, पाटन रोड, माढोता (जबलपुर)
तन्मय विश्वकर्मा (19), पिता- अमन, खटीक मोहल्ला, घामापुर (जबलपुर)
अनुसूइया यादव (55), पति- धर्मपाल, चित्रकूट, मानिकपुर (यूपी)
सोनू यादव (26), पिता- श्रीपाल, चित्रकूट, मानिकपुर (यूपी)
संगीता बाई (30), निवासी उदयपुर, बरेला (मंडला)

सीएम शिवराज ने हादसे पर दु:ख जताया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर के निजी अस्पताल में अग्निकांड पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि अग्निकांड पीड़ितों की समुचित सहायता की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अग्निकांड के शिकार हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि गंभीर रूप से घायलों को निशुल्क समुचित उपचार के साथ ही 60 हजार की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हादसे से निपटने के लिए प्रशासन चौकस है और बचाव कार्य जारी है। अभी तक 10 लोगों के मौत की दु:खद सूचना सामने आयी है। वहीं जबलपुर के सिटी एसपी अखिलेश गौड़ ने कहा कि यह भीषण दुर्घटना है। हमारे लोग अस्पताल से ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं। अस्पताल तीन मंजिला है, जिसमें बेड की संख्या 30 है। अस्पताल संचालकों के नाम डॉक्टर सुदेश पटेल, संतोष सोनी, निशांत गुप्ता और संजय पटेल हैं। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि दोपहर के वक्त लाइट चली गई थी। इसी दौरान जनरेटर चालू किया गया और इससे हुए शॉर्ट सर्किट की वजह से आग फैल गई।

कमलनाथ ने जताया शोक
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी जबलपुर हादसे पर शोक ज़ताया है और मारे गये लोगों के प्रति अपनी संवेदना जतायी है। साथ ही उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

फायर सेफ्टी वैलिडिटी ख़त्म होने के बावजूद चलाया जा रहा था अस्पताल!
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जबलपुर के जिस ‘न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल’ में आग लगने से 10 लोगों की मौत हुई है, उसमें फायर सेफ्टी के इंतजाम नहीं थे। यह खुलासा नगर निगम जबलपुर की फायर ऑडिट रिपोर्ट में हुआ है। हॉस्पिटल ने मार्च 2021 में प्रोविजनल फायर NOC ली थी। जिसकी वैलिडिटी मार्च 2022 में समाप्त हो गई। बावजूद इसके अस्पताल चल रहा था।नगर निगम के अफसरों ने इसकी सूचना देने की औपचारिकता निभाने के लिए 29 दिसंबर 2021 को CMHO काे चिट्‌ठी लिखी थी।
सरकार के सूत्रों का कहना है कि यदि अस्पताल ने प्रोविजनल फायर NOC ली थी, तो उसके स्वीकृत प्लान के अनुसार, हॉस्पिटल में आग बुझाने के लिए फायर safety instrument लगाए जाने थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यदि नगर निगम के अफसर इसे गंभीरता से लेते, तो शायद इस हादसे को टाला जा सकता था।
बता दें कि जबलपुर में 125 अस्पताल-नर्सिंग होम्स संचालित हैं। इनमें से 17 के पास फायर सेफ्टी क्लीयरेंस नहीं है।

जबलपुर के इन 17 अस्पतालों के पास नहीं है फायर सेफ्टी क्लीयरेंस
सिद्धि विनायक हॉस्पिटल, भारत हॉस्पिटल, मेडिकेयर हॉस्पिटल, राधेकृष्ण हॉस्पिटल, लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल, होपवेल हॉस्पिटल, उदय नर्सिंग होम, शिवम हॉस्पिटल, हरिओम मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल, बुधौलिया हॉस्पिटल, स्मार्ट सिटी हॉस्पिटल, NAB हॉस्पिटल, मिडास हॉस्पिटल, जन ज्योति आई हॉस्पिटल, शिवम् हॉस्पिटल, साईं हॉस्पिटल व मदनमहल हॉस्पिटल शामिल है।