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पीएम मोदी से बोले डॉनल्ड ट्रंप, काश! ऐसे पत्रकार मेरे पास होते…

न्यूयार्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप जब सोमवार को पाक पीएम इमरान खान से मिले तो उन्होंने पाक पत्रकारों की जमकर खिंचाई की थी। कश्मीर पर उनके हर सवाल पर ट्रंप ने मजे लिए। एक दिन बाद वह पीएम मोदी के साथ बैठे तो भारतीय पत्रकारों के लिए भी वही लाइन इस्तेमाल की। हालांकि यह तारीफ के लहजे में थी। मंगलवार को ट्रंप से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के बारे सवाल किए जा रहे थे तो उन्होंने पीएम मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा, आपके रिपोर्टर शानदार हैं। काश! ऐसे पत्रकार मेरे पास भी होते। मैंने अब तक जिन्हें सुना है ये सबसे बेहतर हैं। आपको ये रिपोर्टर्स कहां से मिले। यह बड़ी बात है। ट्रंप जब यह कह रहे थे तो मोदी ही नहीं वहां बैठा हर कोई मुस्कुरा रहा था। दिलचस्प बात यह थी कि एक दिन पहले ट्रंप ने पाक पत्रकारों का खूब मजाक उड़ाया था। कश्मीर पर एक के बाद एक झूठे सवालों को लेकर ट्रंप ने मजे लिए तो इमरान खान भी झेंप गए। उस दिन एक पाकिस्तानी पत्रकार ने कश्मीर में स्थिति को लेकर सवाल किया था तो राष्ट्रपति ट्रंप ने उसका मजाक उड़ाते हुए पूछा कि क्या वह खान की टीम के सदस्य हैं? अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, क्या आप उनकी (इमरान खान की) टीम में हैं? आप बयान दे रहे हैं, सवाल नहीं पूछ रहे हैं?
एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार ने कश्मीर में मानवाधिकार के कथित उल्लंघन को लेकर सवाल किया तो ट्रंप ने खान की ओर रुख कर उनसे पूछा, आपको इनके जैसे पत्रकार कहां से मिले? जब ट्रंप पाकिस्तानी पत्रकारों पर तंज कस रहे थे तब प्रधानमंत्री खान तस्बीह पढ़ते (माला जपते) दिखे।
बता दें कि ट्रंप अमेरिका के मीडिया संस्थानों पर ‘फर्जी खबरें’ चलाने का आरोप लगाते रहे हैं।

इमरान खान बोले- मैंने भीख नहीं मांगी: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात में कुछ नया नहीं निकला तो इमरान को कहना पड़ा कि उन्होंने किसी से भीख नहीं मांगी है। पत्रकारों के सामने एक तरफ उन्होंने मुस्लिम दांव चला तो वहीं यह भी कह दिया कि वह भारत पर हमला नहीं कर सकते। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंगलवार को पाकिस्तान के एक पत्रकार ने सवाल किया कि भारत और अमेरिका की दोस्ती और राष्ट्रपति ट्रंप के रवैये से ऐसा नहीं लगा रहा कि वह कश्मीर पर पाकिस्तान की सुनेंगे तो ऐसे में आप (इमरान खान) आगे क्या करेंगे? यह सवाल शायद इमरान खान ठीक तरह से सुन नहीं सके और अपनी बात को भीख मांगना समझ बैठे। इस पर उन्होंने झट से पत्रकार से कहा, आपने क्या यह कहा कि मैंने राष्ट्रपति ट्रंप से भीख मांगी है? जब पत्रकार ने नहीं कहा तो पाक पीएम बोले-ओह! थैक्स। मैंने किसी के सामने भीख नहीं मांगी।
दरअसल, कश्मीर पर इमरान का प्रॉपेगैंडा दुनिया समझ चुकी है। ऐसे में कोई भी देश उनकी सुन नहीं रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इमरान ने मुस्लिम दांव भी चलने की कोशिश की। अपना दर्द सामने रखते हुए पाक पीएम ने कहा कि वह इस मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के रवैये से काफी निराश हैं। कश्मीर को लेकर उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिमों की जगह अमेरिकी, यहूदी, यूरोपियन होते तो दुनियाभर के देश चुप न रहते।
पाक पीएम ने यह भी कहा कि उन्हें पता है कि दुनिया का रवैया ऐसा क्यों है। इमरान ने कहा कि दरअसल, दुनिया भारत को एक बड़े मार्केट के तौर पर देख रही है, जहां 1.3 अरब लोग रहते हैं।
एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार ने जब आगे के विकल्प क्या, पर सवाल किया तो इमरान ने कहा, हम भारत पर हमला नहीं कर सकते। यह कोई विकल्प नहीं है। इसके अलावा हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।