उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरव्यवसायशहर और राज्य

भारत सरकार ने पतंजलि से कहा-कोरोना के इलाज का दावा करने वाली दवा का प्रचार रोकें, दवा की वैज्ञानिक जांच नहीं

नयी दिल्ली: भारत सरकार ने पतंजलि से कोरोना वायरस की दवा ‘कोरोनिल’ का विज्ञापन तुरंत बंद करने को कहा है। दरअसल, योग गुरु बाबा रामदेव ने कोरोनावायरस की दवा ‘कोरोनिल’ को मंगलवार को बाजार में उतार कर दावा किया कि आयुर्वेद पद्धति से जड़ी-बूटियों के गहन अध्ययन और शोध के बाद बनी यह दवा शत-प्रतिशत मरीजों को फायदा पहुंचा रही है। हालांकि कुछ घंटे के भीतर ही आयुष मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए अहम फैसला लिया।

सरकार ने प्रचार-प्रसार को रोका, मांगी डीटेल
पतंजलि योगपीठ के प्रमुख बाबा रामदेव ने इस दवा को लॉन्च करते हुए क्लिनिकल ट्रायल में इसके सफल परिणामों का दावा किया है। इस दवा को मंगलवार से ही बाजार में उतारने का दावा किया गया था। इस मामले पर सरकार ने पतंजलि से कहा है कि इसका प्रचार-प्रसार तुरंत बंद किया जाए। सरकार ने कहा कि अभी इस दवा की वैज्ञानिक जांच नहीं हुई है और सरकार को इस बारे में नहीं पता है इसलिए अभी तत्काल प्रभाव से इसका प्रचार-प्रसार रोका जाए।

कोरोना वायरस को मात देने के लिए पतंजलि ने पहले चरण के सफल ट्रायल के बाद इस दवा को बनाने में सफलता हासिल कर ली। यह मुख्य रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और कोरोना वायरस के संक्रमण को शरीर में फैलने से रोकने का कार्य करेगी। इस बारे में डॉ. जयदीप आर्य ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है कि यह औषधियां रेस्पिरेट्री सिस्टम से लेकर पूरे शरीर की ऊर्जा को संतुलित करती हैं एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं। पतंजलि के द्वारा इस दवा का नाम आयुर्वेदविजय कोरोनिल रखा गया है। इसके साथ-साथ ट्रायल में यह भी देखा गया कि दवा से 3 दिन में 69% की रिकवरी भी होती है।

पतंजलि का दावा3 दिनों में 69% तक रिकवरी
बाबा रामदेव ने इसके बारे में बताया कि पूरी रिसर्च के बाद कोरोना की दवा तैयार की गई है। 280 संक्रमित मरीजों पर किए गए अध्ययन के दौरान यह देखा गया है कि 3 दिनों में 69% तक रिकवरी हो गई और मरीज को ठीक करने में काफी कम वक्त लगा। फिलहाल बताया गया है कि यह दवा रेस्पिरेट्री सिस्टम को मजबूत बनाएगी और कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए प्रभावी रूप से कार्य करेगी।

फिलहाल देश में कोविड-19 के इलाज के लिए मुख्‍य रूप से तीन दवाएं- Cipremi, FabiFlu और Covifor इस्‍तेमाल हो रही हैं। Cipremi और Covifor ऐंटीवायरल ड्रग रेमडेसिवीर के जेनेरिक वर्जन हैं। Fabiflu टैबलेट असल में इन्‍फ्लुएंजा की दवा Favipiravir का जेनेरिक रूप है। इन तीनों को हाल ही में अप्रूवल मिला है। देखना यह होगा कि पतंजलि की ‘कोरोनिल’ टैबलेट को सरकार की तरफ से कोरोना के इलाज में इस्‍तेमाल करने की परमिशन मिलती है या नहीं?