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नारायण राणे बोले- ‘मातोश्री’ को उड़ाने की धमकी ढोंग, सुशांत मामले से ध्यान भटकाने की है कोशिश…

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम तथा भाजपा सांसद नारायण राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री को उड़ाने की धमकी को ढोंग करार दिया है।
राणे ने कहा कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के पास कुछ काम नहीं है क्या? फोन किसको मारने के लिए आया उद्धव ठाकरे को? उस आदमी में तो जान ही नहीं है। उद्धव को कोई नहीं मारेगा।
बुधवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में राणे ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि दाऊद मातोश्री को उड़ाने के लिए धमकी देगा। राणे ने कहा कि इतने दिनों तक फोन नहीं आया। सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले के बाद ही ‘मातोश्री’ में फोन कैसे आया? राणे ने दावा किया कि बीते रविवार को मुझे भी फोन आया था। मुझे फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि आप अपने आदमी को मदद करने के बजाय विरोध क्यों कर रहे हैं? उसने अपना नाम नहीं बताया। फिर मेरे पीए ने पता किया तो मालूम हुआ कि मुझे न्यूजीलैंड से फोन आया था।
भाजपा नेता राणे ने कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे थे, तो उनकी बात अलग थी। बालासाहेब आंतकवादियों के खिलाफ बोलते थे अब कौन बोलता है। उद्धव और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे दाऊद का नाम तक नहीं ले सकते।
इस दौरान राणे ने कहा कि विधानमंडल के मानसून अधिवेशन में पूरक मांगों पर चर्चा के जवाब में मुख्यमंत्री ने जो भाषण किया उससे अच्छा भाषण तो किसी गांव का संरपच कर सकता है।
राणे ने कहा कि राज्य सरकार ने मानसून अधिवेशन नहीं बुलाया होता तो अच्छा रहता। मानसून अधिवेशन अर्थहीन था। यदि मानसून अधिवेशन की तरह शीतकालीन सत्र के आयोजन की नौबत आई तो मुख्यमंत्री अपने घर मातोश्री के छत पर ढाई घंटे का अधिवेशन बुलाए। जिसमें विपक्ष को 15 मिनट दें और बाकी का समय सत्ताधारी विधायकों को चिल्लाने के लिए रखें।

शिवसेना के नेताओं के सबसे ज्यादा अवैध निर्माण
पत्रकारों के एक सवाल के जबाव में राणे ने कहा कि मुंबई में सबसे ज्यादा अनधिकृत निर्माण कार्य शिवसेना के नगरसेवकों, विधायकों और मंत्रियों का है। गुरुवार को इनकी सूची सामने आएगी। राणे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जान-बूझकर कंगना के कार्यालय को तुड़वाया है। ठाणे में शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक का कितना अनधिकृत निर्माण कार्य है यह उन्हें बताना चाहिए।

गृहमंत्री देशमुख को फिर आए धमकी भरे फोन
राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को अभिनेत्री कंगना रनौत से जुड़े विवाद पर उनके रुख को लेकर एक बार फिर धमकी भरे फोन आए हैं। मंत्री के करीबी सूत्रों ने बुधवार को बताया कि देशमुख को मंगलवार और बुधवार सुबह करीब छह बजे हिमाचल प्रदेश और अन्य स्थान से अलग-अलग नंबरों से फोन आए।
सूत्रों ने बताया कि मंत्री को मंगलवार को हिमाचल प्रदेश से पांच फोन आए थे। बुधवार सुबह करीब छह बजे उन्हें और दो फोन आए। उन्होंने बताया कि फोन करने वाले एक व्यक्ति ने खुद को मृत्युंजय गर्ग बताया। सूत्रों ने कहा कि फोन करने वालों ने मंत्री से अभिनेत्री से जुड़े विवाद से दूर रहने को कहा। इससे पहले, मंत्री ने सोमवार को बताया था कि एक अज्ञात व्यक्ति ने देशमुख के नागपुर कार्यालय में फोन कर उन्हें और राकांपा प्रमुख शरद पवार को धमकी दी थी।

मराठाओं के लिए काला दिन
दूसरी ओर मराठा आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम फैसले को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा मराठा आरक्षण पर रोक लगाने जाने पर राज्य सरकार पर हमला बोला है। पाटील ने कहा कि मराठा आरक्षण पर रोक मराठाओं के लिए एक काला दिन है। पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार ने आरक्षण के मामले को गंभीरता से नहीं लिया है।

उन्होंने कहा कि महा आघाडी सरकार की मराठा आरक्षण को बनाए रखने की इच्छा नहीं दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार ने अथक परिश्रम के बाद मराठा समाज को आरक्षण दिया था। इसके पहले 15 सालों तक सरकार चलाने वाली कांग्रेस-राकांपा मराठा आरक्षण नहीं दे सकी थी। अब ऐसा लग रहा है कि हमारी सरकार द्व्रारा दिया गया आरक्षण बचाए रखने की इस सरकार की इच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों द्वारा आरक्षण देने से आरक्षण सीमा 50 फीसदी से अधिक होने का मामला अदालतों में चल रहा है लेकिन महाराष्ट्र छोड़ कर किसी अन्य राज्य के मामले में ऐसा फैसला क्यों नहीं आया।

कुछ लोग इस मामले में केवल राजनीति कर रहे हैं: अशोक चव्हाण
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने बताया कि गुरुवार को इस संदर्भ में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक होगी। जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस मामले में केवल राजनीति कर रहे हैं।