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‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड: पीएम मोदी बोले- जो मुद्दा जुड़ा, वो ‘जनआंदोलन’ बन गया!

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड का आज प्रसारण हुआ। इस क्षण को यादगार बनाने के लिए सरकार ने खास तैयारी की थी।
एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम से जो मुद्दा जुड़ा, वो ‘जनआंदोलन’ बन गया। उन्होंने कहा कि ये ऐसा पर्व है, जो हर महीने आता है। प्रधानमंत्री ने इस दौरान ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान को शुरू करने वाले सुनील जागलान से भी बात की।

कार्यक्रम ने मुझे आपसे दूर नहीं होने दिया: पीएम
पीएम मोदी ने कहा, हर महीने मैं देशवासियों के त्याग की पराकाष्ठा देखता हूं। मुझे लगता ही नहीं है कि आपसे थोड़ा भी दूर हूं। यह कार्यक्रम नहीं, मेरे लिए आस्था, पूजा और व्रत है। जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते हैं तो प्रसाद की थाल लाते हैं। ‘मन की बात’ ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल जैसा है। यह मेरे लिए अध्यात्मिक यात्रा बन गया है।

100वें एपिसोड के लिए हुई खास तैयारी
भाजपा ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए खास तैयारी की थी। देशभर के 4 लाख से ज्यादा जगहों पर इसका सीधा प्रसारण किया गया। हर विधानसभा क्षेत्र में 100 जगहों पर इस खास एपिसोड को सुनने की व्यवस्था की गई है। केवल राजधानी दिल्ली में ही 6,530 स्थानों पर यह कार्यक्रम सुना गया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी व्यवस्था संभाली।
आकाशवाणी ने 100वें एपिसोड की रिकॉर्डिंग के फुटेज भी शेयर किए हैं।

‘मन की बात’ कार्यक्रम मेरे लिए एक विशेष यात्रा रहा है: पीएम
‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद परिस्थितियों की विवशता के कारण उनके पास जनता से कट जाने की चुनौती थी, लेकिन मन की बात ने इसका समाधान दिया और सामान्य लोगों से जुड़ने का रास्ता दिया। उन्होंने कहा कि मन की बात कोटि-कोटि भारतीयों के ‘मन की बात’ है. यह उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। मन की बात देशवासियों की अच्छाइयों और उनकी सकारात्मकता का एक अनोखा पर्व बन गया है। यह एक ऐसा पर्व है, जो हर महीने आता है और जिसका सभी इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा कि हम इसमें सकारात्मकता और लोगों की भागीदारी का जश्न मनाते हैं। ‘मन की बात’ जिस विषय से जुड़ा, वह जनआंदोलन बन गया और लोगों ने इसे जनआंदोलन बना दिया।
इस क्रम में प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान, खादी को लोकप्रिय बनाने और प्रकृति से जुड़े कार्यक्रमों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उनके लिए दूसरों के गुणों की पूजा करने की तरह रहा है। मोदी ने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब वहां आम जन से मिलना-जुलना स्वाभाविक रूप से हो ही जाता था, लेकिन जब वह प्रधानमंत्री बने, तो वह जीवन अलग था, क्योंकि काम का स्वरूप अलग था, दायित्व अलग थे और साथ ही परिस्थितियों का बंधन व सुरक्षा का तामझाम भी था।
उन्होंने कहा कि ऐसे में मैं खाली-खाली सा महसूस करता था। 50 साल पहले मैंने अपना घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि एक दिन अपने ही देश के लोगों से संपर्क भी मुश्किल हो जाएगा। जो देशवासी मेरा सब कुछ हैं, मैं उनसे ही कटकर जी नहीं सकता था। ‘मन की बात’ ने मुझे इस चुनौती का समाधान दिया। आम लोगों से जुड़ने का रास्ता दिया। इस कार्यक्रम ने मुझे कभी भी आपसे दूर नहीं होने दिया।मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ ने मुझे लोगों से जुड़ने का जरिया मुहैया कराया। यह मेरे लिए महज एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है।

‘मन की बात’ से जुड़े आंकड़े
IIM रोहतक और प्रसार भारती द्वारा किए गए एक सर्वे के मुताबिक, 23 करोड़ लोग इस कार्यक्रम को नियमित सुनते हैं। वहीं, 100 करोड़ लोग कम से कम एक बार कार्यक्रम को सुन चुके हैं।
17.6 प्रतिशत लोग रेडियो, 37.6 प्रतिशत लोग मोबाइल और 44.7 प्रतिशत लोग टीवी पर इसे सुनते हैं। देश के कुल 96 प्रतिशत लोग इस कार्यक्रम के बारे में किसी न किसी तरह से जानते हैं।

22 भारतीय भाषाओं में होता है प्रसारण
‘मन की बात’ कार्यक्रम का 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारण होता है। इसके अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, पश्तो, फारसी सहित 11 विदेशी भाषाओं में भी इसे प्रसारित किया जाता है।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री पर्यावण, स्वच्छता, सामाजिक मुद्दों से लेकर शिक्षा तक पर बात कर चुके हैं। कार्यक्रम के जरिए 500 से ज्यादा भारतीयों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधा संवाद किया है।
हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे इस कार्यक्रम का प्रसारण होता है।

न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीय समुदाय ने भी सुना कार्यक्रम
न्यूयॉर्क में भारतीय महावाणिज्य दूतावास सामुदायिक संगठनों और प्रवासी समुदाय के साथ मिलकर ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड के लिए खास तैयारी की। जिस वक्त भारत में कार्यक्रम के प्रसारण हुआ, उस वक्त न्यूयॉर्क में रात की 1.30 बज रहे थे।
वहीं, लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी सुबह 6:30 बजे प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की। लंदन में भारतीय उच्चायोग ने शनिवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।