ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र

महाराष्ट्र पंचायत चुनाव में भाजपा सबसे बड़ा दल बनकर उभरी, शिंदे गुट को भी मिली अच्छी सफलता

मुंबई: महाराष्ट्र के 16 जिलों में 547 ग्राम पंचायतों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी एवं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को अच्छी सफलता मिली है। भाजपा इन चुनावों में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। जबकि शिवसेना चौथे स्थान पर रही है। भाजपा का दावा है कि चुने गए सरपंचों में 50 प्रतिशत से ज्यादा भाजपा एवं शिंदे गुट के हैं।
रविवार को हुए इन ग्राम पंचायतों के चुनाव में 76 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। जो परिणाम सामने आ रहे हैं, उनमें भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरती दिखाई दे रही है, और उसके साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को भी अच्छी सफलता मिली है।
मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलार का दावा है कि इन चुनावों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। शेलार के मुताबिक, इन चुनावों में शिंदे गुट के विधायकों का यह दावा भी सच होता दिख रहा है कि महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान राकांपा ही शिवसेना को नुकसान पहुंचा रही थी। इसका परिणाम अब ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। इन चुनावों में जहां भाजपा के बाद राकांपा दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, वहीं शिवसेना चौथे स्थान पर नजर आ रही है।

राकांपा ने किया पलटवार
बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई ने एक ट्वीट कर कहा कि बीजेपी समर्थित 274 प्रत्याशी और शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट समर्थित 41 विजयी हुए हैं। महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि बीजेपी से जुड़े 259 प्रत्याशी और शिंदे खेमे से संबंधित 40 उम्मीदवार सरपंच चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, नवनिर्वाचित सरपंचों में से 50 प्रतिशत से अधिक शिंदे-बीजेपी गठबंधन के समर्थित उम्मीदवार हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत चुनाव के नतीजों ने आज शिंदे-फडणवीस सरकार में महाराष्ट्र के विश्वास की पुष्टि की है। शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री हैं।
बीजेपी के इस दावे पर राकांपा ने पलटवार किया है। राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दावा किया है कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी ने सबसे ज्यादा ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की है। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ग्राम पंचायत का चुनाव पार्टी चिन्हों पर नहीं लड़ा जाता है। इसलिए अगर कोई महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव में जीत का दावा कर रहा है तो वह गलत है।