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बुद्ध पूर्णिमा समारोह में पीएम मोदी कोरोना वारियर्स को करेंगे संबोधित

नयी दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा समारोह में भाग लेंगे। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट के जरिए साझा की है। पीएमओ ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संघ के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय दुनिया भर के बौद्ध संघों के सर्वोच्च प्रमुखों की भागीदारी के साथ एक आभासी (virtual) प्रार्थना कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
पीएमओ से मिली जानकारी के मुताबिक, समारोह में सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नाम भाषण देंगे। यह आयोजन कोरोना वायरस पीड़ितों के सम्मान और कोविड-19 (COVID-19) के खिलाफ जंग में महामारी से सीधी लड़ाई लड़ रहे कोरोना योद्धाओं के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान समारोह को बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर, सारनाथ में मूलगंधा कुटी विहार, नेपाल के पवित्र गार्डन लुंबिनी, कुशीनगर में परिनिर्वाण स्तूप, पवित्र और ऐतिहासिक अनुराधनापीठ में रूणवेली महा सेवा से लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।

बुद्ध पूर्णिमा पर देश के नाम संदेश
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर बुधवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि भगवान बुद्ध का सत्य, शांति और करुणा का संदेश सदैव मानवता का मार्गदर्शन करता रहेगा । राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मैं सभी नागरिकों और पूरी दुनिया में भगवान बुद्ध के अनुयायियों को शुभकामनाएं देता हूं। भगवान बुद्ध का संदेश हमें प्रेम, सत्य, करुणा और अहिंसा के साथ मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनका जीवन और आदर्श समानता, सद्भाव और न्याय जैसे शाश्वत मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे समय में, जब हम कोविड-19 के रूप में एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहे हैं, हमें जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और इस तरह भगवान बुद्ध के दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए।

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुद्ध पूर्णिमा पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि सम्यक आचरण में भगवान बुद्ध द्वारा प्रतिपादित अष्टांग मार्ग तथा व्यवहार में पंचशील के अनुसरण से ही मानवता संसार के चार आर्य सत्यों का समाधान कर, आध्यात्मिक उत्कर्ष प्राप्त कर सकती है। कोविड-19 के दौरान भगवान बुद्ध के संदेश को और प्रासंगिक बताते हुए उन्होंने कहा, भगवान बुद्ध का सत्य, शांति और करुणा का संदेश सदैव मानवता का मार्गदर्शन करता रहेगा।