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नागपुर: गडकरी ने शिवसेना पर लगाया भाजपा के साथ विश्वासघात करने का आरोप

नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि भाजपा पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हारी नहीं बल्कि शिवसेना ने उसके साथ विश्वासघात किया। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने न केवल अपने सहयोगी को छोड़ा बल्कि अपनी विचारधारा भी छोड़ दी।
नागपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, मैं नहीं समझता कि भाजपा चुनाव हार गई। शिवसेना ने हमारा साथ और अपनी विचारधारा को छोड़ दिया। भाजपा चुनाव हारी नहीं बल्कि उसके साथ विश्वासघात किया गया।
भाजपा और शिवेसना ने मिलकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा था और उन्होंने क्रमश: 105 एवं 56 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था। लेकिन शिवसेना ने भाजपा के साथ तीन दशक पुराना संबंध तोड़ लिया क्योंकि भाजपा ने उससे मुख्यमंत्री का पद साझा करने से इन्कार कर दिया।
शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया एवं उद्धव ठाकरे की अगुआई में सरकार बनाई। हाल के जिला परिषद चुनाव नतीजे पर गडकरी ने कहा कि भाजपा को अधिक वोट फीसद मिलने चाहिए थे। उन्होंने कहा, लेकिन हमारी ताकत नागपुर ग्रामीण में जस की तस है और हमारे विरुद्ध जो एक साथ आए, वे भी हमारी ताकत से डरे हुए हैं। भले ही वे साथ आ जाएं लेकिन हम उन्हें हरा देंगे।

स्वाभाविक नहीं है गठबंधन: गड़करी
कुछ दिनों पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने महाराष्‍ट्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि एक मंत्री ने इस्‍तीफा दे दिया। ऐसे में महाराष्‍ट्र सरकार खुद अपने बोझ से गिर जाएगी। उन्‍होंने कहा था कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के बीच गठबंधन स्वाभाविक नहीं है और उनकी साझा सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी। गडकरी के मुताबिक तीनों दलों के बीच कोई वैचारिक समानता नहीं है। उन्होंने वैचारिक मतभेदों का एक उदाहरण देते हुए कहा, शिवसेना के बाल ठाकरे मुंबई से अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालना चाहते थे, लेकिन मौजूदा सरकार ऐसा नहीं चाहती।