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महाराष्ट्र: कौशल्य विकास कार्यक्रम में सीएम ठाकरे बोले- रोजगार की मांग के अनुसार युवाओं को किया जाए प्रशिक्षित

मुंबई: कोरोना काल के दौरान बड़ी संख्या में बेरोजगारी पैदा हो गई है। अब इस पार्श्वभूमिपर नए सिरे से रोजगार के अवसर निर्माण करने के लिए कौशल्य विकास रोजगार एवं उद्योजकता विभाग की नई मांग के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। इस तरह तैयार करने के लिए कृति प्रारूप तैयार करने के निर्देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री के आवास वर्षा बंगले पर कौशल्य विकास, रोजगार एवं उद्योजकता विभाग बैठक द्वारा आयोजित की गई थी जिसमे सीएम ठाकरे ने यह बात कही। सीएम ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विभाग की ओर से एक लाख 48 हजार रोजगार उपलब्ध कराए गए हैं। लॉकडाउन के बाद निर्माण हुई नई परिस्थितियों में जैसे जैसे रोजगार निर्माण होंगे वैसे वैसे उसके लिए प्रशिक्षित युवा तैयार करने का काम विभाग की ओर से किया जाए। इसके लिए विस्तृत कृति प्रारूप जल्द से जल्द तैयार करें तथा ऑन जॉब प्रशिक्षण योजना कार्यािन्वत करें। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में नए अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र शुरू करें। कौशल्य विश्वविद्यालय निर्माण करने के बारे में सोच विचार करें।
सीएम ठाकरे ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले की भौगोलिक रचना तथा स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार रोजगार प्रशिक्षण केंद्र शुरू करें। समृद्धि महामार्ग के पास के जिलों में नए रोजगार उपलब्ध हो, इसके साथ प्रशिक्षित तैयार करने का नियोजन करने का निर्देश दिया। इस दौरान कौशल्य विकास, रोजगार एवं उद्योजकता आयुक्त दिपेद्रसिंह कुशवाह ने आयुक्तालय की ओर से भविष्य में चलाई जाने वाली योजनाओं का प्रस्तुतिकरण किया।
इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार अजोय महेता, अपर मुख्य सचिव आशिषकुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खारगे, कौशल्य विकास, रोजगार एवं उद्योजकता विभाग के सचिव अंशु सिन्हा, कौशल्य विकास, रोजगार एवं उद्योजकता आयुक्त दिपेद्र सिंह कुशवाहा सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।