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महाराष्ट्र: उद्धव सरकार का फैसला- अब हल्के लक्षणों वाले कोरोना मरीजों का घर में ही होगा इलाज!

मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 85 हजार 975 मामले सामने आए हैं. डॉक्टरों को डर है कि क्रिटिकल केयर समेत हॉस्पिटल में बेड की कमी हो सकती है. लिहाजा अब फैसला लिया गया है कम्युनिटी हेल्थ वॉलन्टियर कोरोना के लक्षणों वाले लोगों की घर जाकर जांच करेंगे. रिपोर्ट के आधार पर ही गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.
मुंबई समेत राज्य के कोविड-19 अस्पतालों में बेड की कम संख्या को देखते हुए उद्धव ठाकरे सरकार ने ये फैसला लिया है. मुंबई में कोविड-19 के इलाज के लिए आने वाले लोगों में तेज़ बढ़ोतरी हो रही है. सरकार चाहती है कि 80 प्रतिशत कोरोना संक्रमितों का इलाज घर में हो.
उद्धव सरकार का कहना है कि जिन कोरोना मरीज़ों में कोई लक्षण नहीं है या मामूली लक्षण हैं, वो अपने-अपने घर पर ही ठीक हो सकते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं है. सिर्फ गंभीर लक्षण वाले मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती किया जाएगा.

बृहन्मुम्बई महानगरपालिका (बीएमसी) ने निर्णय लिया है कि अब मरीजों को स्वाब टेस्ट देने के लिए अस्पताल में नहीं जाना पड़ेगा. मरीज को घर में ही क्वारंटाइन किया जाएगा. सिम्टम्स के आधार पर उनका स्वाब टेस्ट घर से लिया जाएगा. बीएमसी अधिकारी और डॉक्टर स्वाब टेस्ट जमा कर जांच के लिए लैब में भेजेंगे. पहला टेस्ट 5 दिन में और दूसरा टेस्ट 10 दिन में लिया जाएगा. डाँक्टर मरीज को जो दवा लेने की सलाह देंगे मरीज को घर पर लेते रहना होगा. मरीज की स्थिति के आंकलन के आधार पर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा.
बीएमसी के हेल्पलाइन नंबर 1916 पर दबाव ज्यादा होने के बाद मुंबई में कोरोना कंट्रोल में दिक्कतें आ रही थीं. लिहाजा बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने मुंबई के सभी 24 वार्डों के लिए अलग से वार्ड वॉर रूम बनाने का निर्णय लिया है. हर वार्ड के लिए 30 फोन लाइन होगी, जो 1916 पर फोन करने के बाद संबंधित वार्ड ऑपरेटर के पास ट्रांसफर हो जाएंगी.
यह वॉर रूम 24 घंटे काम करेगा. सरकारी टीचर्स और अंडर ग्रैजुएट मेडिकल स्टूडेंट्स अस्पतालों में बेड और एंबुलेंस नहीं मिलने की शिकायत का तुरंत समाधान करेंगे. यह वॉर रूम 24 घंटे काम करेगा.

धारावी में कम हुई कोरोना की रफ्तार
इस बीच एशिया की सबसे बड़े झोपड़पट्टी धारावी में कोरोना के नए मामले कम होते जा रहे हैं. धारावी में एक हफ्ते से कोरोना के मामले लगातार नीचे आ रहा है. पहली जून को यहां 34 नए मामले सामने आए थे. उसके बाद से ग्राफ लगातार गिरता गया. बीच में 4 जून को कुछ मामले बढे जरूर, लेकिन फिर नए केस की संख्या घटना लगी. हफ्ते भर में नए केस 34 से 10 तक पहुंच गए हैं. पिछले 6 दिन में कोरोना से यहां एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है.
बीएमसी के सहायक आयुक्त किरण दिघवाकर के मुताबिक, धारावी में 7 लाख से ज्यादा कोरोना टेस्टिंग की गई है. पिछले 6 दिन में इस वायरस की वजह से एक भी मौत रिकॉर्ड नहीं हुई. ये सबसे बड़ा संकेत हैं कि हम राइट ट्रैक पर आगे बढ़ रहे हैं. कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है. कुल 1899 मरीजों में 939 ठीक हो गए हैं. उनके मुताबिक, धारावी में कोरोना वायरस के संक्रमण से अभी तक 71 लोगों की जान गई है. रोजाना हो रही टेस्टिंग से हालात काफी हद तक सुधर रहे हैं. एक जून को कोरोना के 34 नए मरीज मिले थे, जिनमें से 24 ठीक हो गए हैं.’ धारावी में पांच जून को 17, चार जून को 23, तीन जून को 19 और दो जून को 25 मामले सामने आए थे.